
ब्लॉग प्रेषक: | शिवलाल सिंह यादव |
पद/पेशा: | स्थानीय पत्रकार |
प्रेषण दिनांक: | 15-05-2022 |
उम्र: | 37 |
पता: | मुहम्मदपुर, आजमगढ़, उ.प्र. |
मोबाइल नंबर: | 9457414994 |
साहित्यकार अभिषेक कुमार को समूह दीदियों ने दीप माला से किया स्वागत।
साहित्यकार अभिषेक कुमार को समूह दीदियों ने दीप माला से किया स्वागत
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष ख्याति बना चुके अंतर्राष्ट्रीय समाज सेवा अवार्ड, विश्व संत कबीर अवार्ड से सम्मानित प्रख्यात हिंदी साहित्यकार अभिषेक कुमार को आजमगढ़ जिले के ठेकमा ब्लॉक के उमरिकला ग्राम के स्वयं सहायता समूह के दीदियों ने उन्हें अयोध्या में आयोजित श्री राम अंतर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव में भारत साहित्य रत्न सम्मान मिलने के बाद ग्राम में प्रथम आगमन पर दीप दिखाकर एवं रजनीगंधा के माला पहनाकर स्वागत किया। समूह सखी मंजू कश्यप ने बताया कि एक युवा साहित्यकार सुलझी हुई विचारधारा सामाजिक कुरूतियों और असमानताओं के विरूद्ध अपने लेखन कौशल से जनमानस की सुसुप्तावस्था को झिझोंडने की सार्थक कोशिश कर रहे हैं तथा नारी के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए सदैव दिल से तत्पर ऐसे हमारे अभिषेक़ भैया हैं और यह हम समूह दीदियों के सौभाग्य है कि एक ऐसे नेक समूह के अधिकारी हमारे ठेकमा ब्लाक में तैनात हैं।
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नए ब्लॉग पोस्ट
26-06-2025
डिप्रेशन में जा रहे हैं।
डिप्रेशन में जा रहे हैं। पांच क्लास में पढ़ते थे, उसी समय हम दिल दे चुके सनम का पोस्टर देखा, अजय देवगन हाथ में बंदूक लेके दांत चिहारले था, मुंह खूने खून था, हम समझे बड़ी मार धाड़ वाला सनिमा होगा। स्कूल से भाग कॉपी पैंट में लुका के तुरंत सिनेमा हॉल भागे।
Read More05-06-2025
सनातन धर्म में कर्म आधारित जन्म जीवन का अतीत भविष्य।
अक्सर गाँव में मैंने अपने बाल्य काल में देखा है अनुभव किया है वास्तविकता का अंवेषण किया है जिसके परिणाम मैंने पाया कि ज़ब कोई जातक (बच्चा ) जन्म लेता है तो सबसे पहले माता को उसके स्वर सुनने कि जिज्ञासा होती है नवजात ज़ब रुदन करता है तो माँ के साथ परिजन..
Read More05-06-2025
सनातन धर्म में धर्म कर्म के आधर पर अतीत एवं भविष्य काया कर्म का ज्ञान।
सनातन धर्म के मूल सिद्धांतो में धर्म क़ो जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण मानते हुए मान दंड एवं नियमों क़ो ख्याखित करते हुए स्पष्ट किया गया है जिसके अनुसार...
Read More17-05-2025
हाय हाय बिजली
हाय हाय बिजली।। सर ई का है ? दिखाई नहीं दे रहा है, ई पसीना है, ई पसीना घबराहट में नहीं निकला है, न ही किसी के डर से निकला है, फौलाद वाला शरबत पीने से भी नहीं निकला है, ई निकला है गर्मी से, और अगर बिजली रहती तो ई देह में ही सुख जाता लेकिन पंद्रह से बीस
Read More11-05-2025
आदर्श व्यक्तित्व के धनी नरसिंह बहादुर चंद।
युग मे समाज समय काल कि गति के अनुसार चलती रहती है पीछे मुड़ कर नहीं देखती है और नित्य निरंतर चलती जाती है साथ ही साथ अपने अतीत के प्रमाण प्रसंग परिणाम क़ो व्यख्या निष्कर्ष एवं प्रेरणा हेतु छोड़ती जाती...
Read More23-04-2025
घटते जीवांश से खेतों को खतरा।
जैसे कि कृषि विकास दर में स्थिरता की खबरें आ रहीं हैं। यह चिन्ता का विषय है। तमाम आधुनिक तकनीक व उर्वरकों के प्रयोग के बावजूद यह स्थिरता विज्ञान जगत को नये सिरे से सोचने के लिए बाध्य कर रही है। अभी तक हमारी नीतियां तेज गति से बढ़ती जनसंख्या को भोजन देने..
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