सहनशील नदियाँ Sahansheel Nadiyan
''सहनशील नदियाँ'' पुस्तक नदी संरक्षण, जल संचयन एवं पर्यावरण में नदियों का महत्व से अवगत कराएगी। साथ ही साथ खुले में शौच से मुक्ति, जल प्रदूषण पर समझ विकसित करेगी। नदियाँ हमारी जीवन में किस प्रकार प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष डोर से बंधी है उसकी विस्तृत जानकारी होगी l नदी-हाथी के माँ पुत्र का प्रेम वात्सल्य तथा जंगलो में निवास करने वाले हाथियों के भी समस्याओं से अवगत होंगें। पर्यावरण तथा सृष्टि संतुलन में नादियों का महत्व/उपयोगिता एवं इसमें निवास करने वाले नाना प्रकार के जलचर जीवो की जल प्रदुषण से पड़ने वाले प्रभावों को आप समझ सकेंगें। इस पुस्तक पढने के उपरांत स्वच्छ नदियाँ बनाने के संदर्भ में आत्मबल विकसित होगी एवं नदी से जुड़े जीव जंतुओं के प्रति दयालुता की भावना विकसित होगी।
लेखक | Avishek Kumar |
पता | जयहिन्द तेंदुआ, औरंगाबाद, बिहार |
मोबाइल नंबर | +919472351693 |
ई-मेल | jaihindtendua@gmail.com |
सह लेखक | NA |
प्रकार | ई-बुक/ई-पठन |
भाषा | हिंदी (ईबुक) |
कॉपीराइट | Copyrighted |
पठन आयु वर्ग | All |
कुल पृष्टों की संख्या | 44 |
ISBN(आईएसबीएन) | 978-93-5607-498-9 |
Publisher/प्रकाशक | DPK साहित्य विधा पठन एवं ईप्रकाशन केंद्र, जयहिंद तेंदुआ, औरंगाबाद, बिहार, भारत |
अन्य | जल है तो कल है। |
प्रकाशित तिथि | 21-01-24 |
औसत स्टार रेटिंग
5 out of 5
(2 रेटिंग)
Furquan Faizy
04-08-21Best book....
Sonu Singh
09-08-21नजरें एवं ज्ञान चछु खोल देने वाली पुस्तक l