अंतर्राष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान समारोह की समीक्षा।
नाम: डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव | आयु: 65 |
पद: सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रवक्ता | प्रेषित दिनांक: 04-12-24 |
पता: पी.बी.कालेज, प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश | |
दो दिवसीय विशाल कार्यक्रम (30 नवंबर 2024- 01 दिसंबर 2024) अंतर्राष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान-2024 आयोजन\"
दो दिवसीय विशाल कार्यक्रम (30 नवंबर 2024- 01 दिसंबर 2024) *अंतर्राष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान-2024* आयोजन के प्रथम दिन की पूर्व संध्या पर प्राचीन मौर्य साम्राज्य कालीन इस पावन ऐतिहासिक एवं पौराणिक धरा नालंदा एवं राजगीर पर नव निर्मित सुंदर होटल ए.वी.प्रिया,राजगीर-बिहार पहुँचे हुए सम्मान समारोह के आमंत्रित सभी विशिष्ट महानुभावों को यहाँ आयोजक मंडल के स्थानीय जिम्मेदार पदाधिकारियों विशेषकर डॉ.राजीव रंजन पाण्डेय जी एवं स्वयं सेवकों द्वारा भव्य स्वागत करते हुए सभी आगंतुकों को सूक्ष्म जल जलपान कराते हुए हमें एक दूसरे से परिचय प्राप्त करने का सौभाग्य तो प्राप्त ही हुआ साथ ही साथ होटल में हम सभी के ठहरने की भी उत्तम व्यवस्था के साथ ही हम सभी को रात्रि में सामूहिक भोज का भी आनंद उठाने का सुअवसर प्राप्त हुआ।
प्रथम दिवस दिनांक 30 नवंबर 2024 को प्रातः 5.00-6.00 बजे तक डॉ. डी. आर. रेवाला (IRS) द्वारा जीवन में ध्यान योग (मेडिटेशन) का क्या लाभ है? इसके बारे में सभी को महत्वपूर्ण विशेष आवश्यक जानकारियाँ देते हुए हमें ध्यान योग/मेडिटेशन
कराया गया। तत्पश्चात लोग फ्रेश होने,स्नान बाद सामूहिक जल जलपान में (जलेबी,दही,पूड़ी,सब्जी,सलाद आदि) का भरपूर
आनंद उठाने के बाद सभी सम्मानित अतिथियों का रोली टीका कर प्रथम बेला में भगवान बुद्ध एवं भगवान महावीर की धरती राजगीर के पौराणिक,धार्मिक,स्थलों के भ्रमण एवं दर्शन हेतु 9.00 बजे प्राचीन काल से चले आ रहे आवागमन के विशेष रूप से बहुत ही उपयोगी और महत्वपूर्ण सुंदर साधन,बड़े- बड़े घोड़ों और सजाए हुए आकर्षक घोड़ा गाड़ी (इक्का) टमटम में सवार हो कर स्थानीय मंदिरों,मठों,कुंडों,जलाशयों,पशु-पक्षी विहार,विश्व बौद्ध स्तूप,रोपवे का आनंद,राजगीर वन अभ्यारण, स्वर्ण खजाना गुफा,अजातशत्रु की जेल(घनानंद का प्राचीन किला),ब्रह्म कुंड,सूर्य कुंड,दुर्गा कुंड आदि विभिन्न पवित्र कुंडों, विशाल पवित्र गुरुद्वारा,नवलखा मंदिर,जरासंध का अखाड़ा, विश्व प्रसिद्ध प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेष इत्यादि,
रत्नागिरी पहाड़,जय प्रकाश उद्यान,चीनी मंदिर,तिब्बती मंदिर, आदि स्थलों का शैक्षिक, धार्मिक और ऐतिहासिक भ्रमण का लुत्फ उठाया। बहुत ही आनंद आया। दुनिया के सबसे बड़े और
महान लोकतंत्र भारत गणतंत्र के अनेक राज्यों से सहभागिता करने वाले विद्वतजनों को आमंत्रित कर एक मंच एवं एक स्थान पर एकत्रित कर पाना ही बहुत कठिन है,फिरभी अथक परिश्रम कर इस मुश्किल कार्य को अपने लगन एवं व्यवहार कुशलता से विभिन्न सामाजिक सेवा क्षेत्रों के महान विभूतियों को चुन- चुन कर सुंदर सुगंधित पुष्पों की एक मुक्तामणिमाला बनाई गई एवं सम्मान कार्यक्रम को आधार बना कर सामाजिकता के साथ ही साथ नैतिकता,संस्कार,सनातन सभ्यता,संस्कृति,भारतीय कला और ज्ञान का अच्छा प्रचार एवं प्रसार भी किया गया। इससे ही तो जन सामान्य का भी बौद्धिक,नैतिक,धार्मिक,आध्यात्मिक, सामाजिक विकास के साथ ही साथ व्यक्तिगत विकास भी होता है और सामाजिक संवर्धन भी होता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। प्रत्येक मनुष्य एक दूसरे से सीख कर जीवन में कुछ अच्छा करने की प्रेरणा प्राप्त करता है। वास्तव में ऐसे ही श्रेष्ठ कार्यक्रम सफल कहे जाते हैं।
यद्यपि कि टिकट नहीं मिल पाने के कारण विश्व प्रसिद्ध ग्लास मंदिर जो जो चीन के बाद भारत के राजगीर में ही बनाया गया है उसे देखने से वंचित रह जाया गया इसका मुझे विशेष दुःख भी है परंतु राजगीर भ्रमण का आयोजन समिति के कर्मठ और जिम्मेदार पदाधिकारी डॉ. राजीव रंजन पाण्डेय एवं अति कर्मठ एवं संघर्षशील,परिश्रमी,ऊर्जावान व्यक्तित्व के धनी विशेषकर प्रिय डॉ.अभिषेक कुमार जी की कठिन तपस्या से कराया और बनाया गया यह राजगीर-नालंदा भ्रमण कार्यक्रम तो अत्यंत ही मनोरंजक,ज्ञानवर्धक,धार्मिक,आध्यात्मिक और ऐतिहासिक के साथ ही साथ अत्यंत ही सफल रहा है। ये हमारे सभी साथियों के स्मृतियों में सदैव एक यादगार के रूप में आजीवन संचितएवं संरक्षित रहेगा। इसके लिए आप दोनों महान विभूतियां सदैव हम सभी के विशेष आदर एवं नमन के पात्र रहेंगे प्रियवर।
राजगीर-नालंदा भ्रमण बाद हम सभी लोग वापस होटल पहुँच कर भोजन आदि कर तृप्त हुए कुछ देर आराम करने के बाद एक बार पुनः संध्या बेला में भी डॉ.अभिषेक कुमार के नेतृत्व और डॉ. डी.आर.रेवाला (आई.आर.एस.) की अध्यक्षता में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें सभी सम्मानित उपस्थित महान विभूतियों के द्वारा उनके अपने-अपने सेवा के क्षेत्रों में सामाजिक बदलाव एवं उन्नयन के लिए क्या?कहाँ?और कैसे? बेहतर प्रयास किए जा सकते हैं जिससे समाज में लोगों को फायदा हो सके और पीड़ित मानवता की सहायता हो सके, लोग सुखी,स्वस्थ,निरोग रह सकें तथा समाज में संवेदना की भी उपज हो सके।हमारा भारत और भारतीय \'वसुधैव कुटुम्बकम\' की मूल भावना के साथ विश्वगुरु बन सके।
इस प्रश्न के दौरान उपस्थिति महानुभावों द्वारा एक से एक सुंदर सराहनीय विचार प्रस्तुत किए गए। इसी क्रम में मैने *डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव* ने अपने अन्य सामाजिक,साहित्यिक कार्यों के अतिरिक्त जैसे लोग जीते जी रक्तदान,भूमिदान,शिक्षादान एवं कन्यादान करते हैं वैसे ही अपने जीते जी नेत्रदान,अंगदान और देहदान करने के बारे में उपस्थित जन समूह को बताते हुए अपने जीते जी इसकी घोषणा भी करने के लिए लोगों को यहाँ प्रेरित किया और उनसे अपील किया ताकि मृत्यु बाद हमारे इस नश्वर शरीर का अंग किसी जरूरतमंद के किसी काम आ सके और वह हमारे इन अंगों को प्राप्त कर आँखों की रोशनी,जरूरी टिशू और मेडिकल कालेज के विद्यार्थियों के अध्ययन व खोज के लिए एक मृत शरीर दान में प्राप्त कर सके। इसी के साथ ही अंत में कुछ गीत,कविता,व्यंग्यात्मक कविता की सुंदर प्रस्तुति के बाद विचार गोष्ठी का समापन किया गया और सामूहिक रात्रिभोज हेतु लोगों को आमंत्रित करते हुए स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लिया गया।
सभी के प्रति डॉ.अभिषेक जी द्वारा धन्यवाद एवं आभार व्यक्त करते हुए पुनः प्रातः समय से नित्यक्रिया,स्नान,ध्यान,जलपान कर द्वितीय दिवस के लिए निर्धारित कार्यक्रम स्थल पर समय से पहुँचने का आह्वान किया गया ताकि सम्मान समारोह कार्यक्रम
को सफलता पूर्वक समय से समाप्त कर भोजन ग्रहण करने बाद अपनी वापसी यात्रा के लिए प्रस्थान किया जा सके।
द्वितीय दिवस दिनांक 01 दिसंबर 2024 को प्रातः को सुबह से
ही सभी के मन मस्तिष्क में एक हलचल और कोलाहल हो रही थी कि आज हमारे सम्मानित मुख्य अतिथि जी एवं विशिष्ठ अतिथियों द्वारा अंगवस्त्र डाल,गले माला पहना कर स्मृति चिह्न एवं अंतर्राष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान-2024 प्रदान कर समारोह पूर्वक उक्त सम्मान हेतु चयनित सभी महानुभावों को सम्मानित किया जाएगा तो सभी लोग अपने दैनिक क्रिया,स्नान,ध्यान से निपट शूट-बूट पहन तैयार होकर जलपान/भोजन हाल में आए और जो लेना था उसे ग्रहण कर पुनः कार्यक्रम स्थल,सरस्वती भवन हाल में लगी कुर्सियों पर स्थापित हो गए।
मौर्यकालीन प्राचीन मगध साम्राज्य की गौरवशाली पावन धरती राजगीर (नालन्दा) बिहार में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त पुरातन विश्वविद्यालय,नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी-नालंदा के माननीय कुलपति प्रो.(डॉ.) संजय कुमार (मुख्य अतिथि-सम्मान समारोह),सौहार्द शिरोमणि संत मानद कुलपति-ग्लोबल विश्वविद्यालय,अमेरिका के मानद कुलपति (प्रो.) डॉ. सौरभ पाण्डेय एवं डॉ. डी.आर.रेवाला(आई.आर. एस.) सहायक आयुक्त-सीजीएसटी/कस्टम एवं एक्साइज सेवा कर,भारत सरकार,सूरत,गुजरात-डॉ. डी.आर.रेवाला जी के संयुक्त कर कमलों द्वारा (संपूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों से विशेष सम्मान चयन समिति द्वारा उनकी योग्यता एवं कार्यवृत्त शिक्षा,साहित्य,समाजसेवा,चिकित्सा,विज्ञान,पर्यावरण,राष्ट्रसेवा,
मानवधिकार सहायता एवं संरक्षण के लिए अपने जनपदों और राज्यों में सराहनीय सेवाकार्य हेतु पचास(50)विशिष्ठ सम्मानित महानुभावों को उनके अप्रतिम रचनात्मक-सामाजिक योगदान हेतु ही) अन्य सम्मानित विशिष्ठ विभूतियों महानुभावों के साथ प्रतापगढ़ जनपद के गौरव ख्यातिलब्ध समाजसेवी एवं वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमान डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव जी को भी *अंतर्राष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान-2024* समारोह पूर्वक भव्य समारोह में सम्मानित किया गया।
इस गौरवशाली भव्य सम्मान समारोह का आयोजन धराधाम इंटरनेशनल गोरखपुर,उ.प्र.के संस्थापक एवं अध्यक्ष सौहाद्र शिरोमणि संत डॉ.सौरभ पाण्डेय जी के कुशल मार्गनिर्देशन और डॉ.अभिषेक कुमार मुख्य प्रबंध निदेशक सह साहित्यकार-दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केंद्र,आजमगढ़,उत्तर प्रदेश के नेतृत्व में,डॉ. राजीव रंजन पाण्डेय,निदेशक-विहग (गौरैया) फाउंडेशन,नालंदा-बिहार प्रान्त के संयोजन एवं श्री नारायण जी यादव,निदेशक (भारत) एशिया बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड,श्रीलंका के सहयोग एवं संयुक्त तत्वाधान में बड़ी सफलता पूर्वक सम्पन्न किया गया।
इस परम पावन सुअवसर पर कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे मंच पर उपस्थित अति विशिष्ठ अतिथि के रूप में महंत श्री सुधीर दास शास्त्री जी महराज,अयोध्या धाम-उत्तर प्रदेश,डॉ. मेहता नागेंद्र सिंह,पूर्व भू-वैज्ञानिक-पर्यावरणविद,पटना-बिहार,डॉ. एहसान अहमद(पी.ई.एस.)सदस्य-पाठ्यक्रम समिति,माध्यमिक शिक्षा परिषद,उत्तर प्रदेश,श्रीमती मंजू कश्यप-राष्ट्रीय अध्यक्षा- महिला शक्ति समूह दल,आजमगढ़,उ.प्र.,श्रीमद्भागवत पुराण कथावाचक साध्वी स्वेतिमा माधव प्रिया जी,श्री नंदलालमणि त्रिपाठी ज्योतिषाचार्य व साहित्यकार,गोरखपुर,उ.प्र.,इस विशेष कार्यक्रम का अत्यंत कौशलपूर्ण सफल संचालन राष्ट्रलेखक डॉ. अभिषेक कुमार जी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम समापन पश्चात सभी जन गौरवशाली मगध सम्मान प्राप्तकर्ता पुनः होटल ए.वी.प्रिया राजगीर आए और भोजन ग्रहण करने पश्चात थोड़ा आराम कर सायं काल में एक बार पुनः महंत श्री सुधीर दास शास्त्री जी अयोध्या धाम एक घंटे का धार्मिक आध्यात्मिक प्रवचन सुनने और विद्वान अशोक सिंह जी का धार्मिक व्याख्यान भी सुनने का हम सब को सौभाग्य प्राप्त हुआ। हम लोग दोनों विद्वानों का सनातन हिन्दूधर्म का ज्ञान रसपान किया और बहुत अभिभूत हुए। संयोग से हमारी और हमारे काफी साथियों की वापसी यात्रा की एक ही ट्रेन बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस ट्रेन काफी लेट हो जाने से ही यह परम पावन ज्ञान यज्ञ रसपान करने का सुखद सौभाग्य प्राप्त हुआ। इसके बाद अति व्यवहार कुशल और नेक दिल इंसान हम सभी को रात्रि 02 बजे से 03 बजे रात्रि तक बिना थके,बिना विश्राम किए कई बार में होटल से रेलवे स्टेशन पहुँचाते रहे बेचारे। ये ऐसे महान पुरुष और जिम्मेदार व्यक्ति और पदाधिकारी हैं कि इनकी जितनी भी तारीफ और सराहना की जाए वह कम है।
ऐसे महान आदरणीय व्यक्तित्व के धनी प्रियवर डॉ.अभिषेक जी जीवन में सदैव सपत्नीक सपरिवार सुखी,स्वस्थ्य और निरोग तथा दीर्घायु रहें। ईश्वर इनकी समस्त इच्छाएं जीवन में पूर्ण करें। एक दिन इन्हें महिला शक्ति समूह दल के टिकट से जीत दिलाएं और सांसद/विधायक बना दिल्ली/लखनऊ संसद भवन या विधान सभा पहुंचाएं। मेरी व्यक्तिगत हार्दिक अशेष मंगल शुभकामनाएं और आशीर्वाद है। यही मेरी हार्दिक आकांक्षा एवं अपेक्षा है।
डॉ. विजय भास्कर पवन पाण्डेय महाराज जी व श्री सूर्य प्रकाश त्रिपाठी जी की कार्यक्रम में अनुपस्थित से उनकी कमी मुझको अखरती रही।
आपका कार्यक्रम अद्वितीय रहा,इसमें किसी को कोई कमी भी लगी हो तो यह एक बहुत बड़ा आयोजन था,छोटी मोटी चीजें कभी-कभी समयाभाव के कारण और कभी अति व्यस्तता के कारण ध्यान में न आ पाने के कारण रह ही जाती हैं, इसलिए
उसका कोई ग़म न करें। भविष्य में होने वाले वृहद कार्यक्रमों में उस चीज पर भी विचार करें।
अपने हर आयोजन में राष्ट्रवंदना,वंदे मातरम और विश्व शांति के लिए भी मात्र दो मिनट का मौन और विश्व कल्याण की प्रार्थना अवश्य करें/कराएं।
अपने प्रत्येक कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रगान अवश्य कराएं।
आप आगे बढ़ें,आप आगे बढ़ें,हम सब हमेशा आप के साथ हैं।
अपने संग हमको भी जोड़े रखें,यही एक मेरी आप से आस है।।
राजगीर की पावन धरा में इतना अच्छा ,शानदार,जानदार और ऐतिहासिक सफलता प्राप्त सुंदर सफल आयोजन करने हेतु मैं आपको मेरी बहुत-बहुत हार्दिक बधाई,अशेष मंगलमय दिली शुभकामनाएं एवं रोम-रोम से आशीर्वाद देता हूँ प्रियवर श्रीमन डॉ. अभिषेक जी।
आपका शुभेच्छ
ज्ञान विभूषण डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव
(वरिष्ठ कवि लेखक साहित्यकार समीक्षक एवं समाजसेवी)
सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रवक्ता-
पी.बी.कालेज,प्रतापगढ़,उत्तर प्रदेश
फाउंडर डिस्ट्रिक्ट गवर्नर उ.प्र.एलायंस क्लब्स इंटरनेशनल,डि.114
