हमारे प्यारे सूरज दादा

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: Lecturer
प्रेषण दिनांक: 18-05-2022
उम्र: 29
पता: लखनऊ
मोबाइल नंबर: 9453749772

हमारे प्यारे सूरज दादा

।। हमारे सूरज दादा  ।।


पहली किरण,सूरज की

जैसे तेज को अपने

करती हो ज़िगर के आर पार ।।


तपती धरती,जलते रेगिस्तान

बयार भी जैसे,हो बेताब

झुलसाने को अपने झोके की तपिश से

हर इंसान ।।


सूरज दादा

के गुस्से का कहर,बरपा रहा

हर जगह,हर मंजर 

गर्मी की मार ।।


रूठे रूठे लगते हैं सूरज दादा

उनकी लाली,देखो होती जा रही दिन प्रतिदिन

और गहरी

हो,जैसे हम सब से उनकी कोई दुश्मनी


सूरज दादा,

थोड़ा सा तेज को तुम अपने कम तो करना

हम सब को अपनी तपिश से

जरा सा,हां बस जरा सा

तुम खुद ही बचा के रखना ।।


पहले,जैसे तुम थोड़े से नरमा जाओ

हमें,अपने थोड़ा सा

पहले की तरह,  करीब तो लाओ ।।


सूरज दादा न तुम इतना गरमाओ

कुछ तरस, हम पर भी खाओ ।।


।। ओ,सूरज दादा ।।


स्नेहा कृति

साहित्यकार, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक

कानपुर उत्तर प्रदेश

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