संस्मरण
08-01-2025
देवभूमि - उत्तराखंड संस्मरण
हिमालय की तीर्थ यात्रा पर जाने का मेरा कोई इरादा न था, लेकिन दिल की सच्ची प्यास ने मुझे उन कठिन रास्तों पर ले जाने को लालायित थी। मेरा मन किसी तलाश में था, और दिल को तरह तरह के शक घेरे हुए थे। मन में लालसा भी थी, इसीलिए मैं जगह जगह घुमा।
Read More 06-12-2024
समोसा और जलेबी की सुगंध..
बात उन दिनों की है जब बैंक में सीसीएल कराने का रोज अभियान चल रहा था और ब्लॉक प्रबंधक होने के नाते इस अभियान का नेतृत्व मुझे करना पड़ता। वीसी के बाद ब्लॉक से ऐसे हाक दिया जाता जैसे बैलों को कठोर पथरीली जमीन को जोतने जाना हो.. ऐसा नहीं है की मेरे पास पैसे..
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