इंकलाब

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ब्लॉग प्रेषक: शेख रहमत अली
पद/पेशा:
प्रेषण दिनांक: 07-03-2022
उम्र: 29
पता: बस्ती उ,प्र,(भारत)
मोबाइल नंबर: 7317035246

इंकलाब

बाज़ नहीं आये फ़ितरत से

बदल के रख देंगे परिवेश

हर भटके को राह दिखाना

यही हमारा है उद्देश्य

पहन के वर्दी चलो जवानों 

हमको सरहद पर जाना है

इंकलाब के नारे से 

ताक़त दुस्मन को दिखाना है


रोज़-रोज़ के नाटक इनके

रोज़-रोज़ करते घुसपैठ

जितना इन्हें हम माफ़ करेंगे

ये तांडव करेंगे सिर पर बैठ

इस्लामाबाद करांची तक

संदेश यही पहुँचाना है

इंकलाब के नारे से 

ताक़त दुस्मन को दिखाना है


घमंड भरा है कितना अंदर

ख़ुद को समझते शाह क़लंदर

मुकर रहा हो कितना भी पर

आतंकवाद का दरिया अंदर

ग़र जंग हुआ मैदान में ही

उसकी औक़ात बताना है

इंकलाब के नारे से 

ताक़त दुस्मन को दिखाना है


शहीद भले हो जाऊँ "रहमत"

न्यौछावर कर दूँ अपनी जान

मिट्टी का कर्ज चुका पाऊँ

इस तरह सलामत है ईमान

बांध कफ़न सिर पर केशरिया

दुस्मन के खूँ से नहाना है

इंकलाब के नारे से 

ताक़त दुस्मन को दिखाना है


~शेख रहमत अली "बस्तवी"

जिला बस्ती उ,प्र,(भारत) 

IG@ariyen_poet

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