आधुनिक भारत के निर्माण में कबीर दास का योगदान नामक पुस्तक का संस्कृत अनुवाद कार्य किया गया है।

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ब्लॉग प्रेषक: Hemlata Rani
पद/पेशा: Assistant professor
प्रेषण दिनांक: 01-02-2023
उम्र: 32
पता: R-567 camp no 5 jwala puri paschim vihar Delhi 110087
मोबाइल नंबर: +919990414180

आधुनिक भारत के निर्माण में कबीर दास का योगदान नामक पुस्तक का संस्कृत अनुवाद कार्य किया गया है।

*परिचय*

नाम - डॉ. हेमलता रानी 

जन्म स्थान :- पश्चिम विहार , दिल्ली 

पिता : - स्व. भजन लाल बड़गुजर

माता: - श्रीमती शकुन्तला देवी 

शिक्षा स्नातक :- श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय , महाविद्यालय में प्रथम स्थान (मेडलिस्ट) प्राप्त किया ।

शिक्षा शास्त्री (B.Ed):- श्रीलाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ, दिल्ली से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण ।

स्नातकोत्तर (M.A): - हिन्दू महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय , दिल्ली से प्रथम श्रेणी प्राप्त। 

दर्शन निष्णात् (M.Phil) :- दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण। 

विद्यावाचस्पति (Ph.D) :- दिल्ली विश्वविद्यालय , दिल्ली 

:- राष्ट्रीय योग्यता परीक्षा (NET)

अनुभव कार्य :- सहायक आचार्य (अतिथि) कमला नेहरू महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय,दिल्ली 

वर्तमान कार्य - सहायक आचार्य मैत्रेयी महाविद्यालय दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली तथा दिल्ली संयोजिका प्रेस इलेक्टोनिक एवं प्रिंट मीडिया एसोसिएशन, यू. पी.

*प्रकाशित पुस्तके :-*

(क) आधुनिक संस्कृत काव्यशास्त्र में राष्ट्र-भक्ति रस 

(ख) दिल्ली का अर्वाचीन संस्कृत साहित्य

(ग) भारतीय सौन्दर्य शास्त्र 

 (घ) नारी शक्ति (काव्य संग्रह) संपादिका।

 (ड़)‌ अमर विश्व साहित्य (साझा संग्रह) सह-संपादिका 

(च) मां का प्यार (काव्य संग्रह)

 विभिन्न संस्थाओं एवं विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित राष्ट्रीय–अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में दर्जन से अधिक शोध- पत्रों का वाचन तथा 19 से अधिक शोध - पत्र कई पत्र (नवभारत टाईम्स, संस्कार, हरि रत्न आदि)- पत्रिकाओं में प्रकाशित। दर्जनों से अधिक पुरस्कार व सम्मान अपने अध्ययन–अध्यापन काल में प्राप्त किए। यथा - *बेस्ट रिसर्च स्कॉलर अवॉर्ड नेशनल , पुडुचेरी इंडिया, 2021-2022. बेस्ट ग्लोबल एजुकेटर इण्टर नेशनल अवॉर्ड (आईआईयू) 2022 , तथा बेस्ट टेलेंट अवार्ड इण्टर नेशनल 2022-2023* तथा *काव्य अलंकार आभूषण* एआईओसी की लाईफ टाईम मेंबर इत्यादि।  

व्याख्यान माला - हंस राज महाविद्यालय तथा संस्कृत भारती में मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में भूमिका निभाई 14/2/2020. इसके अतिरिक्त हिन्ददेश परिवार (NGO) की नेशनल कांफ्रेंस (विभिन्न राज्य) की मुख्य वक्त्री तथा एनजीओ दिल्ली की प्रचार मंत्री। विभिन्न साहित्य क्षेत्र की मुख्य अतिथि वक्त्री रही।

*हरि रत्न समाचार - पत्र की उप संपादिका (संपादक मंडल)* 

 इसके अतिरिक्त 64 राष्ट्रीय - अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन वेबिनार में प्रतिभागिता रही ।

सम्पर्क सूत्र :- 9990414180

hemlatarani12342@gmail.com 


*आधुनिक भारत निर्माण में सद्गुरु कबीर जी का योगदान*

 सद्गुरु कबीर जी सदैव मानव जीवन को अपना ज्ञान का उपदेश अपनी कबीर वाणी से देते रहे हैं। उनकी वाणी ही मानव को मार्ग दिखाने का कार्य करती है। कबीरदास या कबीर 15वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे। वे हिन्दी साहित्य के भक्तिकाल के निर्गुण शाखा के ज्ञानमर्गी उपशाखा के महानतम कवि हैं। इनकी रचनाओं ने हिन्दी प्रदेश के भक्ति आंदोलन को गहरे स्तर तक प्रभावित किया। उनकी रचनाएँ सिक्खों के आदि ग्रंथ में सम्मिलित की गयी हैं। वे हिन्दू धर्म व इस्लाम को मानते हुए। धर्म एक सर्वोच्च ईश्वर में विश्वास रखते थे। उन्होंने सामाज में फैली कुरीतियों, कर्मकांड, अंधविश्वास की निंदा की और सामाजिक बुराइयों की कड़ी आलोचना भी। उनके जीवनकाल के दौरान हिन्दू और मुसलमान दोनों ने उन्हें बहुत सहयोग किया।कबीर पंथ नामक सम्प्रदाय इनकी शिक्षाओं के अनुयायी हैं। हजारी प्रसाद द्विवेदी ने इन्हें मस्तमौला कहा। कबीर वाणी का प्रचार प्रसार सम्पूर्ण जगत में हो सकें इसलिए उपरोक्त पुस्तक का संस्कृत भाषा में भी अनुवाद कार्य मेरे द्वारा किया है। अनुवाद कार्य किसी मूल रूप का ही किया जाता है। जो जैसा जिसका वर्णन होता है उसी को उसी रूप में प्रस्तुत कर देना ही अनुवादक का कार्य होता है। मैंने अपने अथक प्रयासों से आधुनिक भारत निर्माण में सद्गुरु कबीर जी का योगदान नामक पुस्तक को पूर्ण किया है। शुद्धता की दृष्टि तो सम्पूर्ण जगत में नहीं मिल सकती है फिर भी मैंने शब्दों की शुद्धता को सर्वोपरि रखना हैं। उक्त पुस्तक समग्र रूप से अपने गुणों का बखान स्वयं कर देती है। उम्मीद करती हूं कि मेरे इस कार्य को साहित्य प्रेमियों और पाठकों को रुचिकर लगेंगा। उस परमपिता ईश्वर को कोटि कोटि प्रणाम जिन्होंने मुझे इस योग्य बनाया । सद्गुरु नानक दास जी को तथा अन्य सभी जन को मेरा सत सत प्रमाण व नमन।


डॉ. हेमलता रानी, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली



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