लेखनी बनाम व्यापार

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: Lecturer
प्रेषण दिनांक: 20-04-2022
उम्र: 30
पता: Lucknow
मोबाइल नंबर: 9453749772

लेखनी बनाम व्यापार

।। मेरी लेखनी हैं अनमोल

मेरे भावों का कोई क्या लगाएगा मोल ।।

# मैं!

लिखता नही अपने मन के दस्तावेज़

बिकने वास्ते !

मेरे हर एक शब्द के मोती हैं ।

मेरे लख्ते ज़िगर ।।

उनका व्यापार कर, मैं नहीं भरना चाहता

लालच की गागर ।।

ना ही कमाना चाहता उससे

अनगिनत मोटी नोटों की रकम ।।

मेरी लेखनी का हर एक मोती हैं ।।

अनमोल बहुत

हां, मैं

लिखना चाहता हूं सच को

हां, मैं कागज़ पर उतारना चाहता 

हकीकत के अफसाने को,

हां, मैं

रूबरू कराना चाहता हूं उचित,सटीक जज़्बातों

को धर्म,न्याय और परंपराओं के पैमाने से

अंकित करना चाहता हूं खुद का नामे अंश

स्वर्णिम स्याही से

मैं !

सिर्फ,चाहता हूं खुद के खाते में

थोड़े मोती प्रसिद्धि और वाहवाही के ।

कोहिनूर की भांति चाहता हूं ।

दूर से ही दमकना ।।

और छोड़ना चाहता हूं खुद की हस्ती का प्रभाव

हर एक के मन और मस्तिष्क

की विचारधारा में ।।

हां,मैं नहीं बेचना चाहता

खुद के रचित अंश को लालच,मक्कारी के व्यापार में ।।

स्नेहा कृति

( रचनाकर पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक)

कानपुर उत्तर प्रदेश

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