किसी वस्तु के पुराना होने का सिद्धांत Theory of Old Age
दर्शन शास्त्र,गणित एवं भौतिक शास्त्र के तर्कों पर आधारित यह सैद्धान्तिक पुस्तक Theory of Old Age (किसी वस्तु के पुराना होने का सिद्धान्त) निश्चित ही आपके अंदर एक गहराई युक्त नई सोंच विकसित करेगी। प्रकृत रहस्यों के समझ के साथ-साथ विज्ञान और प्राकृतिक के एकरूपता की दृष्टांत को भी आप प्रतिपादित कर सकेंगें तथा संसार के कोई वस्तु सजीव हो या निर्जीव आखिर वह पुराना कैसे हो जाता है इस पुस्तक पठनोपरांत आप निष्कर्ष पर पहुँच पायेंगें।
लेखक | Avishek Kumar |
पता | जयहिन्द तेंदुआ, औरंगाबाद, बिहार |
मोबाइल नंबर | +919472351693 |
ई-मेल | jaihindtendua@gmail.com |
सह लेखक | NA |
प्रकार | ई-बुक/ई-पठन |
भाषा | हिंदी (ई-बुक) |
कॉपीराइट | Copyrighted |
पठन आयु वर्ग | All |
कुल पृष्टों की संख्या | 18 |
ISBN(आईएसबीएन) | 978-93-5627-238-5 |
Publisher/प्रकाशक | दिव्य प्रेरक कहानियाँ, साहित्य विधा पठन एवं ई-प्रकाशन केंद्र, जयहिंद तेंदुआ, औरंगाबाद, बिहार, भारत |
अन्य | इस कहानी Theory of Old Age पर आधारित यूट्यूब वीडियो लिंक- https://youtu.be/dGz5I6XnkZI |
प्रकाशित तिथि | 07-07-23 |