राष्ट्रीय सलाहकार व योजना मंत्री मानवधिकार सहायता संघ भारत
पूर्व डिप्टी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायंस क्लब्स इंटरनेशनल,डि.321ई
एक सफल आयोजन अंतर्राष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान समारोह।
नाम: डॉ. राकेश वशिष्ठ | आयु: 46 |
पद: पत्रकार | प्रेषित दिनांक: 03-12-24 |
पता: जोधपुर, राजस्थान | |
डॉ. अभिषेक कुमार जी के नेतृत्व में बिहार के राजगीर में आयोजित अंतराष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान समारोह निःसंदेह यह एक सफल आयोजन था जिसमें एक नवीनता देखने को मिली; सभी प्रतिभागियों को ऐसा लगा होगा जैसे कि वे किसी आवासीय शिविर में हों। जहाँ मुझे विभिन्न प्रांतों से आए अलग-अलग बोलियों, भाषाओं, रीति-रिवाजों और खान-पान वाले लोगों से मिलने और जानने का अवसर मिला। आयोजन समिति और सभी को बधाई जिन्होंने रहने और खाने-पीने की बेहतरीन व्यवस्था की थी। बहुत कुछ सीखने को मिला और नालंदा, राजगिरि की पवित्र भूमि, बोली, पहनावा, खान-पान, संस्कृति, वनस्पति और ऐतिहासिक स्थलों को जानने और समझने का अवसर मिला। मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है कि इस तरह के आवासीय शिविर हर साल आयोजित किए जाने चाहिए ताकि हम एक-दूसरे की संस्कृति, आचार-विचार को जान सकें और एक-दूसरे से जुड़ाव महसूस कर सकें।
शुभकामनाओं के साथ
डॉ. राकेश वशिष्ठ, जोधपुर, राजस्थान
अंतर्राष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान समारोह की सफलता।
नाम: डॉ. वी बी पाण्डेय (पवन जी महाराज) | आयु: 52 |
पद: संत | प्रेषित दिनांक: 03-12-24 |
पता: लखनऊ, उत्तर प्रदेश | |
बिहार के राजगीर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान समारोह के आयोजक मंडल धराधाम इंटरनेशनल के डॉ. सौरभ पाण्डेय जी, दिव्या प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केंद्र आजमगढ़ के डॉ. अभिषेक कुमार जी, गौरैया विहग फाउंडेशन नालंदा के श्री राजीव रंजन पाण्डेय जी एवं समस्त सहयोगियों जिनके सहयोग से यह भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया उन सभी को बहुत सारी ढेर सारी शुभकामनाएं एवं हार्दिक आभार। जिस प्रकार भारत के अनेक राज्यों से विद्वतजनों को एक स्थान पर एकत्रित कर मुक्तामणिमाला बनाई गई एवं सम्मान कार्यक्रम तो बहुत सारे होते रहते हैं परंतु उस कार्यक्रम में यदि सामाजिकता के साथ नैतिकता और ज्ञान का प्रसार भी किया जाए तो वास्तव में श्रेष्ठ कार्यक्रम कहे जाते हैं। अंतर्राष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान इसी तरह का एक कार्यक्रम रहा जिसमें संस्कृति, सनातनी, भारतीय कला संस्कृति की जानकारी के साथ बौद्धिक तथा नैतिक जानकारी के साथ एक दूसरे से परिचित हुए और ज्ञान का प्रसार हुआ।
कार्यक्रम में सम्मिलित ना हो पाने का हमें बहुत खेद है परंतु समूह में आप सभी के सहयोग से लगातार कार्यक्रम में होने वाले क्षणों को चित्रों के माध्यम से, लेख के माध्यम से लगातार प्रेषित किया जाता रहा। यह वास्तव में बहुत ही सुखद अनुभव था। पुनः एक बार आप सभी सम्मानित होने वाले अतिथियों को बधाई।
डॉ. वी बी पाण्डेय (पवन जी महाराज)
आपके बारे में
नाम: SACHIN TIWARI | आयु: 40 |
पद: लेखक | प्रेषित दिनांक: 20-09-24 |
पता: LUCKNOW | |
पता नहीं किस व्हाट्सप्प ग्रुप पर आप और हम दोनों सदस्य हैं और वहीँ जिज्ञासावश में आपकी वेबसाइट पर आ गया पूरी वेबसाइट को देख कर बड़ा कहा लगा की आप इतनी काम उम्र में साहित्य की इतनी सेवा कर चुके हैं और अभी भी अपनी नौकरी के साथ अनवरत रूप से लकड़ी कर रहे हैं मेरा मोबाइल नंबर आपके पास है मुझे आप से जुड़ कर काम करना अच्छा लगेगा मैं भी एक लेखक और अभिनेता हुईं वर्तमान में मैंने अभी तक ३०० कवितायेँ ,५ कहानियां ,२ नाटक , २ शार्ट फिल्म का स्क्रीनप्ले लिखा है और करीब ६० से ज़्यादा नाटकों में अभिनय भी कर चूका हूं
You are a source of inspiration for the young generation of the nation.
नाम: Md. Sharif Khan | आयु: 46 |
पद: Assistant, Atomic Research | प्रेषित दिनांक: 02-08-24 |
पता: Kota, Rajasthan | |
I listened carefully the interview of Dr. Avishek sir, I am very proud of him that he is an ultimate source of inspiration and motivation for humanity, mankind and nation\'s younger generation. He is also a great and vibrant personality of this age who is propagating humanity literature inspite of performance of consistent service as govt servant on priority basis. Salute to Dr. Abhishek sir, long live Sir, keep it up 👍👌 Almighty God bless you with great success, health, happiness and prosperity in future endeavours. Jai Hind.
अभिषेक़ कुमार के लेखनी, साहित्यिक रचनाएँ, अभियान, व्यक्तित्व एवं क्रियाकलापों से संबंधित
नाम: प्रो. जनक सिंह मीना | आयु: 50 |
पद: प्रोफेसर | प्रेषित दिनांक: 13-06-24 |
पता: Department of Gandhian Thought and Peace Studies, Central University of Gujarat, Sector-29, Gandhinagar-382021 | |
डॉक्टर अभिषेक कुमार जी सादर नमस्कार आपके द्वारा दिव्या प्रेरक कहानियां, मानवता अनुसंधान साहित्य विद्या पठन एवं ई प्रकाशन केंद्र के माध्यम से लेखन के क्षेत्र में, साहित्यिक रचनाओं द्वारा , विभिन्नगतिविधियों का संचालन करते हुए अभियान के माध्यम से हिंदी जगत में महती भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है जिसके लिएआप साधुवाद के पात्र हैं तथामैं अपनी ओर से ढेर सारी बधाई में प्रेषित करता हूं I आपका सरल,सहज, मिलनसार,सकारात्मक, ऊर्जावान, मधुर भाषीतथा रचनात्मक व्यक्तित्व सभी को अपनी ओर आकर्षित करता है I आपने समाज में साहित्य का सृजन कर अद्भुत कार्य किया है I आप लगातारदेश भर मेंराष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीयकार्यक्रमों एवं गतिविधियों का संचालन करजागरूकता , जनचेतनाएवंसमाज सेवा काकार्य कर रहे हैंI मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आप इसी प्रकार उत्तरोत्तरप्रगति करते रहेंऔरसमाज और राष्ट्र कोउन्नति के शिखर की ओरले जाने कापुनीत कार्यकरते रहें I शुभकामनाएं प्रोफेसर जनक सिंह मीणा विभागाध्यक्ष, गांधीवादी विचार एवं शांति अध्ययन विभाग गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय,गांधीनगर
राष्ट्रभाषा सेवा संघ की तरफ से धन्यवाद ज्ञापन
नाम: डॉ.सुनील दुबे | आयु: 44 |
पद: संस्था के संस्थापक | प्रेषित दिनांक: 10-06-24 |
पता: 303, Akshaya apartment madhavi naga | |
डॉक्टर अभिषेक कुमार जी, आपकी समाज के प्रति सोच ,आपके द्वारा किए जाने वाले सामाजिक कार्य, सेवा, समर्पण और त्याग बड़े ही बिरले नजर आते हैं आज की समय में।निश्चय ही ईश्वर की अनुकंपा है कि आप जैसे विभूति को इस धरातल पर भेजे हैं, जो मानव कल्याण के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं ,आपके समर्पण कार्यों के हम प्रति नतमस्तक है और आपने संपूर्ण सेवाओं को निशुल्क करके एक नया नाम समाज में स्थापित किया है ।आपके द्वारा दिए जाने वाला मानवतावादी कबीर चौराहा सम्मान पाकर मैं और मेरे सभी साथी गण मानवता के प्रति आकर्षित हो रहे हैं ,निश्चय ही आपके द्वारा दिए गए इस सम्मान में हम चार-चाँद जरुर लगाएंगे अपने हिंदी के उत्थान के लिए जितने भी कार्य किए हैं उन सभी के लिए हमारे तरफ से आपका एक छोटा सा अभिवादन स्वीकार करें अंतरराष्ट्रीय हिंदी सेवी सम्मान के रूप में हम सदैव आपके आभारी रहेंगे बहुत-बहुत साधुवाद एवं धन्यवाद । डॉ. सुनील दुबे हिन्दी सेवी, संस्थापक राष्ट्र भाषा सेवा संघ (अनुबंध देवनागरी उत्थान फाउंडेशन) हैदराबाद, भारत
हम आपके मानवता अनुसंधान मिशन से बहुत प्रभावित हूॅं।
नाम: डॉ. ओम प्रकाश मिश्र मधुब्रत (अज्ञातमेघार्जुनजौनपुरी) | आयु: 54 |
पद: स्नातकोत्तर शिक्षक, | प्रेषित दिनांक: 10-06-24 |
पता: ज.न.वि. उन्नाव (उ. प्र.) | |
आदरणीय डॉ. अभिषेक जी सादर प्रणाम 🙏
मैं डॉ. ओम प्रकाश मिश्र \"मधुब्रत\"
(अज्ञातमेघार्जुनजौनपुरी)
आज आपके मिशन से बहुत प्रभावित हूॅं। कभी मैं सोचता था कि मानवतावाद के पोषण संरक्षण एवं मानवीय मूल्यों के विकास एवं संवर्धन में संलग्न साहित्यिक धारा से जुड़ सकूं और सच्ची साहित्य सेवा कर सकूं।
मैंने लिखा भी था--
यदि कहीं मानवतावादी पोषक तत्वों पर साहित्य सर्जना हो तो हमें अवगत कराया जाय।
सच्चे साहित्य की सेवा होगी। मानवता का उपकार भी होगा। यही मेरा लक्ष्य है।
कहना होगा आज आपसे जुड़ने का सौभाग्य स्वयं प्रभु की कृपा से मिल गया। आपके मार्गदर्शन में बहुत कुछ कर सकूंगा। कृपया हमें मार्गदर्शन देने का कष्ट करेंगे।
हम ऐसा साहित्य सृजन करना चाहते हैं जो आने वाली पीढ़ियों का, मानवता का निर्माण कर सके। नई पीढ़ी में मानवीय जीवन मूल्यों की प्रतिष्ठा करना ही हमारा लक्ष्य है।
मेरी अंतिम इच्छा यही है कि जैसा आपका आलेख उत्तर प्रदेश सरकार के 10 वीं 11 वीं, 12 वीं के पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाता है वैसे ही मेरा भी साहित्य हाई स्कूल, इंटरमीडिएट की कक्षाओं के पाठ्यक्रम में शामिल हो सके,जिसके किशोरावास्था के संक्रमण काल में छात्रों के जीवन में संस्कार डाल सकूं और नव भारत की प्रतिष्ठा वैश्विक स्तर तक ऊपर उठा सकूं।
सादर निवेदक,
डॉ० ओम प्रकाश मिश्र मधुब्रत
(अज्ञातमेघार्जुनजौनपुरी)
संस्थापक/अध्यक्ष
नवोदय वैश्विक प्रज्ञान साहित्यिक मंच
संप्रति कार्यरत-
स्नातकोत्तर शिक्षक, ज.न.वि. उन्नाव (उ. प्र.)
🙏
धन्यवाद ज्ञापन
नाम: डॉ. डी. आर. रेवाला (आई.आर.एस.) | आयु: 59 |
पद: सहायक कमिश्नर, कस्टम विभाग, भारत सरकार | प्रेषित दिनांक: 27-05-24 |
पता: सूरत, गुजरात | |
सादर नमस्कार,
दिनांक 25 मई 2024 को हैदराबाद के नामपल्ली स्थित होटल क्वालिटी इन में राष्ट्र भाषा सेवा संघ, धराधाम अंतर्राष्ट्रीय और दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केंद्र की तरफ से हैदराबाद में आयोजित सम्मान समारोह को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने में आदरणीय श्री सुनिल दुबे जी, डॉ. अभिषेक कुमार जी और सौहार्द शिरोमणि डॉ. सौरभ पाण्डेय जी की अहम् भूमिका रही है जो बहुत ही काबिले तारीफ है। आप तीनो की जितनी भी भूरी- भूरी प्रशंसा की जाए उतनी ही कम है।
आपके प्रेम भाव , सादगी, सरलता, सहृदयता और उदारता ने बहुत प्रभावित किया है। जिसके हम सभी कायल हैं।
हिंदी चूंकि मातृभाषा है। लिहाजा उसे बचाए रखना और संरक्षण प्रदान करना यह हमारा नैतिक दायित्व है।
युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत डॉ अभिषेक कुमार जी, जो कि इस कार्यक्रम के मुख्य आधार स्तम्भ और सूत्रधार रहें। ज्ञातव्य रहे कि आज जहां मनुष्य का अवमूल्यन हो गया है और उसका जीवन सत्ता, समृद्धि जैसी भौतिक वस्तुओं पर आधारित हो गया है। तथा आपसी प्रेम और भाईचारा और विश्वास ये सब ऋणात्मक दौर में हैं।अतः समाज में आज भौतिकता जहां नैतिक मूल्यों पर निरंतर हावी हो रही हैं वहां डाक्टर अभिषेक जी आपकी मानवीय मूल्यों और सरोकारों से सम्बंधित दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान के कार्यक्रम आज के संदर्भ में बेहद अपरिहार्य है। नितांत आवश्यक है। आप जिस प्रेम, मेहनत और लगन के साथ काम करते हैं आशा है।वह अवर्णनीय है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके प्रयास समाज में मानवतावादी मूल्यों को बढ़ावा देने और उन्हें पुनर्स्थापित करने में बेहद कारगर साबित होंगे।
दक्षिण क्षेत्र में हिंदी भाषा को जीवंत बनाए रखने , संरक्षण प्रदान करने में आप आदरणीय दुबे जी,जो परचम फहरा रहें हैं। वे बहुत ही सराहनीय है। आपने दक्षिण क्षेत्र हिंदी भाषा को अपना मुकाम हासिल कराने तथा हम सब हिन्दी प्रेमियों को सम्मानित करते हुए आपने हम सबके दिलों में एक विशेष स्थान बनाया है।
मातृभाषा की सेवा में ग्लोबल इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी अमेरिका द्वारा डाक्ट्रेट सम्मान प्रदान कर्ता आदरणीय सौहार्द शिरोमणि संत मानद कुलपति डॉ सौरभ पाण्डेय जी तथा मिश एशिया यूनिवर्स सुश्री पूजा निगम समारोह के मुख्य आकर्षण रहे ।
आदरणीय मानद कुलपति श्रीमान सौरभ पाण्डेय जी आपका सान्निध्य पाकर हम आनंदित हुए और हमें बहुत ही अच्छा लगा। आप जैसे संत के सान्निध्य में बिताए पल हमारे लिए बहुत ही अमूल्य और अविस्मरणीय है।
महोदय,हम आपका क्रांतिकारी भाषण सुनकर तो बहुत गद् गद् ही हो गये।
समाज सेवा के क्षेत्र में आपने तथा आपके सम्मानित मंच ने मुझे जो डाक्ट्रेट की मानद उपाधि प्रदान की, उसे पाकर नि:संदेह हमारा पूरा परिवार अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा है। अतः मैं और मेरा पूरा परिवार आयोजक समिति का खूब खूब आभार व्यक्त करते हैं और दिल से शुक्रिया अदा करते हैं।
दक्षिण क्षेत्र के गढ़ में हिंदी भाषा में हमारी स्नेहमयी और आदरणीय बहनों ने बहुत ही खूबसूरती से मंच का संचालन कर सबका मन मोह लिया ।हाल के अंदर मुझे यह कतई अहसास नहीं हुआ कि हम कहीं किसी तमिल या तेलगु क्षेत्र में बैठे है । यकीं किजिए कि जब मैं हाल के बाहर निकला तो मुझे अहसास हुआ कि अब मैं कहीं किसी तेलंगाना क्षेत्र में हूं।
मैं इस डाक्ट्रेट की मानद उपाधि समारोह का साक्षी बना और उस प्रेम पूर्ण माहौल को देखकर मैं बहुत अभिभूत हुआ। इस अवसर पर बहुत सी प्रतिभाओं और महान् हस्तियों से मुलाकात हुई लेकिन समयाभाव की वजह से बहुत से भाई बहनों से औपचारिक मुलाकात भी नहीं हो पाई जिसका मुझे बहुत मलाल है।
आशा है कि सीघ्र है हम एक नए समारोह में फिर से एक नई उमंग,ऊर्जा और उत्साह के साथ पुनः मुलाकात करेंगे।
अति सम्मान और मैत्री पूर्ण भावनाओं के साथ !
