मानवाधिकार सहायता संघ अंतर्राष्ट्रीय जागृत समाज का पर्याय है।

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ब्लॉग प्रेषक: डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव
पद/पेशा: सेवा निवृत शिक्षक
प्रेषण दिनांक: 13-03-2024
उम्र: 64
पता: उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर: +91 94153 50596

मानवाधिकार सहायता संघ अंतर्राष्ट्रीय जागृत समाज का पर्याय है।

   एम.एस.ए.(ह्यूमन राइट्स एसोसिएशन) मानवाधिकार हनन को रोकने एवं पीड़ितों को न्याय दिलाने तथा उनकी सहायता करने हेतु अपने संघ मित्रों, पदाधिकारियों के सहयोग से मानव समाज के उत्थान एवं विभिन्न समाजोपयोगी सामाजिक कार्यों के संपादन से मानवाधिकार सहायता संघ अंतर्राष्ट्रीय आज जागृत समाज का पर्याय बन चुका है। समाज को मानवाधिकार के प्रति जागरूक करने और जन मानस में जागरूकता लाने में मन कर्म एवं वचन से निरंतर लगा हुआ है। मानव समाज की सेवा के प्रति संकल्पित एवं वचनवद्ध है।

इसी संकल्प और प्रतिवद्धता के साथ शिक्षा एवं समाज की सेवा में लगे हुए कार्यरत विभिन्न माध्यमिक शिक्षण संस्थानों,उच्चशिक्षा के शिक्षिण प्रशिक्षण संस्थानों एवं इंटरनेशनल स्तर के सेवा क्लबों में मानवाधिकार सहायता संघ भारत के बौद्धिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव द्वारा समय-समय पर जरुरी सम्पर्क स्थापित करते हुए उनके सम्मानित पदाधिकारियों,संस्था 

के प्रबंधकों,प्रचार्यों एवं प्रधानाचार्यों से मानवाधिकार सहायता संघ के उद्देश्यों एवं कार्यों की चर्चा परिचर्चा की जा रही है।

इसी क्रम में विभिन्न ख्यातिलब्ध प्रतिष्ठित संस्थाओं में भ्रमण एवं सम्पर्क करते हुए साकेत ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के महान कर्मठ संस्थापक आदरणीय डॉ. अरविन्द श्रीवास्तव जी एवं साकेत गर्ल्स डिग्री कालेज-प्रतापगढ़,उ.प्र. की प्राचार्या आदरणीया डॉ. नीलिमा श्रीवास्तव जी से भी एक मधुर मुलाक़ात करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उनके साथ मानवाधिकार सहायता संघ भारत अंतर्राष्ट्रीय के सम्बन्ध में विस्तृत वार्तालाप के दौरान उन्हें संघ के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि उपरोक्त संघ मानवाधिकार एवं समाज सेवा के क्षेत्र में महान कार्य एवं विभिन्न कार्यक्रमों को करने वाली एक स्वायत्तशासी पंजीकृत संस्था है।

यह संस्था हमारे भारत सरकार के कॉर्पोरेट एफेयर्स मंत्रालय द्वारा विधिवत पंजीकृत एवं मान्यता प्राप्त है। इसे लाइसेंस (सेक्शन 8) पंजीयन No.128793  No.U85300UP2021 NPL152294 प्रदान कर मानवाधिकार कार्यों एवं मानवाधिकार हनन रोकने हेतु अधिकृत किया गया है। मानवाधिकार सहायता संघ भारत अंतर्राष्ट्रीय को अमेरिका द्वारा एयूएसए एप्रूव्ड अंतर्राष्ट्रीय पंजीयन संख्या: IAQMC 2023679219 प्रदान कर पंजीकृत व मान्यता प्रदान किया गया है। साथ ही साथ भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा भी संस्था को पंजीयन संख्या: UP2023/0343725 प्रदान कर इसे पंजीकृत एवं मान्यता प्रदान किया गया है।

मानवाधिकार सहायता संघ भारत अंतर्राष्ट्रीय को NOSSFOLK INTERNATIONAL UNIVERSITY-USA,AMERICA और REPUBLIC OF LIBERIA-LIBERIA से भी शिक्षण-प्रशिक्षण 

के क्षेत्र में शैक्षिक कार्यक्रमों के आयोजन संचालन हेतु पार्टनरशिप का गौरव भी प्राप्त है। इसके कर्मठ संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.एस.एस.भारत उर्फ़ डॉ. सोनू सिंह जी को "एम्बेसडर ऑफ़ एजुकेशन" के अवार्ड से रिपब्लिक ऑफ़ लाईबेरिया द्वारा उनको सम्मानित भी किया गया है। यह हम सभी मानवाधिकार सहायता संघ भारत अंतर्राष्ट्रीय के सम्मानित संघ मित्रों,पदाधिकारियों एवं सदस्यों के लिए विशेष खुशी एवं गौरव की बात है।

