बगावत या रस्मे मोहब्बत

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: Lecturer
प्रेषण दिनांक: 14-05-2022
उम्र: 29
पता: लखनऊ
मोबाइल नंबर: 9453749772

बगावत या रस्मे मोहब्बत

।। बगावत ।।

 दिल 

हां,ये दिल क्यूं करना चाहता हैं

मोहब्बत में बगावत ।

बागी बन, क्यूं 

बदनुमा दाग बनना चाहता हैं 

राहें,मोहब्बत में ।

क्यूं,फजीहत के धागे 

बुनना चाहता हैं ।

क्यूं,जीना दुश्वार सा कर ज़िंदगी मुहाल 

चाहता हैं करना ।


ये,

मोहब्बत,ये इश्क़ हैं ।।

पल दो पल का आकर्षण

फिर, क्यूं बेवजह तोड़ना चाहता हैं 

रस्मे रिवाजे उल्फत ।।


क्यूं,आखिर! क्यूं

सजा ऐ कैदी बन

दुनियां की नज़रों में खिताब दर्ज करना चाहता हैं

नफरत के ज़हर को पीकर

क्यूं,जलते शरारों पर चलकर

पांव में नासूर करना चाहता हैं ।।


बागी 

क्यूं,बनना चाहता हैं राहें मोहब्बत में

राहें उल्फत में ।।


स्नेहा कृति

साहित्यकार और पर्यावरण प्रेमी

कानपुर उत्तर प्रदेश

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