आदर सहित
डॉ. डी. आर. रेवाला (आई.आर.एस.)
सहायक कमिश्नर, कस्टम विभाग, भारत सरकार, सूरत, गुजरात
अहिन्दी भाषी क्षेत्र में भी आपका योगदान अत्यंत सराहनीय है।
नाम: डॉ.लक्किडि कोमुरा रेड्डी | आयु: 41 |
पद: अनुसंधान विस्तार अधिकारी | प्रेषित दिनांक: 24-05-24 |
पता: वरंगल, तेलंगाना | |
आदरणीय डॉ. अभिषेक कुमार जी ! सादर अभिवादन!🙏
हिन्दी के क्षेत्र में आपका योगदान अत्यंत सराहनीय है। आपकी नि:शुल्क एवं निस्वार्थ सेवा के प्रति हमारे अहिंदी भाषी राज्यों तेलंगाना व आन्ध्र प्रदेश और समस्त दक्षिण भारत की ओर से धन्यवाद दे रहा हूँ । सौहार्द शिरोमणि सौरभ पाण्डेय जी, सूरत रेंज के कस्टम विभाग के कमिश्नर श्री डी. आर. रेवला, श्री सुनिल दुबे जी, प्रो. ए.के. जैन जी और अन्य महान विभूतियों के कर कमलों द्वारा दिनांक: 25/05/2024 को हैदराबाद के नामपल्ली स्थित होटल क्वालिटी इन में भव्य कार्यक्रम का आयोजन विशेष रूप से तेलंगाना में करते हुए माँ भारती को हिन्दी से सुशोभित करने का आप का यह प्रयास “न भूतो न भविष्य” है। इस संदर्भ में आपको ढेर सारी बधाइयाँ देते हुए धन्यवादार्पण करता हूँ।
“कबीर चौरा मानवता सम्मान” के लिए चयनित दक्षिण भारत के समस्त महान, विद्वज्जनों एवं श्रेष्ठ हिन्दी सेवी दिग्गजों को बहुत-बहुत बधाइयाँ।💐💐💐
डॉ.लक्किडि कोमुरा रेड्डी
वरंगल ज़िला, तेलंगाना राज्य
अनुसंधान विस्तार अधिकारी (दक्षिण भारत)
दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केन्द्र
आपकी लेखन क्रांतिकारी है।
नाम: मंजुला कौरव | आयु: 36 |
पद: सहायक विकास अधिकारी, छत्तीसगढ़ सरकार | प्रेषित दिनांक: 05-02-24 |
पता: कोरवा, छत्तीसगढ़ | |
आपके द्वारा लिखित शानदार आर्टिकल पलट दल बदल, जनादेश बेदखल, डॉ. अभिषेक सर मैंने पूरा पढ़ा और वर्तमान की राजनीति से खुद को जोड़ पा रही हूं। अब समय आ गया है कि बुद्धिजीवियों को संसद की गलियारे में उतरने की आवश्यकता है नहीं तो परिवारवाद को नष्ट नहीं किया जा सकता।
पुरानी व्यवस्था कुछ और थी,आज सूचना क्रांति का जमाना है।
व्हाट्सएप,फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब ने बहुत बड़ा योगदान दिया है जनता को जागरूक करने का आज जनता जानती है कि किसकी कैसी मानसिकता है और कौन स्वार्थ से पुरीत होकर सत्ता की कुर्सी धारण करना चाहते हैं, और हमें किसे वोट करना है किसको वोट नहीं करना है। शायद इसीलिए आज देश बदल रहा है, देश की एकता अखंडता बदल रही है और सनातन धर्म की शक्ति का उदय हो रहा है।
इस यज्ञ में आप जैसे बुद्धिजीवियों को बहुत बड़ा योगदान है, जब तक भारत में बौद्धिक क्षमता विद्यमान है तब तक सनातन धर्म और उसकी शक्ति, समृद्धि, शौर्य और अखंडता हमेशा विद्यमान रहेगा।
शंखनाद के रूप में लिखा बेहद विचारोत्तेजक आपका आलेख होता है।
नाम: डॉ. मक्खन लाल तंवर | आयु: 59 |
पद: साहित्यकार | प्रेषित दिनांक: 30-01-24 |
पता: हरियाणा | |
भारत साहित्यरत्न व राष्ट्र लेखक की उपाधियों से अलंकृत प्रख्यात साहित्यकार, समुदाय सेवी, प्रकृति प्रेमी, स्वच्छंद विचारक डॉ अभिषेक कुमार जी का आलेख \" रखैल कहो या लिव-इन - रिलेशनशिप, यह कुसंस्कार समाज के लिए घोर अभिशाप।\" आद्योपांत पढ़ा। संपूर्ण आलेख आज की वीभत्स एवं हेय \' लिव-इन रिलेशनशिप \'की असामाजिक,देश विरोधी, कुसंस्कारी प्रवृत्ति और पापी सोच की भद्दी परंपरा के विरुद्ध शंखनाद के रूप में लिखा एक बेहद विचारोत्तेजक आलेख है,जिसकी सर्वत्र प्रशंसा की जानी चाहिए।
डॉ साहब ने यह लेख लिख कर वीभत्स एवं नंगी मानसिकता वाले अधर्मी एवं गैर सामाजिक टुच्ची मानसिकता वाले युवक एवं युवतियों पर करारी चोट की है ताकि भारतीय सुसंस्कृत एवं सभ्य समाज का ताना-बाना सुव्यवस्थित बचा रह सके।
संपूर्ण आलेख का एक-एक शब्द, एक एक वाक्य, एक एक प्रकरण अपने आप में सम्पूर्णता का परिचायक है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह आलेख बिगड़ैल प्रवृत्ति वालों को सकारात्मक सोचने के लिए विवश कर देगा। नैतिकता के संक्रमण काल में डॉ अभिषेक कुमार जी जैसे क्रांतिकारी विचारक ही समाज को सही राह प्रशस्त कर सकते हैं। मुझे विश्वास है कि आप भविष्य में भी समाज हित में इसी प्रकार अपनी सुघड़ लेखनी के प्रयोग से समाज को पल्लवित ,पुष्पित एवं फलित करते रहेंगे।
परम शक्तिमान आपका सदैव कल्याण करें। आप आयुष्मान एवं यशस्वी बनें।🙏💐
डॉ. अभिषेक कुमार जी ! सादर अभिवादन !🙏
नाम: डॉ.लक्किडि कोमुरा रेड्डी | आयु: 41 |
पद: शिक्षक, तेलंगाना सरकार | प्रेषित दिनांक: 25-12-23 |
पता: वरंगल, तेलंगाना | |
हिन्दी के क्षेत्र में आपका योगदान अत्यंत सराहनीय है। आपकी नि:शुल्क एवं निस्वार्थ सेवा के प्रति हमारे अहिंदी भाषी राज्यों तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की ओर से धन्यवाद दे रहा हूँ। भारत भूषण संत डॉ. नानकदास जी महाराज और अन्य महान विभूतियों के कर कमलों द्वारा ऐसे भव्य कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए माँ भारती को हिन्दी से सुशोभित करने का यह प्रयास “न भूतो न भविष्य” है। इस संदर्भ में आपको ढेर सारी बधाइयाँ देते हुए धन्यवादार्पण करता हूँ।
आगामी वर्ष के कबीर कोहिनूर सम्मान के लिए चयनित सभी क्षेत्रों के महान एवं श्रेष्ठ दिग्गजों को बहुत-बहुत बधाइयाँ ।💐💐💐
डॉ.लक्किडि कोमुरा रेड्डी।
वरंगल ज़िला, तेलंगाना राज्य।
अनुसंधान विस्तार अधिकारी (दक्षिण भारत)
दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केन्द्र
आपके आलेख वाकई प्रेरणा के श्रोत है।
नाम: नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर | आयु: 64 |
पद: सेवानिवृत्त प्राचार्य LIC | प्रेषित दिनांक: 16-12-23 |
पता: गोरखपुर, उत्तर प्रदेश | |
आदरणीय डॉ. अभिषेक जी अश्लीलता रोकथाम पर लिखे आपके दो आलेख मैंने पढा, वास्तव में आप जैसा साहसी निर्भीक निश्छल निर्विकार व्यक्ति ही लिख सकता है जबकि आज के चाटूकारिता से परिपूर्ण काल मे चाटुकार किसी भी अश्लीलता को चाशनी लपेट कर उसे भी सही ठहराने से बाज नही आते ऐसे में आपका प्रायस सराहनीय प्रसंसनीय और युवा ओज आदर्श। वाह वाह क्या बात
आदरणीय डॉ. अभिषेक जी आप बहुत ही विचारोत्तेजक लेख लिखते हैं।
नाम: डॉ. मक्खन लाल तंवर | आयु: 59 |
पद: साहित्यकार | प्रेषित दिनांक: 16-12-23 |
पता: हरियाणा | |
पुस्तकों के बिना संसार सूना है। वह समाज मरघट के समान है जिसके पास पुस्तक पोथी न हों।
धन्य हैं आप जैसे बुद्धिजीवी जिन्होंने समाज हित में अनेकानेक विषयों पर बहुत सी पुस्तकें लिखी हैं। आप कोटिश: बधाई के पात्र हैं।
सारगर्भित, वास्तविक, सनातन संस्कृति का सत्य।
सत्य वचन। सुन्दर आलेख लिखने के निमित्त आपको बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं 🙏💐
आपके विशेष प्रयास से जनहित में ठेकमा आजमगढ़ (UP) में स्थापित दीदी प्रेरणा कैंटीन के संचालिका श्रीमती मंजू दीदी का साक्षात्कार सुना,भरपूर आत्मविश्वास एवं आत्मसम्मान से लबरेज।
आपकी सोच एवं प्रेरणा तथा समाज सेवा की भावना से ही संभव हो सका है यह आत्म- आजीविका अभियान।
धन्य है आपका चिंतन एवं व्यक्तित्व ।
आपको बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ।
समाचार पढ़ कर बहुत ही अच्छा लगा कि आप बिहार राज्य के औरंगाबाद जिले के ग्राम चपरा के पंच देव धाम के इतिहास का दुर्लभ एवं ऐतिहासिक लेखन कार्य आरंभ करने जा रहे हैं। सत्य सनातन पौराणिक धार्मिक एवं सांस्कृतिक तथा सात्विक विचार धारा को आप जैसे बुद्धिजीवी, समर्पित एवं जुझारू व्यक्तित्व के स्वामी एवं मानवता को समर्पित महापुरुष ही कर सकते हैं। पंचदेव शक्तियां आपको संपूर्ण सामर्थ्य प्रदान करें।
आपको बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🌹
14 फरवरी 2023 का आपका साक्षात्कार सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।आप बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं,यह जानकार मेरा हृदय गदगद हो गया।आप जैसे बुद्धिजीवी, समर्पित, व्यवहारिक, आध्यात्मिक, धार्मिक, सात्विक, सामाजिक, परोपकारी एवं मानवता के निमित्त अडिग प्रहरी विरले ही होते हैं।
परम पिता परमात्मा आपको उत्तम स्वास्थ्य एवं चिरायु प्रदान करें।
आपको कोटिश: बधाई एवं शुभकामनाएं 🙏💐
भारत भूषण महंत श्री डॉ नानक दास जी महराज के पूज्य पिता श्री महान संत स्वर्गीय श्री मदन लाल जी पंवार के आध्यात्मिक, धार्मिक, अलौकिक, सात्विक, सामाजिक विचारधारा पर आधारित आपका हृदयस्पर्शी आलेख पढ़ा।
संत जी का संपूर्ण व्यक्तित्व एवं कृतित्व झलकता है,आपके इस सिद्धहस्त आलेख में।
संत जी के सम्मान में समर्पित है,मेरा एक बन्ध।
\" संत कभी मरते नहीं,
अमर हुआ करते हैं।
\'धर्म-कर्म\' की स्याही से,
इतिहास लिखा करते हैं।
- डॉ मक्खन लाल तंवर
हरियाणा।
जन्म दिवस की शुभकामनाएं।
नाम: आर. डी. यादव | आयु: 32 |
पद: साहित्यकार | प्रेषित दिनांक: 02-11-23 |
पता: भगवानपुर, ठेकमा, आजमगढ़ | |
श्री अभिषेक जी आपके शुभ जन्मदिन पर अभिनंदन करता हूँ ! आपको, आपके जन्मदिन पर बधाई और हार्दिक मंगलमयी शुभकामनाएं, आने वाला प्रत्येक नया दिन, आपके जीवन में अपार खुशियाँ लेकर आये, आप सभी के प्रिय बने रहें, आपके आगमन से सभी प्रसन्न हो उठें ! इस अवसर पर महादेव से यही प्रार्थना है कि वह, आदर्श, स्वास्थ्य, प्रसिद्धि और समृद्धि के साथ आपको जीवन पथ पर अपनों के साथ गतिमान रखे ! मान मिले सम्मान मिले, खुशियों का वरदान मिले, जन्मदिन की असीम अनंत शुभकामनाएं !!
भारत नेपाल मैत्री सम्मान के लिए निवेदन।
नाम: डॉ. यल. कोमुरा रेड्डी | आयु: 44 |
पद: हिंदी प्राध्यापक, शासकीय कनिष्ठ महाविद्यालय, हसनपर्ती, तेलंगाना | प्रेषित दिनांक: 28-10-23 |
पता: हसनपर्ती, तेलंगाना | |
आदरणीय डॉ. अभिषेक जी को सादर साधुवाद!
