ये,रिश्ते रूह के

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: Lecturer
प्रेषण दिनांक: 17-05-2022
उम्र: 29
पता: Lucknow
मोबाइल नंबर: 9453749772

ये,रिश्ते रूह के

।। रिश्ता 

रूह का रूह से ।।

मन

खुद ब खुद,बेपनाह मोहब्बत 

नवाजता हैं अपने अजीजो को

मिटता हैं हर अदा पर

अपने, प्यारों और दुलारोंं की 


जां सी छिड़कता 

बेशुमार प्यार,लगाव लूटाने वालों पर


एक,अपने लहू के कतरे का

अंश समझता हैं 

अपनी दुनियां के बाशिंदों को


पर,होती जब तब्दील

ये!

मोहब्बत नफ़रत की ज्वाला में

शोले से दहकते हैं 

हर दम सीने की चौखट पर ।।


अहसान फरमोशियत में तब्दील

होती हैं क्यूं,

अक्सर,दिल की मजबूत गांठ

संजोए हुए रिश्ते की

चकनाचूर सा,करते हैं ।

दिल की मासूमियत के भरम को ।।


बड़े 

छलिया से होते हैं रे

ये,रूह से रूह के नाते रिश्ते भी ।।


स्नेहा कृति

साहित्यकार, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक

कानपुर उत्तर प्रदेश

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