भूली बिसरी यादें....

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ब्लॉग प्रेषक: आर सी यादव
पद/पेशा: शिक्षक/मोटिवेशनल स्पीकर/ फ्रीलांस जर्नलिस्ट
प्रेषण दिनांक: 13-05-2022
उम्र: 48
पता: Dobhi Kerakat Jaunpur UP
मोबाइल नंबर: 9818488852

भूली बिसरी यादें....

 नहीं आती कच्चे मकानों के

सोंधी मिट्टी की महक।

अब नहीं आता कोई कागा 

बैठने मुंडेर पर।


जब से तन गई हैं ऊंची मिनारे

जब से लग गए हैं द्वारों पर             

ओहदों के पट्ट

खिंच गई है बिखराव की लकीरें ।

ज्यों पड़ गई हों मकानों में दरारें ।।


भूल गए खेत-खलिहान

ताल-तलैया की बातें।

वो मीठे तील-गुड़

अलाव में भुने आलू की यादें ।

रह गई याद बनकर 

वो कजरी की रातें‌ ।।


'पुर' में चलते बैलों के

घुंघरू की आवाजें

रहट की कल-कल

कोल्हू में पिसती गन्ने की गांठें

खो गई आटा पिसती

चक्की की घुर-घुर‌‌ ।

मिट गई कोकिल कंठों से

निकले गीतों के मधुर स्वर ।।


अब नहीं आता कोई बैठने

महंगू की दालान पर ।

नहीं रह गई किसी को

बिरजू के सलाह की दरकार ।।


मशीनों के कोलाहल में

मिट गई सुनहरी यादें ।

काश ! लौट आए वो बीते पल 

ताजी हो जाएं बचपन की यादें ।।


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