मेरा नाम डॉ. यल. कोमुरा रेड्डी है।
मैं अहिन्दी भाषा राज्य तेलंगाना के शासकीय कनिष्ठ महाविद्यालय हसनपर्ती में हिन्दी प्राध्यापक के रूप में कार्य कर रहा हूँ। लगभग २० वर्षों से हिन्दी के प्रचार व प्रसार में कार्यरत हूँ।
मैं विगत डेढ़ वर्षों से आपके द्वारा गठित महात्मा कबीर से संबंधित विविध वाट्साप समूहों से जुड़ा हुआ हूँ। कई बार आपसे संदेशों के माध्यम से समाचार का आदान-प्रदान हुआ । मानवता अनुसंधान केन्द्र और कबीर संस्थान की प्रगति -गतिविधियों के संबंध में आपकी प्रतिबद्धता न भूतों न भविष्य है, जो अत्यंत सराहनीय और प्रेरणादायक है । मैं ने आपकी कृपा से \"कबीर कोहिनूर अवार्ड सम्मान” - २०२३ स्वीकार किया है। मुझे फिल हाल “दक्षिण भारत के अनुसंधान विस्तार अधिकारी” के रूप में भी आपने नियुक्त किया है। जिस के प्रति मैं अत्यंत आभारी हूँ । अहिन्दीभाषी राज्य होने के कारण अभी अभी मानवता अनुसंधान पर औत्साहिक साधुजनों व विद्वज्जनों को जागरूक करने का शत प्रतिशत प्रयास रत हूँ ।
आप से यह अनुरोध है कि- मैं ने नौकरी संबंधी व्यस्तता के कारण “भारत-नेपाल मैत्री सम्मान “के लिए अपनी प्रवष्टि नहीं भेजी । मुझे ऐसा लग रहा है कि एक स्वर्णिम मौक़े से दूर हूँ । यदि आप के आशीर्वाद तथा अनुमति मिल जाय तो मैं अपनी प्रविष्टि भेजने के लिए तैयार हूँ । आप जैसे विद्वज्जनों के सुसहयोग से ही मेरे जैसे अहिन्दीभाषियों के लिए बड़ा प्रोत्साहन मिल जाएगा। आपको शतनमन करते हुए..... धन्यवाद।
आपके व्यक्तित्व की नैसर्गिक आभा
नाम: डॉ. कृष्ण कांत मिश्र | आयु: 62 |
पद: प्रोफेसर हिन्दी विभाग | प्रेषित दिनांक: 09-09-23 |
पता: लखनऊ | |
आदरणीय डॉ. अभिषेक जी आपका अनन्त कोटि नमन करते हुए सदा आपका बहुत बहुत धन्यवाद साधुवाद शुभकामनाए बधाई हो मंगल हो शुभ हो,आपका अनन्त कोटि ह्रदय तल से आभार व्यक्त करते हुए सदा ईश्वर आपको शिखर तक पहुंचाए ताकि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।।
आप एक प्रखर बुद्धि ज्ञान ध्यान योग शांति योग शक्ति के प्रणेता है
आप प्रतिभा प्रज्ञा,प्रभा,प्रखरता, प्रवीणता, कुशलता दक्षता निपुणता, स्थिरता, सक्षमता, उद्यमिता, रोचकता, उत्सुकता, और मेधा शक्ति की आभा के प्रतीक एवम् परिचायक हैं।
आप उच्च विचार उच्च सोच भाव गुणवत्ता महत्ता उच्च कोटि का विचार प्रवाह उच्च शिक्षा के पुरोधा विजेता एवम् परिष्कृत मनःस्थिति परिमार्जित व्यक्तित्व ऊर्जा के स्रोत, प्रतीक एवम् परिचायक हैं। आप एक उद्भट विद्वान हैं, अप्रतिम प्रतिभा के धनी व्यक्ति हैं आप एक प्रखर व्यक्तित्व ऊर्जा एवम् सहयोगात्मक,सकारात्मक दृष्टिकोण सोच भाव विचार विमर्श के सिद्धांत एवम् प्रतीक हैं।
आप समता,समरसता, सामंजस्य समन्वय के सामाजिक व्यावहारिक ज्ञान ध्यान योग शांति प्रतिभा के धनी व्यक्ति हैं।
आप उत्सर्जित, उपार्जित परिष्कृत परिमार्जित ऊर्जा के स्रोत प्रतीक एवम् परिचायक हैं।
आप राष्ट्र सेवा,देश भक्ति, अदम्य साहस शौर्य उत्साह निर्भीक निष्पक्ष निर्भय अभेद्य अजेय अद्भुत क्षमता कर्तव्य बोध स्वरा भास्कर के लिए राष्ट्र का हृदय सम्राट गौरव सम्मान है।
आप पारंगत,निपुण,कुशल, नेतृत्व क्षमता के दक्ष महारथी है,
आप अद्वतीय, अधुनातन अद्भुत अभेद्य अजेय अकाट्य,अविरल, धारा प्रवाह अद्यतन,कला कौशल,नवसृजन,कला सौंदर्य,नवाचार कौशल विकास मिशन जन जाग्रति की सिद्धियां प्राप्त करने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले समय के अनुसार आप अपने लक्ष्य को हासिल करने वाले समय के अनुसार आप अपने जीवन को प्रभावित प्रकाशित करने वाले समय के अनुसार आप अपने आप को एक प्रखर व्यक्तित्व ऊर्जा की सदा सर्वदा अग्रणी भूमिका निभाने वाले,आप नितांत निरन्तर आगे बढ़ते हुए सदा अपने लक्ष्य को प्राप्त करने वाले शिक्षा समय का सदुपयोग करने वाले समय के साथ कनेक्ट होने पर प्रतिभा की आभा को सादर संप्रेषण, संवेदना व्यक्त करने वाले समय पर सही निर्णसिन्धु के प्रतीक एवम् परिचायक हैं।
आप एक उद्भट विद्वान प्रतिभा प्रभा प्रखरता प्रवीणता कुशलता दक्षता परीक्षा उगते सूर्य का प्रकाश स्तम्भ है राष्ट्र के प्रति समर्पित देश के लिए अत्यधिक उपयोगी कार्य करने के दर्पण है।
आप श्रेष्ठतम, श्रेणीबद्ध, श्रंखला से उत्कृष्टता के शिखर तक के महान विभूति की प्रतिमूर्ति है।
आप भारतीय सनातन वैदिक संस्कृति एवम् सभ्यता संस्कारो के सिद्धांत एवम् प्रतीक परिचायक हैं आप शिष्टता, सौम्यता, शालीनता
विनम्रता,सामाजिकता, व्यावहारिकता, दिव्यता भव्यता सहनशीलता पारदर्शिता सफलता सरलता सहजता सजगता सतर्कता सक्षमता उद्यमिता रोचकता उत्सुकता विराटता विशालता स्पष्टता शुचिता शुद्धता के प्रतीक एवम् परिचायक हैं।
आप अभिवादन संबोधन संवाद संप्रेषण संवेदना व्यक्त करने के दर्पण है और नितांत निरन्तर आगे बढ़ते हुए सदा प्रसन्न होकर अपने लक्ष्य को पूरा करने के प्रतिमान है।
आपका सकारात्मक दृष्टिकोण सोच भाव गुणवत्ता महत्ता उच्च कोटि की भाव व्यजना है, और नितांत निरन्तर प्रयास करते हुए सदा अपने लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास शिखर तक पहुंचाने के लिए अत्यधिक सुंदर सही प्रयास करते हैं।
आप ऊर्जा के स्रोत,बहुमुखी प्रतिभा प्रभा प्रज्ञा प्रखरता प्रवीणता कुशलता दक्षता के धनी व्यक्तितव विशाल ह्रदय सम्राट है।
आपका व्यक्तित्व ऊर्जा आभा सूर्य के समान प्रकाशमान हो।
आपको चंद्रमा के समान शीतलता शांति प्रदान हो।
आपको सुख शांति समृद्धि सम्पन्नता सौभाग्य की वृद्धि होती रहे और नितांत निरन्तर आपके कार्य सिद्ध होते रहे यही मेरी शुभकामनाए हैं आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें और श्रमसाध्य सम्पन्नता सौभाग्य प्राप्त करते हुए सदा प्रसन्न रहो सदा सुखी समृद्ध संस्कृति और सभ्यता के विकास को प्राप्त कर सकें और नितांत निरन्तर आगे बढ़ते हुए सदा ईश्वर आपको शिखर तक पहुंचाए ताकि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।।
आपका शुभ चिंतक
डॉ. कृष्ण कांत मिश्र
प्रोफेसर हिन्दी विभाग, लखनऊ उत्तर प्रदेश भारत एशिया महाद्वीप।।
डॉ. अभिषेक जी आप नानकदास जी महाराज के अर्जुन हैं।
नाम: पी यादव ओज | आयु: 44 |
पद: कवि | प्रेषित दिनांक: 18-07-23 |
पता: झासुगुड़ा, ओडिशा | |
आप भविष्य के उस मुकाम पर पहुंचेंगे,जहां देश का सर्वोच्च नागरिक पहुंचता है।
जीवन में कुछ घटनाएं परिस्थितगत घटनाक्रमों से जुड़ी होती है,परंतु कुछ घटनाएं किसी महचेतना को जन्म देती है।
विश्व के मानस पटल पर सूर्य की स्वर्णिम किरणों से युक्त आपके कृतित्व को धरोहर रूप में संजोया जाएगा,ऐसी भवितव्यता निश्चित है।
आप निमित मात्र हैं,कर्ता कोई और है।जो अपने करकमलों से आपका मार्गदर्शन करते हुए,आपको श्रेष्ठतम स्थान की ओर ले जा रहा है।
जीवन में सब कुछ यूं ही नहीं घटित होता है,उस घटना के पीछे के प्रयोजन की रूपरेखा कोई और ही तैयार करता है।
पांच पांडव में सब एक से बढ़कर एक,पर अर्जुन कोई एक ही बनता है।जिसे कृष्ण का साथ मिलता है,आप भी वही पार्थ हो।
निरंतर प्रगति के मार्ग पर प्रशस्त होते रहें,ईश्वर आपका मार्गदर्शन करें।
सत्य की सदा जय हो।
डॉ. शिलालेख पर आपकी कीर्ति अंकित होने के लिए बधाई।
नाम: सूर्य प्रकाश त्रिपाठी | आयु: 33 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक (NRLM) | प्रेषित दिनांक: 18-07-23 |
पता: बानीकोडर, बाराबंकी | |
कीर्ति होगी जग में इक दिन
आज कार्य ऐसा करो
है सफल जीवन कि जब
मानवता समर्पित करो
तन है ईश्वर का वरदान
न व्यर्थ इसको करो
समय का सदुपयोग कर
जीवन को प्रेरक करो
था कलम का प्रारब्ध वो
लेख से जुड़ते गए
विश्व पटल का ध्रुव तारा
मित्रता ऐसी करो
जंगल की हो दर्द भाषा, या अंगो की व्यथा हो,
जीत रांझे की या कबीर महात्म रचना करो
शब्दो का है जादूगर,
डॉक्टर अभिषेक कहो
संत की हो छाया, साहित्य
दीप रोशन करो
✒️सूर्य प्रकाश त्रिपाठी
अनुसंधान समन्वयक
DPKHRC
डॉ. अभिषेक जी के कीर्ति के लिए शुभकामनाएं।
नाम: डॉ. आर. सी. यादव | आयु: 44 |
पद: शिक्षक, लेखक, कवि | प्रेषित दिनांक: 18-07-23 |
पता: जौनपुर, उत्तर प्रदेश | |
गर्व से अभिभूत हैं हम
आपकी इस उपलब्धि पर ।
यह सद्गुरु का प्रसाद है
आपकी साहित्य, साधना, सिद्धि पर ।।
सद्गुरु की कृपादृष्टि से
आपका रौशन नाम हो जाएगा ।
यश-कीर्ति पताका फहरेगी
आपका नाम अमर हो जाएगा ।।
शिलापट्ट पर नाम लिखते ही
नव प्रसिद्धि मिल जाएगी ।
पहचान मिलेगी चहुंओर
अनुपम खुशियां जाएगी ।।
___आर सी यादव
शिक्षक/लेखक/कवि/मोटीवेशनल स्पीकर/ फ्रीलांस जर्नलिस्ट
प्रधान संपादक: कबीर चौरा मासिक पत्रिका
मान्यतावाद से मानवतावाद तक मासिक पत्रिका
जय मानवतावाद
नाम: डॉ.श्रवण कुमार गुप्त | आयु: 18-09-1972 |
पद: सहायक अध्यापक | प्रेषित दिनांक: 18-07-23 |
पता: सेवापुरी, वाराणसी | |
मानवता गीत
================
आओ, साथियों मिल हम,
करें प्रयास मानवता के लिए।।1।
मानव हैं,हम मानववासी,
मानवता की अलख जगाएंगे।।2।
मानव जीवन है अनमोल,
आओ मिल हम करें प्रयास।।3।
हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई,
दुनिया में है हम भाई-भाई।।4।
ऋषि ,मुनियों, संतों की वाणी,
मानवता के लिए निकली है।।5।
सत्यम शिवम सुंदरम की वाणी,
मानवता का धर्म वाणी कहलाए।6।।
संत कबीरा कह गए,
हम मिल मानव जीवन जीएं।।7।
कब मानवता के पोषक हम,
दानवता का चोला पहन लिए।।8।
मानव-मानव के साथ हम,
मानवीय मूल्यों का विकास करें।।9।।
मानवता के सजग प्रहरी,
दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केंद्र को अपनाएं।।10।।
डॉ. अभिषेक जी का नमन करें हम,
मानवता शोध की ओर चलें।।11।।
आओ, साथियों मिल हम,
करें प्रयास मानवता के लिए।।12।।
====================
।। जय मानव,जय मानवता।।
====================
प्रस्तुति
डॉ.श्रवण कुमार गुप्त
(नेशनल इनोवेटिव एवार्डी टीचर,एन सी ई आर टी,नई दिल्ली)
सहायक अध्यापक
(विज्ञान शिक्षक)
कंपोजिट स्कूल देहली विनायक सेवापुरी,वाराणसी,उत्तर प्रदेश
संपर्क सूत्र-
9450944830/8299574261
ईमेल-
drskgupta1972@gmail.com
।। डॉ अभिषेक कुमार: जैसा तुमको देखा ।।
नाम: आर.सी. यादव | आयु: 50 |
पद: शिक्षक व लेखक | प्रेषित दिनांक: 02-07-23 |
पता: जौनपुर, उत्तर प्रदेश | |
मानवीय का प्रकाश समेटे
धर्म परायण है तन-मन।
शिक्षा- सेवा- परमारथ हित
सदा समर्पित है जीवन ।।
धरा-गगन चहुंओर दिशा में
यशगान तुम्हारा है उज्ज्वल।
स्वजन-परिजन-सखा-मीत को
देख नयन होते विह्वल।।
संघर्षों से लिपट-लिपट
बुनते जीवन का गीत सदा।
सौम्य सरल शालीन स्वभाव से
हर लेते मन का पीर सदा ।।
शिक्षा की ज्योति जले चहुं दिस
हर पल तत्पर रहते हो।
संस्कार का दीप जलाकर
चहुंओर उजाला करते हो ।।
हे मित्र ! सदा सुख मिले तुम्हें
यश-कीर्ति पताका फहराए।
सत्कर्मों के शिलापट्ट पर
इतिहास तुम्हारा लिख जाए ।।
____ आर सी यादव
अनुसंधान सूचना अधिकारी
दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केंद्र
www.dpkavishek.in/hrc.php
मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु मानवता अनुसंधान केंद्र की स्थापना कालजयी।
नाम: श्रवण कुमार गुप्त | आयु: 51 |
पद: व्याख्याता | प्रेषित दिनांक: 02-07-23 |
पता: वाराणसी, उत्तर प्रदेश | |
मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु आज मानवता की जरूरत एवं इसकी व्यापकता को जानने, मानने व करने के लिए एक शोधकर्ता के रूप में हमने उपरोक्त शोध शीर्षक... मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु मानवता की जरूरत व इसकी व्यापकता का अध्ययन का चयन किया है।
चयन करने का कारण:
हम सभी लोग धरती पर एक जीव के रूप में जन्म लिए।
सजीवों में मानव सर्वश्रेष्ठ, शक्तिमान व तार्किक क्षमता रखने वाला सबसे बुद्धिमान प्राणी है।अपनी बुद्धि के कारण सृष्टि के रहस्यों को विज्ञान के माध्यम से जानने समझने का प्रयास किया। जन्म के समय वह परिवार,समाज व विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करता है। जैसा वह देखता,सुनता व बोलता है वहीं उसका आचार-विचार-व्यवहार बनता है।जिसकी संगति व संस्कार पाता है, वैसा ही वह मूल्य बना लेता है। मानवीय जीवन के लिए मानवीय मूल्यों का होना बहुत ही जरूरी है।आज हम सभी लोग अपने स्वार्थ के लिए मूल्यों को भूलते जा रहे हैं,जिसका परिणाम हम सभी एकल परिवार, अमीरी-गरीबी, भ्रष्टाचार, अनैतिकता, आतंकवाद, शिक्षा का बाजारीकरण इत्यादि वैश्विक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।एक व्यक्ति के व्यवहार में कम दानवता और कब मानवता का प्रवेश हो जाता है।यह भी एक शोध का विषय है। हमारे धर्म व विज्ञान मानवता की जरूरत एवं इसकी व्यापकता में कितना समीचीन एवं प्रासंगिक होगे।
इसी को ध्यान में रखकर हमने उपरोक्त शोध टॉपिक पर शोध करने का प्रयास करूंगा।
सबसे पहले आदरणीय श्री डॉ. अभिषेक कुमार जी को धन्यवाद जिन्होंने यह मानवता के उत्थान एवं प्रतिस्थापना हेतु एक अद्भुत और यूनिक शोध संस्थान बनाया एवं हमें यह लिंक शेयर किया। आपका मानवता संबंधित उपरोक्त सैंकड़ो विषय समीचीन एवं प्रासंगिक है।
आपकी इजाजत होगी तो...
हम सभी शोध विषयों की कांसेप्ट मैपिंग बनाने का प्रयास कर सकता हूं। उपरोक्त विषयों की यदि संदर्भ साहित्य आपके माध्यम से मुझे मिल जाए।
बहुत बहुत आभार और धन्यवाद आपका।
श्रवण कुमार गुप्त
शोधार्थी
दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केंद्र
पंजीयन संख्या- HR/369/34
मानवता अनुसंधान केंद्र के उत्तरोत्तर प्रगति के मनोकामना साथ सादर प्रेषित।
नाम: डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव | आयु: 64 |
पद: सेवानिवृत्त वरिष्ठ वक्ता | प्रेषित दिनांक: 20-06-23 |
पता: PB कॉलेज, प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश | |
मानवता के नए आयाम हेतु बहुत सुंदर एवं महत्वपूर्ण सोच आदरणीय डॉ. अभिषेक जी।
हमारा भारत देश एक से बढ़ कर एक दिव्य आत्माओं और प्रतिभावों से भरा हुआ वैदिक सनातन धर्म का संरक्षक,पालक,पोषक एवं विभिन्न सामाजिक,धार्मिक, साहित्यिक व मानवीय मूल्यों एवं संवेदनाओं से ओत प्रोत एक सभ्य संस्कृति का संवाहक है।
दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केंद्र का विवरण पढ़ कर मुझे अतीव खुशी और आपके इस नेक कार्य पर गर्व हुआ आदरणीय।
आपको एवं आपकी संस्था के सभी विद्वान पदाधिरियों को मेरी बहुत बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
इस शोध संस्थान के उत्तरोत्तर प्रगति व संवृद्धि की आकांक्षा एवं मनोकामना के साथ सादर प्रेषित।
डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव
सेवानिवृत्त वरिष्ठ
प्रवक्ता-पी.बी.कालेज,प्रतापगढ़,उ.प्र.
