29-03-2023

फिर कब दिखोगे।

रिटायरमेंट के बाद डीएसपी साहेब गया जाने के लिए अपने पूरे परिवार के साथ प्लेटफार्म नंबर दस पर ट्रेन के इंतजार में थे, तभी उनकी अर्धांगनी बोली मुन्ना कहां है। डीएसपी साहेब मुन्ना को खोजने गए तो मुन्ना टीवी देखने में व्यस्त था, चल इंहा से, का देख रहा है, पाप

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       24-03-2023

माँ के चरणों में बहुत रोयें.

एक सेठ जिन्होंने अपनी ज़िंदगी में बड़ा ही संघर्ष किया.सेठ को तीन बेटे थे. व्यापारी ने तीनों को पढ़ाया लिखाया. सेठ को अपने बड़े बेटे से बहुत लगाव था और माँ को छोटे बेटे से, और बड़े भाई को अपने बीच वाले भाई से. सेठ का सबसे छोटा बेटा थोड़ा बिगड़ा हुआ था. सेठ अपने बड़े बेटे से कई बार कह चुके थे अपने सबसे छोटे भाई का ध्यान रखना कही कुछ गड़बड़ ना कर दें.बड़ा बेटा सेठ के व्यापार में हाथ

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होली पर्व का महात्म्य

होली की सुरुआत सतयुग में हुआ था। दैत्यराज हिरणकश्यपु के पुत्र प्रह्लाद जी सृष्टि के पालनहार भगवान श्री नारायण के अनन्य भक्त हुए। हर वक़्त उनके जिह्वा पर नारायण नारायण का रट लगा रहता था, प्रभु गुणगान से उनकी दिनचर्या की सुरुआत होती एवं प्रभु स्मरण, भक्ति...

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…. और वो एक कम्पनी का “COO” बन गया.

मैं अपने तीनों भाइयों में सबसे बड़ा और एक मध्यम वर्गीय परिवार में पला बड़ा हुआ, पिता जी द्वितीय श्रेणी के सरकारी कर्मचारी,मेरे पापा की पोस्टिंग मथुरा के एक गाँव में थी. चुकि हम तीन भाई थे ……बहन न होने के कारण माता जी के साथ घर के काम में हाथ बटाना...

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       05-03-2023

अंधविश्वास - मानवता शर्मशार

अति महत्वकांक्षये समाज के लिए हानिकारक होती है यह कहानी सत्य घटना पर आधरित है।उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल का अंतिम जनपद देवरिया एव जनपद का अंतिम नगर परिषद टाऊन एरिया लार सन उन्नीस सौ उन्तीस कि नगर पंचायत हैं। यहाँ से कुछ दूरी पर एक तरफ सरयु नदी बहती...

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       04-03-2023

होली आई

होली पर छोटी सी कविता लिखी है ।आया होली का त्योहार, उड़े है चारो तरफ गुलाल। सबके चेहरे हुए है लाल, आया होली का त्योहार। रंगो की धूम मची है, बच्चों की टोली चली है। हाथो मे लिए रंगीन गुब्बारे, रंगों से सबके रंग दो गाल। आया होली का त्योहार...

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नवसंवत्सर 2080 कि ज्योतिषीय विवेचना

नवसंवत्सर पिंगल 2080 कि ज्योतिषीय वैश्विक एव भारतीय परिपेक्ष्य में विवेचना, हर सूर्योदय नए उत्साह उल्लास उपलब्धि का संदेश लाता हुए ब्रह्मांड के प्राणि प्रकृति में नए जीवन उद्देश्य का सांचार करता है। समय काल वक्त कभी नया या पुराना नही होता उसकी नियत हो...

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       01-03-2023

वाह री किस्मत

किस्मत पर लिखी एक छोटी कविता है. पल मे बना देते है राजा, और राजा को बना दे रंक। जिंदगी के होते है अजीब से ढंग, किसी को नहीं खाने को, और किसी की तिजोरी में पड़ा है करोड़ों धन। कोई सोने को तरसे है, किसी को मखमल पर भी ना मिले चैन। किस्मत के खेल अजीब, अजीब..