मानवाधिकार सहायता संघ के अंतर्गत संघ के जैसे ही संघर्ष, सेवा,समर्पण के आधार शिला पर जन संघर्ष महासंघ की स्थापना भी शीघ्र ही होने वाली है जो विश्व पटल पर जन-जन की सेवा हेतु अपने महत्वपूर्ण सामाजिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए जे.एस.एम. को अपनी विशेष अपनी ताकत बनाने के संकल्प से इस संगठन की स्थापना किया जा रहा है। यह संगठन MSA की 'बी' टीम भी मानी जाएगी। इस संगठन का राजनीतिक हस्तक्षेप भी होगा और ये संगठन देश विरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए स्थापित व क्रियान्वित है। इस संगठन का आप जो मोनोग्राम देख रहे है यह JSM संगठन का पहचान 'लोगो' है। अब भविष्य में आप सभी संघमित्रों को ये संगठन आने वाले 5-6 महीनों में देश के कोने- कोने में आपको सक्रिय कार्य करता दिखाई देगा। इस संगठन में कुछ पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर्स एवं केंद्रीय मंत्रीगण अपना सम्पूर्ण हस्तक्षेप भी रखेंगे और बड़ी तादात में समाज के लोगो को संगठन की सक्रिय सदस्यता ग्रहण करवाई जाएगी। ये हम सभी संघनिष्ठ संघ मित्रों और पदाधिकारियों के लिए बहुत खुशी की बात है।

संघ इसके संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एस. एस. भारत जी (राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय केंद्रीय कार्यालय,अलीगढ़,उ.प्र.) के  कुशल मार्गनिर्देशन में सम्पूर्ण भारत वर्ष में इसके सम्मानित संघमित्र एवं  पदाधिकारियों द्वारा समाजोपयोगी एवं मानवता के विभिन्न सुंदर सामाजिक कार्यों के साथ मानवाधिकार हनन न हो और पीड़ित शोषित वंचित निर्धन एवं असहाय लोगों की मदद हो सके,इसके लिए मानवाधिकार संघमित्रों एवं पदाधिकारियों द्वारा प्रत्येक जिले के पुलिस एवं प्रशासन के साथ ताल मेल बिठा कर अधिकारियों के सहयोग से उन्हें समुचित पूर्ण न्याय दिलाने में उनकी सहायता किया जाता है।

मेरे द्वारा विस्तार से बताया समझाया गया कि संघ सम्पूर्ण भारत में मानवाधिकार जागरूकता,राष्ट्र प्रेम,महिला सशक्तिकरण एवं बालिका सशक्तिकरण,बालिकाओं की शिक्षा,स्वास्थ्य शिक्षा एवं अन्य महत्वपूर्ण विषयों जैसे लैंगिक समानता,भ्रूण परीक्षण निरोध,बेटियों की सुरक्षा,पर्यावरण की रक्षा सुरक्षा,नैतिक शिक्षा,सामाजिक शिक्षा,संस्कार शिक्षा,स्वच्छता,विभिन्न क्षेत्रों में कम्पटीशन इत्यादि भी मानवाधिकार संघ द्वारा आयोजित किए जाते रहते हैं और अनेकों विषयों पर समय-समय पर जनपद के विभिन्न स्कूलों के सम्मानित प्रधानाचार्यों /प्रबंधकों के माध्यम से सम्मानित अभिभावकों एवं समाज के सम्मानित और जिम्मेदार नागरिकों के सहयोग से उपरोक्त गतिविधियों का आयोजन कर छात्र-छात्राओं,समाज के पथ प्रदर्शकों/शिक्षकों एवं समाज को जागरूकता प्रदान करने,जीवन में अच्छे कार्य करने,राष्ट्र प्रेम जागृत करने,जन कल्याण का कार्य करने,परोपकार की दृष्टि से बिना भेद भाव सभी जाति,धर्म,संप्रदाय को 'वसुधैव कुटुंबकम' के मनोभाव के साथ 'सेवा परमोधर्म:' मानते हुए भारत का झंडा एवं मानवाधिकार का झंडा ऊँचा से ऊँचा रखने को हम सब एक साथ मैत्री भाव से समाज के हितार्थ निःस्वार्थ सेवा को तत्पर तल्लीन एवं प्रतिबद्ध हैं। सभ्यता,संस्कार,संवेदना,मानवता,दया,परोपकार की भावना से ओत-प्रोत हमारे संघ मित्रगण सदैव असहायों की सहायता करने,पीड़ितों को न्याय दिलाने,सभ्य समाज का निर्माण करने,ईमान एवं कर्म से सच्चा इंसान बनने की भावना भी मन में विकसित करने और उसे वास्तविक रूप में धरातल पर उतारने के लिए संघ द्वारा जनमानस को प्रेरित करते हुए ये सभी रचनात्मक कार्य किया जाता है।

इसके पीछे संघ का मूल उद्देश्य यह है कि हम सभी मानव भविष्य में एक अच्छे नागरिक बनकर देश और समाज को अपने ज्ञान एवं अनुभव से कुछ अच्छा दे सकें,समाज और राष्ट्र के लिए अच्छे से अच्छा कर सकें। इसके लिए छात्र-छात्राओं को विशेष प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया जाता है,क्योंकि हमारे यही होनहार बच्चे सुंदर भारत के भावी भविष्य और राष्ट्र के निर्माता होंगे।