एवं
इंटरनेशनल एडमिनिस्ट्रेटिव ज्वाइंट ट्रेजरार-2023-2024
🎁
एलायंस क्लब्स इंटरनेशनल, कोलकाता,प.बंगाल,भारत
संपर्क सूत्र-9415350596
मानवता: मानव होने की पहली शर्त
नाम: अंगद किशोर | आयु: 57 |
पद: शिक्षक व इतिहासकार | प्रेषित दिनांक: 23-05-23 |
पता: जपला, झारखण्ड | |
मानव सिर्फ दो हाथ,दो पैर,दो कान,दो आंख,एक जीभ और एक नाक का सम्मुचय नहीं, बल्कि मानवीय मूल्यों का ऐसा सम्मुचय है, जो मानव को विश्व के अन्य जीव-जंतुओं से अलग और श्रेष्ठ बनाता है। विश्व में एक मानव ही ऐसा प्राणी है,जो न केवल मानवों, बल्कि तमाम जीव-जंतुओं की बेहतरी की चिंता करता है।यही नहीं,वह अतीत से सीख लेते हुए वर्तमान के साथ-साथ भविष्य की भी चिंता करता है। मानवीय मूल्यों का विकास कोई एक दिन में नहीं, बल्कि हजारों साल मे हुआ है। भिन्न-भिन्न समय में भिन्न- भिन्न मूल्यों का विकास हुआ। उदाहरणार्थ, प्रागैतिहासिक काल में मानव गिरि-कंदराओं में रहा करते थे और कंद-मूल,मांस आदि खाया करते थे।जब जानवरों ने उनपर हमला किया,तब मानवों ने एक साथ मिलकर उसका प्रतिकार किया। वहीं से मानवों में सहयोग करने का मूल्य विकसित हुआ।इस प्रकार हम पाते हैं कि बर्बर से विनम्र और दुर्जन से सज्जन बनने की यात्रा मानवों ने हजारों वर्षों में पूरी की है। जिनके अंदर मानवीय मूल्यों का खजाना नहीं है,वे मानव हरगिज नहीं हो सकते। हां,मानव होने का नाटक अवश्य कर सकते हैं। ये मानवीय मूल्य ही मानव के आभूषण हैं और यही समग्र रूप से मानवता है। वस्तुत: मानवता ही मानव होने की पहली शर्त है।
मानवता की बात हर कोई करता है,मगर मानवता पर अनुसंधान की बात करना थोड़ा विचित्र अवश्य प्रतीत होता है,मगर इस विषय पर ठहरकर जब हम सोचते हैं, तो इसके दूरगामी साकारात्मक प्रभाव में हम खो जाते हैं। धन्य है! दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केन्द्र, जिसने इस अनछुए विषय को केंद्र में रखकर इस शब्द की विराटता के दर्शन कराए। निश्चित रूप से दिव्य प्रेरक कहानिययाँ मानवता अनुसंधान केन्द्र द्वारा मानवता के विभिन्न स्वरूपों और प्रभावकारी शक्तियों का अध्ययन,विकास और उत्प्रेरण किया जाना, सभ्यता एवं संस्कृति के उच्चतम मानदंड का द्योतक है।इस बहाने मानवता में डाक्ट्रेट की उपाधि पाने का भले सुनहरा और प्रामाणिक अवसर हो,मगर इसका संदेश कितना दूर तक जाएगा, कल्पनातीत है।
इस उच्च मंजिल की ओर अग्रसर रथ के सारथी डॉ. अभिषेक कुमार बेशक साधुवाद के पात्र हैं।वे न केवल युवा, जिज्ञासु, जुनूनी और जानकार हैं, बल्कि मानवता के पताका को अखिल विश्व में फहराने के लिए नित्य युद्धरत हैं। प्रबल विश्वास है कि ऐसे आध्यात्मिक सारथी के होते, मंजिल कठिन नहीं होगा।
--------- अंत में, इस महत्वाकांक्षी मिशन के जनक,प्रेरक और अन्य कार्यवाहक को हृदय से धन्यवाद, स्वागत और बधाई। महामानव डॉ नानकदास जी को सश्रद्ध नमन।
----- अंगद किशोर, इतिहासकार,साहित्यकार एवं शिक्षाविद्
जपला, पलामू, झारखंड
मो.नं- 8540975076
मेरा विचार
नाम: डॉ गुंडाल विजय कुमार | आयु: 40 |
पद: 0 | प्रेषित दिनांक: 13-05-23 |
पता: हैदराबाद, तेलंगाना | |
प्रणाम आदरणीय डॉ अभिशेक जी।आपका सोच बहुत सुंदर होता है।आजकल कवियों में ये बहुत कम है। आपका प्रकृतिकवाद की सोच,सृजन और तर्क बहुत सुंदर होता है।आपका निःस्वार्थ की समाज सेवा केलिए मैं आपको प्रणाम करता हु।आजकल ये जरूरी भी है। मैं भी प्रकृतिकवाद हु। मैं आपके मार्ग में जाने की कोशिश करता हु। 🙏धन्यवाद जी।
मानवता अनुसंधान केंद्र की स्थापना समाज व राष्ट्रहित में।
नाम: सूर्य प्रकाश त्रिपाठी | आयु: 32 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक (NRLM) | प्रेषित दिनांक: 08-05-23 |
पता: बाराबंकी, उत्तर प्रदेश | |
महंत श्री डॉ. नानकदास जी महाराज के सानिध्य में मित्र डॉ. अभिषेक कुमार जी द्वारा बंधन मुक्त अनुसंधान का द्वार सभी वर्गो के लिए प्रारंभ किया गया है जिससे उन विभूतियों को भी अवसर मिलेगा जिनके अंदर क्षमताएं तो थी परंतु आज तक शिक्षा की उच्च मानकों और दुर्लभता के कारण अनुसंधान करने से वंचित रह गए।
भाई डॉ. अभिषेक जी की सोच है विचारों को बंधन में नही बंधा जा सकता है, इसी सोच की देन है यह दिव्य प्रेरक मानवता अनुसंधान अनुसंधान केंद्र जहां प्रथम बार मानवता से संबंधित विचारों को विद्वत जनों द्वारा विभिन्न विषय अंतर्गत समझा और समझाया जाएगा।
महंत श्री डॉ. नानक दास जी और अभिषेक जी को सादर आभार एवम अभिनंदन जिनके द्वारा इस पावन पुनीत मानव कल्याण कार्य हेतु मुझे भी सहयोग करने का अवसर दिया गया है।
सूर्य प्रकाश त्रिपाठी
ब्लॉक मिशन प्रबंधक, बनीकोडर, बाराबंकी, उत्तर प्रदेश
कबीर दास
नाम: प्रसादराव जामि | आयु: 46 |
पद: सीनियर हिंदी पंडित एवं साहित्यकार | प्रेषित दिनांक: 30-03-23 |
पता: C2-17A, nagarjun colony Kalyani Khani mancherial district Telangana India pin code 504 231 mobile number 630 126 | |
सादर प्रणाम। सादर साहित्यिक प्रणाम। मैं प्रसादराव जामि (हिंदी पंडित और साहित्यकार) मैं कबीर दास का भक्त हूं और मैं अपने आप को समझता रहा मैं ही कबीरदास का बहुत बड़ा भक्त हूं। पर आज मेरे सामने एक बड़ी हस्ती का नाम ले रहा हूं जो उभरता हुआ सूरज हैं।मैं अपने पूरे दिल से उनका नाम लेना चाहता हूं जो मुझसे भी बढ़कर कबीर दास के परम भक्त हैं।उन्होंने भारतीय भाषाओं में कबीर दास का जीवन दर्शाया यह बहुत बड़ी बात है। समाज को कबीर के वाणी का पाठ पढ़ाया।भारतीय भाषाओं में यह कार्य करना, पुस्तक बनाना ,साहित्यिक जीवन परिचय दिलाना, उनकी दोनों की भावों को समझाना बहुत बड़ी बात है। कड़ी मेहनत और बहुत बड़ी श्रम का फल है। आज पूरा भारत और विश्व के हिंदी साहित्य जगत में अभिषेक जी ध्रुवतारा के रूप में हमारे सामने आ चुके हैं।मेरा सौभाग्य है मेरे जीवन की कुछ पन्नों में एक पन्ना अभिषेक जी को जाता है। अगर ऐसे व्यक्ति हमारे जीवन में नहीं मिलते तो मेरे जीवन की पुस्तक के पन्ने अधूरे होते। मेरी खुदा से और मेरे गुरु कबीरदास से यही विनती है अभिषेक जी सदा; सर्वदा खुश रहे और कबीर के अनहोनी निर्गुणधारा की विचारधाराओं को, समाज के लिए नई नई तरीके और फैलाएं और उनके वाणी का फल इस समाज पर गहरा प्रभाव पड़े। जय हिंद। जय भारत।
डॉ. अभिषेक जी आप जैसे विलक्षण प्रतिभावान और परोपकारी गुण वाला शख्स कम ही देखने को मिलते हैं।
नाम: आर. सी. यादव | आयु: 44 |
पद: शिक्षक व लेखक | प्रेषित दिनांक: 24-03-23 |
पता: नई दिल्ली, भारत | |
।। बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।।
देवघर, झारखण्ड से निकलने वाले रिपब्लिक नेशन अखबार में छपी खबर जिसका शिर्षक★साहित्य सेवा से राष्ट्रीय एकता का दूसरा लौह पुरुष डॉ. अभिषेक कुमार★ देखा। आप एक विशिष्ट शख्शियत के रुप में यह एक बहुत ही अलौकिक और गौरवान्वित महसूस करने वाला क्षण है। आप जैसे विलक्षण प्रतिभावान और परोपकारी गुण वाला शख्स जो दूसरों को साथ लेकर चलने में गौरव महसूस करता है वह निश्चित रूप से इस प्रकार के सम्मान का हकदार है।
निश्चित रूप से आप इस योग्य हैं। यह मेरा अपना अनुभव और विचार है । आप सबका सहयोग करना चाहते हैं। आप की सोच दूरगामी और दूसरों के हित में होती है।
डॉ. अभिषेक जी आपको अनंत बधाई व शुभकामनाएं
नाम: मीना जैन | आयु: 62 |
पद: लेखिका | प्रेषित दिनांक: 06-03-23 |
पता: गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश | |
आदरणीय डॉ. अभिषेक जी,
सर्व प्रथम आपको आपकी पुस्तक/पुरस्कार/ समन्वय/ सहयोग के लिए हार्दिक बधाई।
आपके द्वारा लिखित पुस्तक आधुनिक भारत के निर्माण में सद्गुरु कबीर का योगदान जिसे अब तक 27 अनेक भाषाओं में अनुवाद अनेक आशाएं जगाता है।
संत कबीर दर्शन आज जन-जन तक पहुंचे यह आवश्यक है। इस दिशा में आपका परिश्रम, प्रयास व कार्य अति प्रशंसनीय है।
यही प्रयास सदैव गतिशील रहे, यही शुभकामना करती हूं।
मीना जैन
नई दिल्ली में कबीर कोहिनूर-2023 सम्मान पाकर अभिभूत हुआ।
नाम: एस.अनंतकृष्णन | आयु: 75 |
पद: तमिल भाषा अनुवादक | प्रेषित दिनांक: 06-03-23 |
पता: चेन्नई, तमिलनाडु | |
मैं तमिलनाडु से पहली बार दिल्ली आया था।
5-फ़रवरी-2023 के दिन आठ बजे अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर श्री दिल्ली में प्रवेश।
ऐसा मालूम पड़ा कि हाल ही सम्मान देने सन्नद्ध है।
फिर संत डा. नानक दासजी के अथक परिश्रम का साकार परिणाम देखते ही बना। लेखक, समाज सेवी अभिषेक कुमार ने हर प्रांत के भाषाविदों को चुना है, जो सचमुच कबीर के हार्दिक भक्त थे। सबने अपनी अपनी मातृभाषा में आधुनिक भारत निर्माण में कबीर जी का योगदान का अनुवाद किया था।
उन सब का सम्मान किया गया।
पाँच बजे तक का कार्य क्रम सबको प्रोत्साहन दे रहा था।और भी बहुत कुछ करने की प्रेरणा मिली।
एक दिव्य शक्ति वहाँ शुद्ध समाज सेवकों के दिल में समाज और देश के कल्याण के लिए कुछ करने और प्राप्त सम्मान का और भी चमकाने सार्थक बनाने का प्रोत्साहन बढ़ा रहा है।
धन्य है डा.अभिषेक कुमार और डा.नानक दास जी महाराज ।
निष्काम सेवा को दिव्य शक्ति मिलेगी।
यह सत्य साकार रूप देखने को मिला।
एस.अनंतकृष्णन
स्वरचनाकार, अनुवादक, तमिलनाडु हिंदी प्रेमी और निस्वार्थ हिंदी प्रचारक।
कबीर कोहिनूर अवार्डी।
प्रिय भाई डॉ. अभिषेक साहब सस्नेहाभिवादन
नाम: डॉ. मुरारी लाल अग्रवाल | आयु: 68 |
पद: सेवा निवृत्त प्रोफेसर, आगरा विश्वविद्यालय, आगरा | प्रेषित दिनांक: 18-02-23 |
पता: आगरा, उत्तर प्रदेश | |
प्रिय भाई डॉ. अभिषेक साहब सस्नेहाभिवादन ।
अन्तर्मन से आपको अनंत वधाई तथा शुभकामनाएं।
डॉक्टरेट व राष्ट्र लेखक उपाधि की समाचार पढ़कर मन प्रफुल्लित हुआ। आप इसके लिए सर्वथा योग्य हैं। ईश्वर से कामना है कि इसी प्रकार आप अग्रसर हों,यशस्वी बनें।
वैसे तो आपका यश भारत के प्रायः सभी प्रदेशों में विस्तृत है। मैंने 05 फरवरी 2023 नई दिल्ली में कबीर कोहिनूर अवार्ड वाले कार्यक्रम से समझ लिया, आपने इतने विद्वानों को स्नेहपूर्वक सम्मान दिया,मान दिया,उनकी सारी व्यवस्था की। कितनी समस्याओं को आपने अपनी त्वरित बुद्धि से हल किया। मैं अन्तर्मन से आपको साधुवाद देता हूँ। सस्नेह,आपका
महामहोपाध्याय
डॉ. मुरारी लाल अग्रवाल
Retd. Professor Agra University, Agra
Emeritus Professor UGC
श्री अभिषेक कुमार जी को ढेर सारी बधाइयां एवं शुभकामनाएं
नाम: प्रवेंद्र कुमार सिंह | आयु: 35 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक (NRLM) | प्रेषित दिनांक: 09-01-23 |
पता: संतवकबीर नगर, उत्तर प्रदेश | |
श्री अभिषेक कुमार जी को ढेर सारी बधाइयां एवं शुभकामनाएं। मैं प्रवेंद्र कुमार सिंह राष्ट्रपति पुरस्कृत युवा समाजसेवी/वरिष्ठ पत्रकार दैनिक समाचार पत्र @ मेरा गृह जनपद गोरखपुर है। मगहर कबीर चौरा मठ से 5 किलोमीटर उत्तर की तरफ मेरा घर है। मैं उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ब्लॉक मिशन प्रबंधक/जनपद प्रभारी उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जनपद संत कबीर नगर में कार्यरत हूं। आपके फेसबुक से बहुत दिनों से जुड़ा हूं। आपकी सारी जानकारियां प्राप्त होती रहती हैं। बहुत अच्छा लगा कबीर जी के बारे में आपकी सोच को लेकर। कबीर चौरा पत्रिका हम लोगों तक भी उपलब्ध कराइएगा। कभी संतकबीरनगर आइए तो मुलाकात करिएगा।
🙏🙏बहुत-बहुत धन्यवाद 👌👌🙏🙏
निःशुल्क प्रकाशन करते हैं आप, इससे बढ़कर लेखकों के लिए खुशी क्या हो सकती..
