खुदा की इबादत जैसी मेरी मोहब्बत

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: Lecturer
प्रेषण दिनांक: 06-05-2022
उम्र: 30
पता: Lucknow
मोबाइल नंबर: 9453749772

खुदा की इबादत जैसी मेरी मोहब्बत

।। खुदा की इबादत

जैसी,पाक मेरी मोहब्बत ।।

मोहब्बत के फनकार पर सदियों से फना

गालिब और मिर्ज़ा की शायरी साहब!

हर अल्फाज़,हर गज़ल

सजे इनकी  बस ,मोहब्बत के कसीदे पर ।


मोहब्बत,प्यार,प्रेम,लगाव और अपनापन

हैं महज़ एक ही किताब के ढेर पन्ने

ये,प्रेम और मोहब्बत हैं मेरी

कलम की इबादत की तरह ।।


लिखकर मैं,हल्के कर लेता हूं ।

मन में सजे मोहब्बत के जज़्बात कई

और तेरे खुद के रूबरू होने

का अहसास भी ।।


प्रेम का कतरा कतरा होता जब

शामिल होता लहू के रंग संग

महका सा जाता जैसे,

जिस्म के कई अंग संग  ।।


""मैं!

वफ़ा का वो दरिया हूं ।

तू, गर शामिल सा होगा मुझ संग

उम्र तमाम,तेरे अस्तित्व में ही

लहरों की आवागमन के बावजूद

सिमटा रहूंगा तुझ संग ""

स्नेहा सिंह

साहित्यकार, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक

कानपुर उत्तर प्रदेश

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