अबईं के भारत के बनाबे में सद्गुरु कबीर कौ योगदान (बुन्देली भाषा)
भारत भूषण महंत श्री डॉ. नानक दास जी महाराज के मार्गदर्शन में मूल रूप से हिंदी में राष्ट्र लेखक, भारत साहित्य रत्न श्री डॉ. अभिषेक कुमार जी द्वारा लिखित पुस्तक आधुनिक भारत के निर्माण में सद्गुरु कबीर का योगदान जिसे बुन्देली भाषा में अनुवाद करने का कार्य भोपाल, मध्य प्रदेश के डाॅ .अरविंद श्रीवास्तव असीमजी ने किया है।
बुंदेली भारत के उत्तर प्रदेश/मध्य प्रदेश राज्य के एक विशेष क्षेत्र बुन्देलखण्ड ( U. P. में झाँसी, ललितपुर, महोबा, बाँदा, जालौन, हमीरपुर, चित्रकूट, (M. P. में सतना, सागर, पन्ना, विदिशा, छतरपुर, आदि क्षेत्रों में बोली जाने वाली भाषा है । यह कहना बहुत कठिन है कि बुंदेली कितनी पुरानी बोली हैं लेकिन ठेठ बुंदेली के शब्द अनूठे हैं जो सदियों से आज तक प्रयोग में आ रहे हैं। बुंदेलखंडी के ढेरों शब्दों के अर्थ बंग्ला तथा मैथिली बोलने वाले आसानी से बता सकते हैं।
लेखक | पुस्तक- आधुनिक भारत के निर्माण में सद्गुरु कबीर का योगदान |
पता | भोपाल, मध्य प्रदेश |
मोबाइल नंबर | +91 94257 26907 |
ई-मेल | divavi.brlps@gmail.com |
सह लेखक | |
प्रकार | ई-बुक/ई-पठन |
भाषा | बुन्देली |
कॉपीराइट | हाँ |
पठन आयु वर्ग | सब लोग |
कुल पृष्टों की संख्या | 160 |
ISBN(आईएसबीएन) | NA |
Publisher/प्रकाशक | दिव्य प्रेरक कहानियाँ, साहित्य विधा पठन एवं ई-प्रकाशन केंद्र, जयहिंद तेंदुआ, औरंगाबाद, बिहार, भारत |
अन्य | NA |
प्रकाशित तिथि | 23-10-23 |