नाम: जुगल किशोर त्रिपाठी | आयु: 49 |
पद: साहित्यकार | प्रेषित दिनांक: 02-01-23 |
पता: मऊरानीपुर, झाँसी | |
🌹प्रिय अभिषेक जी,🌹
नए वर्ष खुशहाली लाये।
आपके बारे में सारी जानकारी देखी और इसके अलावा आपके सामाजिक क्रियाकलापों के बारे में वेबसाइट पर सभी विजिट किया। ज्ञात हुआ कि नि:शुल्क प्रकाशन करते हैं आप। लेखकों के लिए इससे बढ़कर खुशी और क्या हो सकती है? यह उनके लिए अँधेरे में भटकते हुए गरीब को मिली अमूल्य निधि के समान होगी।
मैंने लेखन का सफर कक्षा-8 से किया था जो कि रुचि और लगन के फलस्वरूप बढता गया। आज मेरी एक दर्जन से अधिक रचनाएँ, जिनमें एक \'प्रेम\' गीत-काव्य (112 छंदों का तथा श्रीमद्भगवत् गीता का पद्यानुवाद (काव्यानुवाद सम्पूर्ण 900 श्लोकों का महात्म्य सहित) अति सुन्दर, अद्भुत, रहे रोचक और पठनीय, ज्ञानवर्धक और प्रभावशाली है।
तीन नाटक, तीन एकांकी नाटक, एक कहानी संग्रह तथा नाटक एक कविता और एक गीत संग्रह है, जिसमें 50 से कहानियाँ और कविताएँ हैं। गीत बीस हैं, बढते जा रहे हैं। बीस ऊपर विभिन्न सम-सामयिक विषयों पर आधारित निबन्ध या लेख हैं जो कि हमें नये परिवर्तन और सृज़न हेतु प्रेरित करते हैं। जीने का उत्साह बढाकर धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति हेतु सजग और सचेत करते हैं तथा नैतिकता का विकास करने पर बल देते हैं।
एक उपन्यास \'वेदना\' (वेदना की चोट से जब तुम व्यथित अरु शून्य होते, सान्त्वना की रागिनी मैं छेड़ता हूँ, इसमें जीवन-दर्शन, धर्म, अध्यात्म, राजनीति, संस्कृति, नैतिकता, ग्रामीण जीवन पर आधारित किसानों और पढे-लिखे युवाओं की रोचक कहानियाँ और तथ्य समेटे बहुआयामी व्यक्तित्व की झलकें हैं। भक्ति, श्रृंगार, रुप, सौन्दर्य, कर्त्तव्य-परायणता और कर्म पथ का विस्तृत वर्णन है। नियति और प्रकृति की सूक्ष्म नियमों का वर्णन है। विवश और हारे लोगों की कहानी है तो दूसरी ओर बढते हुए मंजिल को पाने वाले युवाओं की हिस्सेदारी है।
एक कीर्तन संग्रह भी है, जिसमें 40 से ऊपर विभिन्न तर्जों पर आधारित स्वरचित, मौलिक, अप्रकाशित कीर्तन हैं।
सभी रचनाएँ अभी अप्रकाशित हैं। यदि आपके यहाँ से इनका प्रकाशन हो जाये तो ये आपका हम पर ऋण रहेगा क्योंकि रचनाएँ लेखक की आत्मा होती हैं, उनमें उसका व्यक्तित्व और प्राण निहित होता है। यह लेखक के की जीवन यात्रा की संचित पूँजी होती है, जिसे वह अकारण खोना नहीं चाहता है। आर्थिक परेशानी और बीमारियों के कारण अब तक इन्हें कहीं दिखा भी नहीं सका। केवल क्षेत्रीय और खास अपने लोगों को ये पता है।
आज घर-घर में \'गीता\' की जरूरत सबसे ज्यादा है क्योंकि लोगों का रहन-सहन, आचार-विचार, उठने, सोने, पढने, बात करने, व्यवहार करने और सबको सम्मान करने का ढंग बदल गया है, इन्हीं सारी चीजों को मैंने अपने एकमात्र उपन्यास \'वेदना\' में समेटा है, जिसे \'गीता\' द्वारा हल किया जा सकता है। \'गीता\' और \'कबीर के बचन\' ही आज नैतिकता और व्यवहार और आचरण को सही दिशा देने में सक्षम हैं। कबीर की वाणी में दशों दिशाओं के स्वर और अध्यात्म की गूँज उठती हैं। समाज की रुढ़िवादी परम्पराएँ दृष्टिगोचर होती हैं। अगर गीता और कबीर मिल जायें, किसी तरह इन्हें एक किया जा सके तो समाज से काफी हद तक, समूल तक बुराइयों को दूर किया जा सकता है।🌹🌹🌹🌹🌹
-- जुगल किशोर त्रिपाठी, मऊरानीपुर, झाँसी (उ०प्र०)
ईश्वर आप जैसा भाई सभी को दे..
नाम: माया मदकोरिया | आयु: 36 |
पद: एडवोकेट, भोपाल हाईकोर्ट | प्रेषित दिनांक: 26-12-22 |
पता: भोपाल, मध्य प्रदेश | |
धन्यवाद अभिषेक भैया, आपने पूरे भारत वर्ष से कबीर कोहिनूर अवार्ड-2023 हेतु असाधारण और उत्कृष्ट श्रेणी में प्रतिभागियों की चयन सूची जारी करके सभी अतिथियों का सम्मान बढ़ाया है।
आप निस्वार्थ सेवाभाव से कार्य कर रहे हैं। ईश्वर आप जैसा भाई सभी को दे।
समाज को नई दिशा देने में आपने अपना तन, मन, धन लगाया है जो आज के समय मे बहुत कम देखने को मिलता है।
सतगुरू कबीर आश्रम के महंत डॉ. श्री नानकसाहेब जी महाराज के मार्गदर्शन में हम सभी का जीवन धन्य हो गया है।
👏👏👏👏👏👏
कबीर चौरा मासिक पत्रिका के लिए धन्यवाद, साधुवाद आपको...
नाम: महंत डॉ. नानक दास जी महाराज | आयु: 47 |
पद: पूर्व सदस्य टी बोर्ड ऑफ इंडिया, भारत सरकार | प्रेषित दिनांक: 16-12-22 |
पता: बड़ी खाटू, नागौर, राजस्थान | |
अंतर्राष्ट्रीय कबीर समाधि स्थल एवं पर्यटक स्थान, कबीर अकादमी शिक्षण शोध संस्थान मगहर धाम के आचार्य गद्दीपति, पीठाधीश्वर महंत श्री 1008 श्री विचार दास जी महाराज के सानिध्य एवं मार्गदर्शन में राष्ट्रीय साहित्यकार ,प्रवक्ता श्री अभिषेक कुमार जी ने अपनी लगन और निष्ठा के साथ जन-जन तक कबीर वाणी का प्रचार प्रसार करने के लिए पहली बार कबीर चौरा मासिक पत्रिका का ऑनलाइन, ई-पठन पद्धति का शुभारंभ किया है इसके लिए हृदय से साधुवाद, धन्यवाद देता हूँ।
भारत भूषण महन्त डॉ. नानक दास जी महराज
पूर्व केंद्रीय टी बोर्ड सदस्य
भारत सरकार
नायनागढ़ महोत्सव चुनार, मिर्जापुर में आपकी प्रतिभागिता के संदर्भ में,
नाम: ओम प्रकाश चतुर्वेदी | आयु: 44 |
पद: राज्य नियंत्रक - असेसमेंट & क्वालिटी अस्योरेंस | प्रेषित दिनांक: 13-11-22 |
पता: मध्यप्रदेश | |
अभिषेक जी बहुत बहुत शुभकामनाएं आपको। आप निश्चय ही अपनी लेखनी से इस समाज मे एक नई इबारत लिख रहे है एवं आपके साहित्य से इस समाज मे एक नवचेतना का संचार होगा।
मुकेश पांडेय जी ग्रामीण विकास के क्षेत्र के एक बहुत ही कर्मठ, निष्ठावान एवम सरल प्रहरी है। यह मेरा भी सौभाग्य रहा है कि मैं उनके साथ मिर्ज़ापुर में कुछ समय निवेश किया है। उन्हें मेरी तरफ से अभिवादन कीजियेगा।
आपका
ओम प्रकाश चतुर्वेदी
राज्य नियंत्रक - असेसमेंट & क्वालिटी अस्योरेंस
ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान
नेशनल अकादमी ऑफ रुड़सेटी
मध्य प्रदेश
शुभकामना संदेश प्रेषित
नाम: आर. सी. यादव | आयु: 42 |
पद: शिक्षक, लेखक, कवि | प्रेषित दिनांक: 30-09-22 |
पता: केराकत, जौनपुर, उत्तर प्रदेश | |
।। शुभकामनाएं... ।।
21 वीं सदी के साहित्यकारों की
कीर्ति विमल, लेखनी प्रखर हो ।
नित नए विचारों के सृजन से
धरा - गगन, यश गान अमर हो ।।
काव्य पुष्प से साहित्य सिंचित हो
जग में नई जागृति लाए ।
अनुपम, अलौकिक गाथाओं से
जन मानस को राह दिखाए ।।
____ डॉ आर सी यादव
शिक्षक/लेखक/ कवि/ मोटीवेशन स्पीकर/ फ्रीलांस जर्नलिस्ट
पैतृक निवास: डोभी, केराकत, जौनपुर (यूपी)
वर्तमान निवास: दिल्ली
परमपूज्य श्री गुरुदेव जी के मार्गदर्शन और सानिध्य में 21वीं सदी के साहित्यकार पुस्तक का विमोचन साहित्य जगत में एक नया आयाम स्थापित करेगा।
श्री अभिषेक कुमार बधाई के पात्र हैं।
मुझे खुशी है कि मेरी लेखनी का एक छोटा सा भाग इस ऐतिहासिक पुस्तक का अंश है।
सहित्यकार श्री अभिषेक कुमार जी को उपनाम के गरिमा से अलंकृत होने के लिए बधाई।
नाम: राम रतन श्रीवास | आयु: 42 |
पद: साहित्यकार, भारतीय रेल सेवा के कर्मचारी | प्रेषित दिनांक: 30-09-22 |
पता: बिलासपुर, छत्तीसगढ़ | |
आज के कार्यक्रम 21वीं सदी के साहित्यकार के सृजन परम आदरणीय अभिषेक कुमार \"अभिषेक\" जी इस मंच के माध्यम से साहित्यिक उपनाम \"अभिषेक\" से सुशोभित हुए हैं मैं उन्हें हृदय से आभार प्रकट करता हूंँ। गुरुदेव भारत भूषण महंत श्री नानक दास जी महाराज के सानिध्य में एवं संपादक श्री सूर्य प्रकाश त्रिपाठी जी के अथक प्रयास से 21वीं सदी के साहित्यकार पुस्तक का विमोचन आज आभासी पटल के माध्यम से भव्य कार्यक्रम संपन्न हुआ। मैं बहुत ही सौभाग्य साली अपने आप को महसूस कर रहा हूंँ कि इस साहित्यकारों की पुस्तक में मैं अपना एक छोटा सा सहयोग दे पाया सभी को हृदय से बधाई के पात्र हैं।
सहर्ष बधाई एवं शुभकामनाएं
नाम: योगेश सिंह धाकरे चातक | आयु: 37 |
पद: ओज रस के कवि | प्रेषित दिनांक: 30-09-22 |
पता: उत्तराखंड | |
21वी सदी के भारत के साहित्यकार पुस्तक को मूर्त रूप देने वाले...श्री अभिषेक कुमार जी श्री सूर्यप्रकाश त्रिपाठी जी के प्रयासों को साधूवाद और आज के शानदार आयोजन की बधाई प्रेषित करता हूँ
21 वीं सदी के भारत के साहित्यकार पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम के लिए बधाई।
नाम: अनपूर्णा श्रीवास्तव | आयु: 62 |
पद: लेखिका | प्रेषित दिनांक: 30-09-22 |
पता: पटना, बिहार | |
बहुत अच्छा आयोजन एवं सभी साहित्यकारों का उद्बोधन रहा! अभिषेक भाई एवं पुस्तक परिवार समस्त आपको हार्दिक बधाई एवं असीम शुभकामनाएँ हैं आपने बेहद महत्वपूर्ण कार्य किया है, मुझे गर्व है कि इस पुस्तक में मेरी भी उपस्थिति है... यही कामना है कि यह पुस्तक साहित्यकारों के सृजन पथ में अमरत्व के दीप प्रज्जवलित करें। अभिषेक भाई आप निरंतर ऐसे कार्यों के क्षेत्र में मनवांछित सफलता के साथ बढ़ते रहे।
आपके द्वारा लिखे गए प्रसंसनीय आलेख "भ्रम दल का उदय"
नाम: कृष्ण मुरारी राय | आयु: 37 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक (NRLM) | प्रेषित दिनांक: 21-09-22 |
पता: आजमगढ़, उत्तर प्रदेश | |
👍👍अद्भुत कल्पनाशीलता मित्र अभिषेक जी।
वैसे तो भ्रम को जितना भी परिभाषित किया जाय उतना ही विकराल रूप है इसका। कहते है हम भारतवंशी वसुधेव कुटुम्बकम की भावना रखते है लेकिन सबसे ज्यादा भ्रम तो हम यही पाल रखे है एक दूसरे के प्रति विश्वास,आशा,प्रेम,लोभ, बल चतुरता, छल ,ज्ञान इत्यादि अनेको चीजो का।
लेकिन भ्रम दल भी अन्य दो दलो की अपेक्षा अधिक चिंतनशील/परिपक्व बनाता है।
लेखक की निष्काम भावना को प्रेषित।
आपके द्वारा लिखे गए आलेख "भ्रम दल का उदय" के लिए प्रसंसा।
नाम: नीलम सिंह | आयु: 32 |
पद: लेखिका | प्रेषित दिनांक: 21-09-22 |
पता: दिल्ली | |
अभिषेक जी, बहुत सुंदर लिखा है और बहुत सही तरीके से व्याख्यान किया गया। रजो गुण तमों विस्तार से समिक्षा की है। सत्य है हम भ्रष्टापथ सर्वाधिक प्रिय हो गया है और सत्कर्म से हम दूर हो रहे हैं और भ्रम सब में ही कूट-कूट भरा मैं सही ये ग़लत वाला तो सबसे ही ज्यादा। बहुत सुंदर लेख।
जय कबीरदास महाराज जी की
नाम: प्रकाश चंद टेलर | आयु: 57 |
पद: शिक्षक | प्रेषित दिनांक: 21-09-22 |
पता: नागौर, राजस्थान | |
आदरणीय अभिषेक जी आपके द्वारा किये गए महान कार्यो की तारीफ़ के लिये मेरे पास शब्द भी नहीं है। धन्य है आपके माता पिता जिन्होंने आप जैसे फ़रिश्ते को जन्म दिया। उनको कोटि कोटि प्रणाम।
मै आशा करता हूँ कि मेरा भी शौभाग्य होगा जब आपसे मैं सम्मानित होऊंगा। यदि आप जैसी सेलिब्रिटी के हाथों से सम्मानित होता हूँ तो मेरे जैसा भाग्यशाली कोई नहीं होगा क्योंकि मैं राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड से सम्मानित हूँ, मगर आपका अवार्ड इससे भी ऊपर होगा।
आपके द्वारा विद्यार्थियों एवं जनसमुदाय के लिए दिए गए एक इंटरव्यू के संदर्भ में
नाम: सन्नी कुमार | आयु: 27 |
पद: व्यवसायी | प्रेषित दिनांक: 10-08-22 |
पता: रसूलपुर, औरंगाबाद, बिहार | |
