मां की कोख

Image
ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: रचनाकार
प्रेषण दिनांक: 09-04-2022
उम्र: 30
पता: लखनऊ, उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर: 9453749772

मां की कोख

।। मां की कोख ।।

# जब नन्ही सी जां पनपती हैं 

मां की कोख में

अनगिनत एहसासों,अनगिनत ख्यालों और 

अनगिनत मस्तिष्क में लेकर सवालों को 

पलती,बढ़ती होगी वो ,जां मां की कोख में ।।

जिस सुख ,दुख ,हैरानी और परेशानी के अनुभव

 से  गुजरती होगी उसकी मां

उस दौर से उसका भी गुजरना लाज़मी सा

रहा होगा ।।

जब नन्ही सी जां पनपती हैं

 मां की कोख में ।

नौ माह मां के एक अंग में घर करना

और उसके बाद

दुनियां से,घर बार और और खुद के अस्तित्व 

लिए लड़ना ।

ऐसे ही,ना जाने कितने ही अनवरत सिलसिलों से

गुजरना ।।

और उसने दो चार हाथ करना ।।

जीवन को जीने की कला को सीखना

और खुद  के भीतर के द्वंद से

परस्पर युद्ध सा करना ।।

करती हैं वो नन्ही सी जां

पार करती हैं 

वो, जां अनेक संघर्ष के आयाम ।।

नन्ही सी जां जब ..................

स्नेहा कृति

(रचनाकर, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक)

कानपुर उत्तर प्रदेश

Share It:
शेयर
श्रेणी:
— आपको यह ब्लॉग पोस्ट भी प्रेरक लग सकता है।

नए ब्लॉग पोस्ट