| ब्लॉग प्रेषक: | स्नेहा सिंह |
| पद/पेशा: | Lecturer |
| प्रेषण दिनांक: | 21-04-2022 |
| उम्र: | 30 |
| पता: | Lucknow |
| मोबाइल नंबर: | 9453749772 |
पृथ्वी दिवस
।। पृथ्वी दिवस ।।
# धरती का दिल रंगा
कुदरत ने हरियाली के रंग से ।
पेड़ पौधे,वृक्ष लताएं
पशु और पंक्षी हैं इसकी गोद में
पलती बढ़ती कई पीढ़ियों की अनगिनत कलाए ।।
नदियां,झरना का कल कल करता पानी
कहता हैं
ऐ,मानव !
मुझसे ही हैं तेरी ज़िंदगी की रवानी ।।
कली का फूल बनना
और उससे फिर,
हर एक का जीवन खिलना
दर्शाती हैं धरा की जादू भरी अदाएं ।।
धरा का हर एक रंग हैं अनोखा
आश्चर्यचकित और मदहोश करने वाला
धरा पर आज हैं संकट गहराया
क्यूं,आखिर !
धरती मां का आंचल हैं तेज तपिश से झुलसाया
पेड़ पौधों की टूटती श्रृंखला को
हैं एक मजबूत कड़ी में बदलना ।
धरती मां का आंचल को
फिर से एक बार हरे रंग
से हैं रंगना ।।
वायु को शुद्ध कर
प्राण वायु को जीवन दान हैं देना ।।
सहेजना हैं हरियाली को
और धरती की झुलसे भाग को
हरित भाग में हैं परिवर्तित हैं करना ।।
हरित प्रणाम
स्नेहा कृति
(रचनाकर, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक)
कानपुर उत्तर प्रदेश
श्रेणी:
— आपको यह ब्लॉग पोस्ट भी प्रेरक लग सकता है।
नए ब्लॉग पोस्ट
02-12-2025
जलना ही तो चलना है।
आंखें धसती है धसने दे, दुनिया हंसती है हंसने दे। कर्तव्य पथ ना छोड़ देना, जीवन रथ ना मोड़ लेना। गति ऐसी हो आस न रहे, चाहत ऐसी हो प्यास न रहे। धुएं सी निंदा कितना ढंकेगी, जलेगी आग वो खुद छंटेगी। अंदर की लौ जब बाहर आए, धधक उठे फिर सबको हरषाए। अब .....
Read More27-10-2025
नेताओं की एक ही पुकार - हो हमारा विकसित बिहार।
बिहार चुनाव में वोटर और नेताओं की प्रजाति का मन जानने निकले थे हम। जी हां हम। एक तथाकथित व्यंग्यकार, जिसका गांव गर्दन का कुछ ठिकाना नहीं, अपने लिखते हैं, अपने पढ़ते हैं, और अपने ही, अपने लेख पर सकारात्मक टिप्पणी भी करते हैं। खैर अपनी प्रशंसा तो होते ही रह
Read More13-10-2025
कबीरा तेरे देश में ....।
हे ईश्वर, हे बऊरहवा बाबा, पीपर तर के बाबा तुमसे हाथ जोड़ कर बिनती है कि ई बार बिहार चुनाव में हमन लड़ोर सब के मान सम्मान रखना। 243 में बाकी जेकरा मन करे ओकरा जीतवा देना लेकिन हमन के पसंदीदा ई पांच उम्मीदवार के भारीमत से जीतवा कर मनोरंजन से लबरेज रखना।
Read More30-08-2025
राजनीति में गालीवाद का उदय...
राजनीति, जो कभी, समाज के पिछड़े, वंचितों के उत्थान, बिना भेदभाव के समाज की सेवा, समेकित विकास और न्याय की धुरी हुआ करती थी, आज विभिन्न प्रकार के 'वादों' की गिरफ्त में आ चुकी है। हमने राजनीति में जातिवाद देखा है, जहां जातीय पहचान को वोट बैंक के रूप में...
Read More20-08-2025
प्रेमग्रंथ -लव गुरु का ज्ञान।
🌺🌺 चटुकनाथ - अंतराष्ट्रीय लव गुरु।💐💐 "ये इश्क नहीं आसान, बस इतना समझ लीजिए फ़िनाइल की गोली है और चूसते जाना है"। हिंदी के प्रख्यात प्राध्यापक अंतराष्ट्रीय लव गुरु चटुकनाथ जी को प्रेम दिवस पर हमारे शहर में बुलाया गया, प्रेम पर व्याख्यान के लिए। उन्हों
Read More