अभिषेक भैया, कोडर सॉफ्टेक संस्था के द्वारा लिए गए आपके इंटरव्यू का यूट्यूब वीडियो देखा बहुत ही अच्छा लगा भैया, जिस प्रकार आपने हर बात को बेझिझक, शांतिपूर्ण और सहजता से बताया वह काफिले तारीफ हैं। आपको जो भी सुनेगा वो आपके विचार से प्रभावीत होगा और लेखनी और पुस्त्के पढ़ने के प्रति उसका ध्यान आकर्षित होगा। आपने साहित्य के प्रति एक क्रांतिकारी आंदोलन छेड़ दिया है। इससे समाज मे बहुत बड़ा बदलाव आयेगा। आज की पीढी के लिए आप एक प्रेरणास्रोत बन गए है। धन्यवाद भैया ❤️
राज्यसभा या विधान परिषद में आपका मनोनयन हेतु ईश्वर से कामना
नाम: दीपक यादव | आयु: 28 |
पद: विद्यार्थी | प्रेषित दिनांक: 17-07-22 |
पता: राजेपुर, ठेकमा, आजमगढ़ | |
अभिषेक भईया, आपकी उत्कृष्ट सामाजिक चिंतन के लिए ढेरो सुभकामना एवं बधाई, निश्चित ही आगे बढ़ते रहें। ईश्वर से कामना ही कि आपको भारत के राष्ट्रपति द्वारा जो राज्यसभा में मनोनयन या उत्तर प्रदेश या आपके बिहार में राज्यपाल कोटे से भविष्य में साहित्य क्षेत्र से सांसद या MLC चुना जाए।
आपकी लेखन के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री जी से शुभकामना संदेश प्राप्त होना गर्व का विषय।
नाम: कमलेश बहादुर सिंह | आयु: 30 |
पद: कंप्यूटर ऑपरेटर NRLM | प्रेषित दिनांक: 11-07-22 |
पता: आजमगढ़, उत्तर प्रदेश | |
एक और सफलता प्राप्ति की हार्दिक शुभकामनाएं💐💐
आप इसी प्रकार अपने कर्तव्यपथ पर डटे रहे वह दिन दूर नही जब आपकी लेखनी से एक नए युग का आरम्भ होगा।
गुरुकुल पौराणिक शिक्षा पद्धति पुनर्जीवित करने संबंधी आपके विचार के संदर्भ में,
नाम: मंजू कश्यप | आयु: 46 |
पद: समूह सखी (NRLM) | प्रेषित दिनांक: 07-07-22 |
पता: उमरिकला, ठेकमा, आजमगढ़ | |
वन्दन और अभिनन्दन है अभिषेक भैया आपकी ऐसी पवित्र विचार धारा का जो स्वयं योग और अध्यात्म का पालन करते हुए विश्व कल्याण की कामना रखता हो आप जैसे लोग ही असल में परिवर्तन लाएंगे। हमारी संसकृति कभी विलुप्त नही होगी जहा आप जैसी युवा शक्ति है। गौरव है आप मेरा जिसका अनुज अल्पायु मे इतना चिन्तनशील हो ।✋💐💐
आपके द्वारा किये जा रहे निस्वार्थ साहित्यिक सामाजिक सेवा के संदर्भ में
नाम: हरजीत सिंह मेहरा | आयु: 53 |
पद: लेखक सह टेम्पू चालक | प्रेषित दिनांक: 26-06-22 |
पता: लुधियाना, पंजाब | |
तहे दिल से आभार आदरणीय अभिषेक जी, आपकी निस्वार्थ सेवा भाव से मंत्रमुग्ध हूं। आपके सहयोग से ही नए आयामों की आस जगी है। मां शारदे का आशीर्वाद आप पर सदा बना रहे।🙏🙏🥀🥀🥀
प्रभावशाली व्यक्तित्व के व्यक्ति है आप
नाम: चित्रलेखा राठौर | आयु: 64 |
पद: साहित्यकार एवं समाज सेविका | प्रेषित दिनांक: 14-06-22 |
पता: भोपाल, मध्य प्रदेश | |
आपका परिचय बहुत ही प्रभावशाली हैं। मुझे गर्व हैं आप पर। आप जैसे व्यक्तित्व से मिलने का सौभाग्य मिला. 🙏🙏🙏🙏
आपके कार्य ऊर्जा के स्रोत
नाम: महेंद्र सिंह | आयु: 65 |
पद: प्राकृतिक कृषि वैज्ञानिक | प्रेषित दिनांक: 14-06-22 |
पता: खरसहन, फूलपुर, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश | |
अभिषेक जी आप को देख कर मुझे इस उम्र में उर्जा मिलती है, आपके साहस पूण्य कार्य को नमन हार्दिक बधाई👍👍🙏🙏🙏
21 वी सदी के साहित्यकार
नाम: अंजली तिवारी मिश्रा | आयु: 50 वर्ष |
पद: नौकरी | प्रेषित दिनांक: 19-05-22 |
पता: लाल बाग सिविल लाइन नेहरू मंच जगदलपुर छत्तीसगढ़ | |
21 सदी के साहित्यकार दिव्य प्रेरक कहानियां अभी विषय है उनके विषय अलगहट के रहते हैं और साहित्य को एक नई दिशा देने की कोशिश करते उनकी रचनाएं अच्छी और। सच्ची लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करते ।
साहित्य
नाम: ममता श्रवण अग्रवाल | आयु: 59 |
पद: प्रचार मंत्री हिंद देश परिवार | प्रेषित दिनांक: 16-05-22 |
पता: धवारी सतना | |
एक साहित्य कार समाज का दिशा निर्देशक होता है। अतः साहित्यकार वही श्रेष्ठ होता है जो अपनी लेखनी समाज के हित में चलाए और समाजेम व्याप्त बुराइयों को जानता के समक्ष रखे और हमारे माननीय रचनाकार का सृजन इस परिधि से अछूता नहीं है।
झीलों की नगरी भोपाल में आपका हार्दिक स्वागत है।
नाम: चित्रलेखा राठौर | आयु: 54 |
पद: वरिष्ठ लेखिका | प्रेषित दिनांक: 15-05-22 |
पता: भोपाल, मध्य प्रदेश | |
अभिषेक जी आपका साहित्य का कारवां,
यूँ ही सदा आगे बढ़ता रहे,
आपका नाम यूँ ही सदा,
रोशन होता रहे,
दुआ हैँ मेरी आपके लिए
आप शोहरत कि बुलंदियों को छूए।
05/06/2022 को भोपाल साहित्य सम्मेलन में आ रहे है, ओके, झीलों कि नगरी भोपाल मे आपका हार्दिक स्वागत है, वंदन है, अभिनन्दन अभिनंदन है।
संकलित हो रहे ऐतिहासिक पुस्तक भारत के 21 वीं सदी के साहित्यकार के लिए धन्यवाद ज्ञापन।
नाम: राजीव भारद्वाज | आयु: 34 |
पद: ब्लॉक कार्यक्रम अधिकारी, जोहार परियोजना JSLPS | प्रेषित दिनांक: 12-05-22 |
पता: गढ़वा, झारखण्ड | |
मंजिल तो मिल ही जाएगी, भटक कर ही सही,
गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं।
आइए एक साहित्यकार के रूप में अपनी पहचान बनाईए।
बहुत सुंदर प्रयास अभिषेक जी तथा सूर्य प्रकाश त्रिपाठी जी।
आप सबों ने एक बेहतर मंच हम सभी उभरते लेखकों को प्रदान किया इसके लिए कोटि कोटि आभार।
प्रोत्साहन
नाम: सूर्य प्रकाश त्रिपाठी | आयु: 32 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक | प्रेषित दिनांक: 10-03-22 |
पता: बाराबंकी | |
कला एवं साहित्य हमारे अंतर्मन की वो स्थिति है जो पर्याप्त मंच न मिलने से अंदर ही अंदर रह जाती है परन्तु कभी हम मनोबल की कमी अथवा सम्पर्क के अभाव में किसी के समक्ष प्रकट नही करते दिव्य प्रेरक कहानियां साइट ने नवोदित रचनाकारों को एक विश्व मंच दिया है ये सभी के लिए गर्व का विषय होना चाहिए अपने निकट के साहित्य प्रेमियों को भी इस मंच से अवगत करवाये
विश्व शांति संत कबीर अवार्ड सम्मान प्राप्त करने हेतु आमंत्रण
नाम: संत नानक दास जी महाराज | आयु: 57 |
पद: समाज सुधारक संत | प्रेषित दिनांक: 27-02-22 |
पता: बड़ी खाटू, नागौर, राजस्थान | |
विश्व पटल पर भारत देश में पहली बार वैश्विक स्तर पर कबीर अवार्ड दिया जा रहा है।
आप देश विदेश में जाति मजहब धर्म सम्प्रदाय दल बदल से ऊपर उठकर कर कबीर साहब की तरह समाज सुधार, प्राणी सेवा, पर्यावरण प्रेमी नशामुक्ति अभियान चरित्र निर्माण समाज की स्थापना, सम्भाव सद्भाव सामाजिक समरसता पर कार्य करते हो इसलिए आपको कबीर मठ भारत, सतगुरु कबीर आश्रम सेवा संस्थान बड़ी खाटू राजस्थान और टी बोर्ड इंडिया भारत सरकार द्वारा विश्व शांति संत कबीर अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
आप सब 20 मार्च 2022 को कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, संसद भवन मार्ग एरिया नई दिल्ली में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक सादर आमंत्रित हैं।
आगमन हेतु अपना कार्यक्रम सेट करके टिकट बुकिंग करवा लिजिए।
बड़े बड़े महापुरुषों तथा महामहिम पूर्व राज्यपाल महोदय, माननीय केंद्रीय कबीनेट मंत्री महोदय, तथा पद्मश्री के कर कमलों से आशीर्वाद स्वरूप सम्मान पत्र, मेडल, मुमेंटो आदि दिया जाएगा।
सकारात्मक सोंच का अंतर कोई आपसे सीखे।
नाम: चंद्रेश पाठक | आयु: 44 |
पद: सहायक प्रबंधक, RSETI (यूनियन बैंक) | प्रेषित दिनांक: 12-02-22 |
पता: आजमगढ़, उत्तर प्रदेश | |
अभिषेक़ सर आप पर गर्व है, वही आपके विपरीत जितने कर्मचारी हैं सब नौकरी का रोना रोते हैं सब की मानसिक स्थिति बिगड़ी हुई है उसके विपरीत आप इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल कर रहे हैं। अपने आप को सीमित रखते हुए भक्ति नौकरी का निर्वहन कर रहे हैं उपलब्धियों पर उपलब्धियां हासिल करते जा रहे हैं यही अंतर है एक सकारात्मक और नकारात्मक सोच वालों के अंदर 🙏
आपके प्रेरणादायक अतुलनीय कार्य सदैव स्मरणीय रहेगा।
नाम: अखिलेश केशरी | आयु: 29 |
पद: सामुदायिक समन्वयक, जीविका | प्रेषित दिनांक: 03-02-22 |
पता: सारण, बिहार | |
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत आजमगढ जिला के ब्लॉकों में आप जैसे ही कलम के जादूगर, समाज सेवी की जरुरत थी, वास्तव में आप ब्लॉक और जिला को शीर्ष स्थान पे ले जाने का अतुलनीय कार्य कर रहे है।
आपकी दिव्य रचित पुस्तकें युवाओं के प्रेरणास्रोत।
नाम: संतोष कुमार | आयु: 26 |
पद: कवि | प्रेषित दिनांक: 03-02-22 |
पता: चांद, कैमूर, बिहार | |
आपके द्वारा लिखी गई पुस्तकों से आज के युवाओं की मनोवृति सुदृढ़ स्वच्छ प्रबल और प्रखर हो रही है ऐसे दिव्य पुस्तकें हम जैसे युवाओं को प्रेरणा दे रही है आपका बहुत-बहुत आभार आपको नमन...
गौरैया संरक्षण हेतु आपसे प्रेरणा प्रसाद।
नाम: संतोष कुमार | आयु: 26 |
पद: कवि | प्रेषित दिनांक: 12-01-22 |
पता: चांद, कैमूर, बिहार | |
आपके इन गौरवशाली विचारों को मेरा शत-शत नमन। मैं भी बचपन से बहुत ही प्रकृति प्रेमी हूं और गौरैया संरक्षण प्रक्रिया को बहुत दिनों से अपनाया हूं और आगे भी आपकी कृपा से लगा रहूंगा।
आपके प्रेरणादायक व्यक्तित्व से सिख
नाम: ऋतु यादव | आयु: 25 |
पद: बिजली सखी NRLM | प्रेषित दिनांक: 09-01-22 |
पता: ठेकमा, आजमगढ़ | |
सर आप ऐसे ही आगे बढ़ते रहिए, इस नए साल में खूब तरक्की कीजिये प्रभु से कामना है हमारी और हम भी आपके जैसे बने आशीर्वाद दीजिये।
मेरे दो शब्द आपके संदर्भ में,
नाम: डा. सुरेश शौर्य प्रियदर्शी | आयु: 45 |
पद: फाउंडर PIU ट्रस्ट धनबाद | प्रेषित दिनांक: 31-12-21 |
पता: धनबाद, झारखण्ड | |
साहित्य संस्कृति और सभ्यता की थाती है. साहित्य रथ पर ही सभ्यता सवार होकर युगों तक सफ़र की है. जिसके कारण आज हम सब भाषा और भावना को अभिव्यक्त कर हम बेहतर से बेहतर सभ्य होते दुनिया मे रह रहे हैं. इसके आप सब सारथी बने. इसके लिए आपको हृदय से धन्यवाद. मेरा हृदय से आभार स्वीकार करें.
-डा. सुरेश शौर्य प्रियदर्शी
हरित बधाई अंतर्राष्ट्रीय समाज सेवा अवार्ड के लिए।
नाम: अनिता | आयु: 35 |
पद: कृषि सखी (MKSP) | प्रेषित दिनांक: 31-12-21 |
पता: उसरीखुर्रमपुर, ठेकमा, आजमगढ़ | |
बधाई हो सर जी आप को इस अद्भुत अंतर्राष्ट्रीय समाज सेवा अवार्ड पाने के लिए और आपके प्रयास को, हम सभी लोगों को खुशी है कि आप के सानिध्य में काम करने का मौका मिला। 🙏🏻👍
असाधारण उपलब्धि "अंतरराष्ट्रीय समाज सेवा अवार्ड" के लिये बधाई।
नाम: कमलेश बहादुर सिंह | आयु: 32 |
पद: कंप्यूटर ऑपरेटर | प्रेषित दिनांक: 30-12-21 |
पता: तहबरपुर, आजमगढ़, UP | |
आप कभी भी अपने आस-पास के सभी लोगों को प्रेरणा देना बंद नहीं करते हैं।
मैं आपकी इस महान उपलब्धि के बारे में जानकर सच में अभिभूत हूँ।
बधाई हो!💐💐💐
"अंतरराष्ट्रीय समाज सेवा अवार्ड" पाने के लिये सहर्ष बधाई।
नाम: संदीप गुप्ता | आयु: 32 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक (NRLM) | प्रेषित दिनांक: 30-12-21 |
पता: हरैया, आजमगढ़ | |
हमारे अग्रज, सुधी मार्गदर्शक, एक वरिष्ठ एवं अनुभवी सहकर्मी भैया अभिषेक को राँची लिटरेचर फेस्टिवल में \"अंतर्राष्ट्रीय समाज सेवा सम्मान\" के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं.. 💐🙏🏻💐🙏🏻
आप को मिला यह असाधारण सम्मान इस बात का प्रतीक है कि हम कितने ही झंझवातों मे घिरे हो किन्तु अपने हृदय की बातों को एक रूप देते हुए अपने कार्यो को करते रहे.. अपने मूल वय्कतित्व को हमेशा जीवित रखे..