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       23-02-2023

झाड़ फूंक और भूत।

जबड़ से जबड़ भूत के पानी पिला देता था शिवशंकरा। पीपल के भूत, बरगद के भूत, शीशम के भूत आऊ त आऊ रहड़, गन्ना सब के भूत त्राहि त्राहि करता, जब शिवशंकरा मंतर मारता।

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       23-02-2023

बाल कहानी- डर

प्राथमिक विद्यालय में पूजा नाम की होनहार छात्रा कक्षा पाँच में पढ़ती थी। वह पढ़ने लिखने में अच्छी थी, परन्तु उसकी एक बहुत बड़ी कमी थी, वह प्रतियोगिता के नाम पर परेशान हो जाती थी। पूजा वैसे तो विद्यालय में अनुपस्थित नहीं रहती थी,परन्तु टेस्ट या प्रतियोगिता...

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       22-02-2023

आखिर वेतन दिवस क्यों नहीं मनाया जाए..?

पूरे वर्ष के बारहो महीना आये दिन देश दुनियाँ में कोई न कोई दिवस मनाया जाता है। चाहे वह स्मरण दिवस हो, जयंती दिवस हो या कोई अन्य उत्सव का दिवस हो... निश्चित अंतराल पर कोई न कोई दिवस हम जन्म से ही मनाते आये हैं। यह बहुत ही अच्छी बात एवं सुंदर परंपरा है कि..

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       20-02-2023

हाय कैसी किस्मत!

जन्म से बुढ़ापे तक एक औरत के राजकुमारी से भिखारि होने तक दशा को कविता के माध्यम से बताया गया है। जनमी तो वो भी माँ की कोख से थी पिता की गोद उसका राज सिंहासन था भाई की राजकुमारी थी वो बड़ी बहनो का सर पर स्नेहिल आचल था बड़ी दुलारी थी सबकी प्यारी थी एक प..

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प्रेत बाधा एव वास्तुदोष

वस्तु दोष एव प्रेत वाधाए विषय पर शोध परक लेख। भूत प्रेत अपार शक्ति सम्पन्न एव इनकी बिभिन्न प्रकार की जातियां होती है भूत प्रेत पिचास राक्षस यम साकिनी डाकिनी चुड़ैल गंधर्व आदि यदि महादशा में चंद की अंतर्दशा और चंद्र दसापति राहु से भाव 6 8 या 12 में ब...

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इक्कीसवीं सदी और भारत

इक्कीसवीं सदी की चुनौतियों के प्रति सजग एव उपलब्धियों के प्रति जागरूक करता लेख ।विषय वस्तु ---सदी ईस्वी सन के सौ वर्षों को सदी, दस वर्षों को दशक कहते है वर्तमान में इक्कीसवीं सदी के बाईसवें वर्ष का शुभारंभ है एक वर्ष में तीन सौ पैसठ दिन एव बारह माह हो...

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स्वप्न विवेचना ज्योतिषीय शोध लेख

स्वप्न के सम्बंध में भ्रांतियां एव समाधान पर ज्योतिषीय शोध लेख।मनुष्य के जन्म समय काल मे ग्रह नक्षत्रों की जो स्थितियां रहती है ज्योतिष विज्ञान उसके आधर पर उसके जन्म जीवन का आंकलन मूल्यांकन करता है। जो यदि सही ज्योतिषीय गणीतिय गणना पर की जाय तो अक्षरशः

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       14-02-2023

आधुनिक भारत के निर्माण में सद्गुरु कबीर का योगदान नामक पुस्तक का समीक्षा

सुरुचिपूर्ण ढंग से लिखी, इसमें भरा स्नेह। करुणा, मैत्री, ज्ञान का, संगम सुंदर गेह।। पढ़िए सब चखिए इसे, इस जैसा न कोय। शुरु करो तो अंत बिन, नहीं उठोगे सोय।। अनुपम, सुखकर, प्रीतिमय, हीरा भरें प्रकाश। तिनकी उज्जवल छटा से, जगमगात ये ये खास।। बहुत ही बढ़िया और

