अयोध्या के श्री राम AYODHYA KE SHREE RAM
अयोध्या के श्री राम (राम राज्य की पुनर्स्थापना) नामक पुस्तक में आपको मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम जी के आदर्श एवं मूल्यों को जन-जन तक सहज और बिभिन्न दृष्टान्तों के माध्यम से समझ पाएंगे, जिससे हृदय में राम राज्य की पुनर्स्थापना हो जाएगी और व्यक्ति एवं समाज दोनों के सर्वांगीण विकास में सहायक बन सकेगी।
लेखक | Avishek Kumar |
पता | |
मोबाइल नंबर | |
ई-मेल | |
सह लेखक | NA |
प्रकार | |
भाषा | हिंदी (ई-बुक) |
कॉपीराइट | Copyrighted |
पठन आयु वर्ग | All |
कुल पृष्टों की संख्या | |
ISBN(आईएसबीएन) | 978-93-5607-148-3 |
Publisher/प्रकाशक | दिव्य प्रेरक कहानियाँ, साहित्य विधा पठन एवं ई-प्रकाशन केंद्र, जयहिंद तेंदुआ, औरंगाबाद, बिहार, भारत |
अन्य | |
प्रकाशित तिथि | 09-05-22 |
औसत स्टार रेटिंग
5 out of 5
(1 रेटिंग)
Rajiv
12-04-22वर्तमान समय में इस पुस्तक का महत्व समस्त मानव जाति को धर्म के प्रति जागरूक करती है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम का वर्णन बड़े ही स्पष्ट रूप में भाव कि प्रधानता के साथ की गई है। उनके बाल्यकाल से लेकर स्वयंवर तक हर बारीक से बारीक घटनाओं पर भी सार्थक दृष्टि लेखक महोदय की रही है। अपने आप में यह पुस्तक मानव कल्याण को समर्पित है। मेरे तरफ से पांच में से पांच अंक इस पुस्तक के लिए।