हम सब बच्चे

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ब्लॉग प्रेषक: डॉ आर सी यादव
पद/पेशा: शिक्षक/लेखक/ कवि/ मोटीवेशन स्पीकर/फ्रीलांस जर्नलिस्ट
प्रेषण दिनांक: 13-11-2022
उम्र: 45
पता: डोभी, केराकत, जौनपुर, यूपी
मोबाइल नंबर: 9818488852

हम सब बच्चे

।। हम सब बच्चे....।।

      (बाल दिवस विशेष)

मन चंचल, वाणी प्रियस्वादु, मनहर रूप, दिल के सच्चे हैं ।

आभा आलोकित मुखमंडल है, हम बच्चे सबसे अच्छे हैं ।।


निश्छल, निर्मल पावन मन है, चंद्रलोक संसार हमारा ।

धवल चांदनी सा जीवन है, उज्ज्वल कान्तिमय नूर हमारा ।।


छल पाखंड रहित मन मेरा, अधर पर है हंसी खेलती।

हम पंछी उन्मुक्त सोच के, मन मंदिर में खुशी विहंसती ।।


हम अबोध हैं, तन कोमल है, हर जन से है अपना नाता ।

हाथ स्नेह से रखे शीश पर, वह नर हमको दिल से भाता ।।


प्रखर बुद्धि है नहीं हमारी, पर हर भाषा खूब समझते ।

आंचल की शीतल छाया में, मातृत्व प्रेम की भाषा पढ़ते ।।


हमें नहीं है जग की चिंता, ना दायित्वों पर मंथन है ।

जिधर चाहते, उधर मचलते, ना पाबंदी, ना ही बंधन है ।।


अपनी अजब गजब बातों से, मात-पिता को विह्वल करते ।

स्नेह - प्रेम का दे आलिंगन, मात-पिता की पीड़ा हरते ।।


धरती से अंबर तक फैली, परी कथा सी अपनी दुनिया ।

इस प्रभुत्व के राजकुंवर हम, रंग-बिरंगी अपनी दुनिया ।।


अपनी दुनिया अद्भुत - न्यारी कल क्या होगा किसे खबर है ।

हर पल को जी लें हम हंसकर, बाधाओं की किसे फिकर है ।।


हिम्मत - साहस है तन-मन में, बुलंद हौसलों की ताकत है ।

छू लेंगे हम शिखर आसमां, ऐसी अपनी चाहत है ।।


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