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       14-02-2023

वेलेंटाइन डे और भारतीय संरक्षण दल के सेवक।

आठ महीने से रोज, तेरी गली में आकर, तुझे भर भर के नजर से देखता था। बस इजहार नही कर पाया। जीवन संगिनी कैसे बनाऊं, ये सोच सोच के तीन बार फर्स्ट ईयर में फेल हुआ। लेकिन एक महीने पहले वो मुझे देख कर मुस्कुराई, लगा स्नातक फर्स्ट डिवीजन से पास हो गया। इतनी खुशी त

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हस्तरेखा का सच एव ज्योतिष विज्ञान।

हस्त रेखा एव ज्योतिषी का सच एक ऐसा विज्ञान आधरित एव शोध परक लेक है जो जन सामान्य को ज्योतिष विज्ञान के प्रति सतर्क कर्यता है एव जानकारी उपलब्ध कराता है। सृष्टि में मनुष्य मात्र ऐसा प्राणी है जो अतीत वर्तमान भविष्य के प्रति जागरूक रहता है अतीत से सीखने...

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       14-02-2023

चाल कदमो की आहट एव ज्योतिष विज्ञान का सच

प्राणियों की अनगिनत प्रजातियों में सिर्फ मनुष्य ही एक मात्र ऐसा प्राणि है जिसमें सेंस मतलब सोचने, समझने अनुभव अनुभूति कि क्षमता है जो उसमें संवेदना कि जागृति करती है जिसके कारण वह अन्वेषी एव जगरूक प्राणि है एवं उसमें किसी भी विषय वस्तु को जानने खोजने...

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जन्मकुंडली एव भूत प्रेत बाधा

सूर्य अथवा चंद्र तृतीय भाव मे पापी ग्रहों के साथ है तो जातंक बीमार रहेगा और कुछ समय पश्चात उसकी मृत्यु हो जाएगी। #यदि चंद्र अष्ठम भाव मे के स्वामी के साथ केंद्र में स्थित है एव पॉपग्रह के साथ है तो शीघ्र जीवन समाप्त हो जाएगा।। # यदि चन्द्रमा सप्तम...

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ज्योतिष धर्म या विज्ञान एव पुनर्जन्म का सच

भगवान श्री कृष्ण ने गीता में अर्जुन को उपदेश देते हुये कहा है हे अर्जुन सृष्टि युग ब्रह्मांड में मैंने अनेको बार जन्म लिया और तुम्हारे भी ना जाने कितनी बार जन्म हो चुके है मेरे और तुममें फर्क मात्र इतना है कि मेरा जन्म पृथ्वी युग मे जन्म युग ब्रह्मांड...

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       11-02-2023

माँ

दुनिया मे सबसे प्यारी होती है माँ, जिसके आँखों का हम तारा है, वो होती है माँ। जिसका होता है राज दुलारा बेटा, वो होती है माँ। आदमी को इंसान बना देती है, वो मकान को भी घर बना देती है। गुस्सा हो तो दुर्गा बन जाती है, वर्ना कोमलता का पाठ हमे पढ़ाती है। ज..

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       10-02-2023

हमारी श्रद्धांजलि

पिछले कुछ दिनों से मेरे मन में एक डर सा समाया रहता था, पर उसका आशय क्या है बस! यही समझ नहीं आ रहा था। पर आज सामने आ गया जब मेरे सिर पर अपनी अनवरत सुरक्षा छाया देने ......

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       10-02-2023

आज मैं एक प्रण ले रहा हूं

आज मैं एक प्रण ले रहा हूं अपनी सारी दौलत अपने साथ स्वर्ग ले जाने का प्रण, जो आज तक किसी ने न किया वो मैं करके दिखाना चाहता हूं। सीधा सरल फार्मूला है

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       10-02-2023

अन्न की बर्बादी न हो

व्यर्थ न जाए अन्न का दाना नारी में न इसे बहाना ये सब अब हो गया पुराना आज तो है नया जमाना।

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