मजदूर नहीं मजबूर

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: Lecturer
प्रेषण दिनांक: 02-05-2022
उम्र: 30
पता: Lucknow
मोबाइल नंबर: 9453749772

मजदूर नहीं मजबूर

।। मजदूर नहीं मजबूर ।।


मज़दूर हूं साहब!

कोई मजबूर नही,लाचार नही

और ना ही बेबस ।

दो पल जून की रोटी चैन से कमाता हूं ।।

और ऐशो आराम के साथ 

खुले आसमां की छत पर सुकून के साए तले

पैर फ़ैला आराम से सोता भी ।।

ईमान,खुद्दारी का जज़्बा

ज़िंदा मुझमें भी है हुजूर,

मैं! ना आत्म सम्मान की गागर तनिक भी

छलका के जी सकूंगा ।

कडी धूप में पसीने की बूंद छलका, छलका

सीचूंगा अपनी तपस्या के हर भाग को,

और सीना तानकर चलूंगा

सारे, जहान में मैं निडर सा ।।

मज़दूर हूं साहब!

मजबूर नही ।

जो,उम्र तमाम गुलामी और जी हुजूरी के भय

के हुजूम का काफ़िला सीने में दबाकर

जीयुंगा ।।

स्नेहा कृति

( साहित्यकार, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक)

कानपुर उत्तर प्रदेश

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