स्वर साधना
स्वर साधना ऐसा काव्य संग्रह जिसमे जीवन के सभी पक्ष एवं रस सम्मिलित है ।भक्ति रस से श्रृंगार रस साथ ही साथ युवाओं को सकारात्मक संदेश देता यह काव्य संग्रह नेह स्नेह के रिश्तों को संचारित करता है ।वास्तव में स्वर साधना जीवन के कुरुक्षेत्र में वास्तविकता को परिभाषित करता संपूर्णता के साथ हृदय स्पर्शी एवं सार्थक सकारात्मक संदेश देता अनूठा संग्रह है। लेखक का सराहनीय प्रयास है जो स्वर साधना को जीवंत आत्मिक बोध रूप में प्रस्तुत किया है।।
लेखक | नंदलाल मणि त्रिपाठी पीतांबर, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश |
पता | गोरखपुर, उत्तर प्रदेश |
मोबाइल नंबर | +91 98896 21993 |
ई-मेल | jhtendua@gmail.com |
सह लेखक | N/A |
प्रकार | ई-बुक/ई-पठन |
भाषा | हिंदी |
कॉपीराइट | हाँ |
पठन आयु वर्ग | सब लोग |
कुल पृष्टों की संख्या | 27 |
ISBN(आईएसबीएन) | 978-81-19476-73-2 |
Publisher/प्रकाशक | दिव्य प्रेरक कहानियाँ, साहित्य विधा पठन एवं ई-प्रकाशन केंद्र, जयहिंद तेंदुआ, औरंगाबाद, बिहार, भारत |
अन्य | साहित्य पीडिया प्रकाशन द्वारा 2023 में प्रकाशित। |
प्रकाशित तिथि | 08-02-24 |