फिर अपने आप को देखे तो कभी भी शिकायत नही होगी।
जीवन के लक्ष्य को चुन कर उसे प्राप्त करने के लिए अपने आप को तैयार करे और उसके अनुरूप कार्य करते रहे, तब सफलता आपके साथ हमेशा रहेगी l
भैया अभिषेक आप जीवन में अपने निर्धारित सभी लक्ष्यों को प्राप्त करे, इस मंगल कामना के साथ टीम NRLM आजमगढ़ की ओर से पुन: आपको शुभकामनाएं 🙏🏻🙏🏻💐💐
आपका अपना संदीप कुमार गुप्ता
अंतर्राष्ट्रीय समाज सेवा सम्मान पाने के लिए बधाई।
नाम: सौरभ यादव | आयु: 27 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक-NRLM | प्रेषित दिनांक: 30-12-21 |
पता: लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश | |
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के परम सम्मानीय बीएमएम अभिषेक भैया जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी तथा अनेक मंच से पुरस्कृत एवं सम्मानित, मैं उनके इस नई उपलब्धि के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं ढेर सारी शुभकामना देता हूं तथा आने वाले नूतन वर्ष में इसी तरह आप अपना उत्कृष्ट योगदान देते हुए शीर्षस्थ स्थान प्राप्त करते रहें।
आपकी बढ़ती लोकप्रियता के लिए सहर्ष बधाई।
नाम: राजीव गुप्ता | आयु: 33 |
पद: शिक्षक (झारखंड सरकार) | प्रेषित दिनांक: 13-12-21 |
पता: जयहिन्द तेंदुआ, औरंगाबाद, बिहार | |
आप इसी तरह और कहानियाँ, कविता का लेखन करते रहिये समाज हित में। झारखण्ड के हैदरनगर में भी आपके नाम पे अपना गांव जयहिंद तेंदुआ के नाम ढेर सारे टीचर लोग लेते हैं और हमसे पूछ भी रहे थे कि अभिषेक जी कौन हैं आप पहचानते हैं तो मैंने बोला कि अभिषेक जी और मेरा घर थोड़ा ही दूरी पर है, बहुत अच्छी तरह जानते हैं।
अभिषेक़ जी आप पर गर्व है।
नाम: प्रदीप सिंह | आयु: 37 |
पद: समाज सेवी | प्रेषित दिनांक: 13-12-21 |
पता: टंडवा, नवीनगर, औरंगाबाद | |
हम सभी को बहुत गर्व है आप पर की आप अपनी लेखनी, समाजसेवा और अपनी प्रतिभा से अपने समाज के साथ-साथ अपने क्षेत्र, जिला, राज्य और पूरे देश का नाम रौशन कर रहे हैं।
उज्ज्वल भविष्य हेतु आशीर्वाद।
नाम: अनिल शास्त्री | आयु: 55 |
पद: वेदाचार्य, श्रीमद्भागवत कथावाचक | प्रेषित दिनांक: 07-12-21 |
पता: कुरुक्षेत्र, हरियाणा | |
बहुत-बहुत बधाई शुभकामनाएं इसी प्रकार से समाज में अपने तथा अपने परिवार का नाम रोशन करते रहे लेखनी के माध्यम से।
आपकी लेखनी सदा अनवरत सास्वत चलती रहे यही कामना है भगवान श्रीकृष्ण से।
SIRD लखनऊ में आपके द्वारा गाये गए गाने के लिए बधाई।
नाम: सीरिन फातिमा | आयु: 28 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक (NRLM) | प्रेषित दिनांक: 30-11-21 |
पता: फूलपुर, आजमगढ़ | |
अभिषेक़ भईया हमे पहली बार आपके फेसबुक से पता चला है कि आप इतना अच्छा गाना भी गा लेते हैं, प्रतिभा की कोई कमी नहीं है आपमें। आप निःसंदेह राष्ट्र सेवा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
आप अच्छे गाने भी गा लेते हैं।
नाम: बलिराम यादव | आयु: 34 |
पद: सौर उधमी | प्रेषित दिनांक: 30-11-21 |
पता: मार्टीनगंज, आजमगढ़ | |
आप एक बहुत अच्छे लेखक के साथ साथ बहुत अच्छे वक्ता और सुर सम्राट भी हैं। SIRD लखनऊ में आपके द्वरा गाए गाने को सुना मन बड़ा आनंदित हुआ। उज्वल भविष्य की सुभकामना।
अद्भुत पुस्तक अंग प्रत्यंग के लिए बधाई।
नाम: संतोष कुमार | आयु: 26 |
पद: कवि | प्रेषित दिनांक: 25-11-21 |
पता: चांद, कैमूर, बिहार | |
बहुत-बहुत बधाई हो सर पुस्तक अंग प्रत्यंग के लिए जो आपने एक बहुत ही अद्भुत श्रेष्ठ चेतना तथा उच्च विचार और रहस्यमई ज्ञान को प्रस्तुत कर समाज को एक नई दिशा दिए हैं।
धन्यवाद ज्ञापन
नाम: कृष्णा किशोर शाही | आयु: 35 |
पद: भाजपा नेता | प्रेषित दिनांक: 25-11-21 |
पता: कठौता चौराहा, लखनऊ | |
प्रणाम 🙏 आपका आभार और धन्यवाद आपने अपना कीमती समय निकाल कर मेरे विवाह में उपस्थित होकर मुझे अपना आशीष और प्रेम दिया मैं इसका आभारी हूँ, आपका प्रेम और आशीष हमारे लिए जीवन भर की निधि है। 💐
आपका,
कृष्णा किशोर शाही
आपके अद्भुत लेखनी शैली के संदर्भ में,
नाम: चंदन कुमार | आयु: 33 |
पद: BMM UPSRLM गोंडा | प्रेषित दिनांक: 20-11-21 |
पता: पटना (बिहार) | |
बहुत अच्छा अभिषेक़ भाई आपके लेखनी के बारे में काफी सुना था लेकिन ये नहीं पता था की आप बिहार से हो। यह जानकर बहुत खुशी हुई। लोकहित में आपकी रचनाएँ जनमानस को मंगल पथ प्रदर्शक करता रहे ये सुभकामनाएँ है हमारी की आप राष्ट्रहित में काम आएं।
उत्कृष्ट लेखनी शैली के संदर्भ में।
नाम: बबलू | आयु: 35 |
पद: जिला समन्वयक | प्रेषित दिनांक: 09-11-21 |
पता: जोधपुर राजस्थान | |
अभिषेक भाई आप बहुत ही उत्कृष्ट लेखनी के धनी है प्रभु श्री राम की कृपा से आपकी आने वाली समस्त लेखनी समाज के लिये लाभप्रद साबित होगी। जय श्री राम 👏👏
आपके निस्वार्थ सेवा एवं सहयोग
नाम: विजय बहादुर | आयु: 35 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक | प्रेषित दिनांक: 04-11-21 |
पता: लखनऊ | |
अभिषेक जी, आपको इसी प्रकार नि:स्वार्थ भाव से देश सेवा कर मान सम्मान मिलता रहे, दिवाली पर्व पर हम सबकी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।🎉🙏
आपके द्वरा किये जा रहे सराहनीय कार्य
नाम: धनंजय सिंह | आयु: 33 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक (NRLM) | प्रेषित दिनांक: 01-11-21 |
पता: अलीगढ़ | |
अभिषेक जी बहुत ही सराहनीय कार्य आपके द्वारा किया जा रहा है तथा यह देख कर बहुत ही खुसी हो रही हैं कि जिस विभाग से हम लोग जुड़े हैं उस विभाग के सर्वेसर्वा मंत्री जी से आपकी पकड़ भी अच्छी दिख रही है।
कुछ हम सब के भविष्य सुरक्षित लिए भी सरकार को उचित सन्देश पहुचाये तो आपकी महान कृपा होगी।🙏
मुझे आप जैसे सामाजिक, प्रकृति प्रेमी, जीव जंतु प्रेमी, तथा आध्यात्मिक, अपने भाई अभिषेक ब्लॉक मिशन प्रबन्धक ठेकमा से यही उम्मीद भी है।
राष्ट्र सेवा हेतु साहित्यकार श्री अभिषेक़ कुमार जी को अवसर प्रदान करने के संदर्भ में
नाम: Ashwini Mishra | आयु: 32 |
पद: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कार्यकर्ता | प्रेषित दिनांक: 31-10-21 |
पता: Kandiwali East Mumbai 400101 | |
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 में राज्य सभा के लिए 12 सदस्यों को मनोनीत नामनिर्देशित करने का अधिकार महामहिम राष्ट्रपति महोदय जी को है। जिसमें साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा जैसे विषयों पर विशेष ज्ञान या व्यवहारिक अनुभव रखता हो।
ऐसे में प्रख्यात युवा हिंदी साहित्यकार एवं कलम के जादूगर श्री अभिषेक कुमार जी की साहित्यिक रचनाएँ लोक मंगल हित में जनसमुदाय को नवीन ऊर्जा संचेतना से भर रहा है तथा इनकी सामाजिक विकास, उत्थान संबंधी क्रियाकलाप, प्रोत्साहन भी अति सराहनीय है। तथा ये कल्याणकारी नवाचार कार्यसामर्थ ऊर्जा से लबरेज हैं और देश के लिए कुछ सकारात्मक कर गुजरने की जज्बा, उमंग एवं उत्साह है।
अतः महामहिम राष्ट्रपति महोदय जी से विनम्रतापूर्वक गुजारिश है कि राज्य सभा में सदस्यता के लिए साहित्य क्षेत्र से श्री अभिषेक़ कुमार जी का नामनिर्देशित करने हेतु विचार करें
साहित्यिक मनोवृत्ति बदलाव हेतु सार्थक पहल
नाम: प्रेम चंद राम | आयु: 55 |
पद: डिप्टी कमिश्नर (श्रम रोजगार) | प्रेषित दिनांक: 17-10-21 |
पता: मैनपुरी, उत्तर प्रदेश | |
अभिषेक जी भौतिकता, निजी स्वार्थ, व्यक्तिवादिता,आधुनिकता की अंधी दौर मे तल्लीन वर्तमान परिदृश्य से अलग कहानी।
शेष अपनी साहित्यिक/कवि हृदय के रागों मे पिरोकर सोशल मीडिया पर परोसिए हो सकता है कि कोई और हमलोगों की जमात मे शरीक हो सके और नकलीवादिता बेनकाब हो सकें।
आपकी कविता लेखन शैली के संदर्भ में,
नाम: अंगद किशोर | आयु: 56 |
पद: लेखक, साहित्यकार, गजलकार एवं इतिहासकार | प्रेषित दिनांक: 04-10-21 |
पता: जपला, पलामू, झारखंड | |
आपके द्वरा लिखा हुआ कविता \"बेटी\" हमने पढ़ा, आपकी लेखनी से कविता निकलने के लिए बेताब है,यह शुभ सूचना है। उक्त कविता को व्याकरण,भाव आदि से थोड़ा कसना होगा। फिर भी इतनी बेहतर कविता के लिए हृदय से बधाई।
लेखकीय महत्वता के संदर्भ में,
नाम: विजय प्रकाश | आयु: 41 |
पद: कृषक, व्यवसायी | प्रेषित दिनांक: 26-09-21 |
पता: गिडउर, ठेकमा, आजमगढ़ | |
💐🙏🏻🕉️🙏🏻 साहित्य समाज का दर्पण होता है और साहित्यकार ईश्वर, प्रकृति का प्रतिनिधि आपको बारंबार प्रणाम आप की कृतियां समाज को इसी तरह प्रकाशित करती रहे और ईश्वर आपको इस कार्य हेतु और अधिक ऊर्जा प्रदान करें🙏🏻
आपकी साहित्यिक लेखन के संदर्भ में,
नाम: मंजू कश्यप | आयु: 46 |
पद: समूह सखी | प्रेषित दिनांक: 30-08-21 |
पता: उमरिकला, ठेकमा, आजमगढ़ | |
एक युवा साहित्यकार सुलझी विचारधारा सामाजिक कुरूतियों और असमानताओं के विरूद्ध अपने लेखन कौशल से जनमानस की सुप्त भावनाओं को झिझोंडने की सारथक कोशिश, नारी के सम्मान और शसक्तीकरण के लिए सदैव दिल से तत्पर ऐसे हमारे अभिषेक़ भैया।
लेखनी के samadh में
नाम: प्रहलाद दुबे | आयु: 28 |
पद: BMM | प्रेषित दिनांक: 29-08-21 |
पता: Koilsa block | |
मनुष्य को अनाथ पशू के साथ भेदभाव न करने की सिख आप के इस लेखनी के माध्यम से मिली आप के विचार सराहनीय है ।
आपके पशु कल्याण हेतु सोंच/कार्य
नाम: सूर्य प्रकाश त्रिपाठी | आयु: 32 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक-SJ | प्रेषित दिनांक: 24-08-21 |
पता: बाराबंकी, उत्तर प्रदेश | |
आपका परम सौभाग्य, आज आप मनुष्य से परमपुरुष हो गए, आप की दिव्य आत्मा को कोटि कोटि प्रणाम, आपके सानिध्य में इस पुण्य का कुछ लाभांश हमे भी प्राप्त हो ऐसा आकांक्षी।
आपकी सर्वश्रेष्ठ लेखनी के संदर्भ में
नाम: बलिराम | आयु: 34 |
पद: उधमी | प्रेषित दिनांक: 24-08-21 |
पता: मार्टीनगंज, आजमगढ़ | |
आप एक सर्वश्रेष्ठ लेखक हैं जहाँ तक सुर्य का प्रकाश नहीं पहुचा वहाँ आप की कलम ब्याख्या लिखती हैं, सर जी आप को बहुत बहुत बधाई।
Your Cow Charity Thinking, Protection & Milk Products.
नाम: Ashirvad Singh | आयु: 35 |
पद: Ex. DPM-Jobs Jeevika (BR. Gov.) | प्रेषित दिनांक: 20-08-21 |
पता: Ara, Bihar | |
Good initiate taken by you. Hope UP Government will consider your request to avoid such incidents. Please keep it up.👍
आपकी सुंदर लेखनी के लिए
नाम: अनिता | आयु: 53 |
पद: ADO-ISB(W) | प्रेषित दिनांक: 20-08-21 |
पता: ब्लॉक- चिरईगांव, वाराणसी | |
बहुत ही सुन्दर प्रेरक लेखनी है आपकी, हमेशा आगे बढ़ते रहे मेरी शुभकामनाएं आपके साथ है।
आपके आचरण व्यवहार, एवं वृद्ध माता-पिता सेवा सम्मान अभियान
नाम: ASHUTOSH KUMAR | आयु: 32 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक | प्रेषित दिनांक: 19-08-21 |
पता: अहिरौला, आजमगढ़, UP | |
वाकई में अभिषेक भाई आपके आचरण व्यवहार की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है आप हमारे नॉन फ्रॉम लाइवलीहुड परिवार के प्रेरणा स्रोत हैं।
तुम्हारे असाधारण व्यक्तित्व
नाम: निर्मला सिंह | आयु: 57 |
पद: तुम्हारा फुआ | प्रेषित दिनांक: 12-08-21 |
पता: जमशेदपुर टाटा, झारखंड | |
बहुत बहुत बधाई, सदा खुश रहो इसी तरह आगे बढते रहो बेटा। इतिहास तुम्हारी प्रतीक्षा कर रहा है मेरा आशीर्वाद है कीर्तिमान रचोगे।
आपके लेखनी में उज्वल भविष्य की सुभकामना
नाम: उपेंद्र कुमार सिंह | आयु: 41 |
पद: वरीय शिक्षक (बिहार सरकार) | प्रेषित दिनांक: 12-08-21 |
पता: नबीनगर, औरंगाबाद | |
आप पर हमें गर्व है। बहुत बहुत बधाई। आप ऐसे ही अपनी लेखनी क्षमता को बढ़ाते रहें।
आपके अभियान माता-पिता आदर, सेवा, सम्मान से प्रेरणा हिम्मत
नाम: मंजू कश्यप | आयु: 46 |
पद: समूह सखी | प्रेषित दिनांक: 09-08-21 |
पता: उमरिकला, ठेकमा, आजमगढ़ | |
अभिषेक़ भैया आप जैसा ही कर्मयोगी हर युवा हो जिससे हम माताओ का गौरव बढ़े।
अभिषेक़ जी आप पर नाज के संदर्भ में,
नाम: अमरेंद्र कुमार सिंह | आयु: 24 |
पद: विद्यार्थी | प्रेषित दिनांक: 02-08-21 |
पता: जयहिन्द तेंदुआ, औरंगाबाद, बिहार | |
बहुत बढियां आपकी प्रेरक कहानियाँ अभिषेक़ जी आप ऐसे ही सफलता प्राप्त करते रहिए आप पे गोकुल वंश, भारद्वाज गोत्र एवं पूरा भारत वर्ष को नाज है।
अभिषेक़ कुमार के असाधारण व्यक्तित्व के संदर्भ में
नाम: शिवलाल सिंह यादव | आयु: 37 |
पद: ब्लॉक मिशन प्रबंधक | प्रेषित दिनांक: 29-07-21 |
पता: तहबरपुर, आजमगढ़, UP | |
समस्त को सूचित किया जाता है कि आज मैं बीएमएम तहबरपुर शिवलाल यादव (अभिषेक कुमार) बीएमएम कौशल एवम रोजगार/गैर कृषि आजीविका विकास खण्ड ठेकमा का अनुवाई हो गया हूँ । इनके समस्त नियम कानून सिद्धांत मुझे सर्वमान्य हैं ।
अभिषेक़ भैया के लेखनी के संदर्भ में,
नाम: मंजू कश्यप | आयु: 46 |
पद: समूह सखी | प्रेषित दिनांक: 28-07-21 |
पता: उमरिकला, ठेकमा, आजमगढ़ | |
भैैया आपका मन इतना विचारशील, निष्पाप सबके लिए उदार भाव रखना आपके व्यवहार से ही पता चलता है। आपका P.C. Ram सर के लिए जो भावना थी वह आपके दिल से निकलकर लेखनी के माध्यम से कागज पर लिख उनकी जीवनी "उमंग की हिलोरे" को अमिट कर दिया। हर सच्चे और अच्छे इन्सान का जीवन कठिन रास्तों से होकर गुजरता है नमन है उनको जो अपने सेवाकाल में हमें मानवता और उन बच्चों में विद्या की अलख को जगाए। उनकी जीवनी गाथा लिखकर आपने उन्हें अमूल्य विदाई उपहार दिया। आप बहुत अच्छे लेखक और कवि भी है। यह हमारा सौभाग्य है कि आप हमारे ठेकमां ब्लाक में हैं ।
अभिषेक़ जी आपके गजब साहित्यिक हुनर के सन्दर्भ में,
नाम: प्रेम चंद राम | आयु: 55 |
पद: डिप्टी कमिश्नर (श्रम रोजगार) | प्रेषित दिनांक: 24-07-21 |
पता: मैनपुरी, उत्तर प्रदेश | |
आपने अपनी गजब के शब्द शैली के द्वरा हमारी जीवनी 'उमंग की हिलोरे' का लेखांकन किया तथा अन्य प्रेरक साहित्यिक रचनाएँ लोक मंगल हितों के मध्यनजर बेमिसाल है।
"गज़ब की गहराई,अनुभूति,संचेतना,संवेदना और अभूतपूर्व अवचेतन मन की मानवीय पक्ष का उभार" नमन आपके जन्मदाता को..
अभिषेक़ जी आपके अद्भुत लेखनी शैली के संदर्भ
नाम: कमला सिंह तरकस | आयु: 62 |
पद: कवि, काव्यकार, लेखक | प्रेषित दिनांक: 13-07-21 |
पता: चक्रनगरम, वरदह, ठेकमा, आजमगढ़ | |
वंचितों की पीड़ाओं का अथाह समुद्र भविष्य में आपकी कहानियों का शानदार 'कथासागर' बन सकता है. कमला सिंह तरकस चक्रनगरम, वरदह, ठेकमा, आजमगढ़
अभिषेक़ कुमार के लेखनी के संदर्भ में
नाम: अंगद किशोर | आयु: 56 |
पद: लेखक, साहित्यकार, गजलकार एवं इतिहासकार | प्रेषित दिनांक: 13-07-21 |
पता: जपला, पलामू, झारखंड | |
अपने परिवेश के पात्रों के लेकर अभिषेक कुमार द्वारा लिखी गई कहानियों में उच्च आदर्श,जीवन मूल्य तथा मानवोचित व्यवहार के दर्शन अंतर्निहित हैं। एतदर्थ लेखक का मैं तहेदिल से स्नेहाभिनंदन करता हूं और उम्मीद करता हूं कि आने वाले दिनों में बतौर कथाकार इनकी लोकप्रियता बुलंदी को छूएगी। इन्हीं शुभकामनाओं के साथ ढेर सारी बधाइयां।