मानवाधिकार सहायता संघ भारत अंतर्राष्ट्रीय के "राष्ट्रीय अध्यक्ष बौद्धिक प्रकोष्ठ" होने के नाते बुद्धिजीवी समाज के साथियों के साथ ही साथ सर्व समाज को संघ से जोड़ने एवं उन्हें सामाजिक कार्यों के लिए भी अपनी सहभागिता एवं कुछ समय देने के लिए प्रेरित करने को उनसे निवेदन करना भी मेरी एक जिम्मेदारी बनती है। जिसको पूर्ण निष्ठा के साथ निभाने एवं अपने कर्तव्य बोध का ध्यान रखने के साथ संघ में अपने धारित पद के साथ न्याय कर सकने में सक्षम रह सकूँ। समाज का एक जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज निभा सकने के योग्य बना रह सकूँ। मानवाधिकार संघ का एक छोटा-सा सिपाही होने के नाते यथासंभव जो हो सकता है उसे न सिर्फ करने,निभाने का सदैव मेरा पूर्ण प्रयास रहता है और समाज के लिए हर संभव नेक कार्य एवं सहयोग करने की भी सदैव मैं कोशिश करता हूँ। मेरी समझ से समाज के हर जिम्मेदार व्यक्ति को अपनी तरफ से समाज के लिए जो संभव हो सकता हो उसे अपने जीवन में अवश्य करना एवं देना चाहिए।अन्य संस्थाओं 

में भी अनेकों लोग ऐसे आप को जरूर मिल जाएंगे जिनके त्याग, बलिदान,सेवा,समर्पण,सहयोग और सकारात्मक उन्नत सोच द्वारा ही समाज को बहुत कुछ मिला है और उनको अपना आदर्श मान बहुतों के मन में समाज सेवा का भाव जगा है। सामाजिक कार्य, मानवता की सेवा,समाज सेवा न सब के बस की बात है और न सब कर सकने के योग्य ही हैं। ईश्वर की कृपा से ही सब संभव है, वह जिसको इस पुण्य कार्य में भागीदार बनने का सौभाग्य प्रदान करता है उन्हीं लोगों के हाथ समाज के लिए एक से एक नेक और पुनीत तथा समाजोपयोगी कार्य होता रहता है। समाज के वही सब व्यक्ति भविष्य में लोगों की दृष्टि में पूज्यनीय हो जाते हैं एवं समाज और देश प्रदेश से सम्मान भी प्राप्त करते हैं। दुनिया उन्हीं का गुणगान करती है और सदियों तक उनके कृत्यों व सामाजिक 

कार्यों और समाज के लिए दिए हुए उनके योगदान को भुला नहीं 

पाती। उनकी जन्म जयंती और पुण्य तिथि भी मनाती रहती है। इतिहास के पन्नों में उनका नाम अमर और स्वर्णाक्षरों में अंकित हो जाता है। समाज और देश प्रदेश में ऐसे महान व्यक्तित्व के अनेकों महान व्यक्ति भरे पड़े हैं,जिनसे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए और जीवन में प्रातः स्मरणीय ऐसे महापुरुषों की जीवनियाँ जरूर से पढ़ कर युवाओं को कुछ सीखना चाहिए ताकि अपने जीवन में वह महान कार्य कर सकें तथा महान बन सकें। आइए मानवाधिकार सम्बन्ध में लिखे गए इस लेख एवं विचार से कुछ सकारात्मक समाजसेवी सोच का विकास करें और अपने हृदय में उसका सही निर्धारण कर उदार समाज सेवा के लिए संकल्प लें।


अंत में शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहे साकेत ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के साकेत गैर्ल्स पीजी कालेज को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्त्यायन परिषद (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) नई दिल्ली द्वारा दिसंबर 2028 तक के लिए पुनः प्राप्त सीजीपीए-बी ग्रेड एक्रेडिटेशन के लिए साकेत महाविद्यालय के संस्थापक महोदय डॉ.अरविन्द श्रीवास्तव जी एवं सम्पूर्ण महाविद्यालय परिवार को मानवाधिकार सहायता संघ भारत अंतर्राष्ट्रीय के सभी साथियों की ओर से अपनी हार्दिक बधाई एवं मंगल शुभकामनाएं देते हुए मैं सभी छात्र-छात्राओं, युवाओं के उज्जवल भविष्य की मंगल शुभ कामनाएं देता हूँ। भविष्य में मानवाधिकार सहायता संघ परिवार को आप सभी से सहयोग की अपेक्षा करता हूँ।

जय संघ। विजय संघ।


सर्वाधिकार सुरक्षित ©®आलेख लेखक 

डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव

(पूर्व शिक्षक,लेखक,कवि,साहित्यकार, विचारक एवं समाजसेवी)

राष्ट्रीय अध्यक्ष बौद्धिक प्रकोष्ठ 

मानवाधिकार सहायता संघ भारत अंतर्राष्ट्रीय

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