प्रकृति का दोहन

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ब्लॉग प्रेषक: आर सी यादव
पद/पेशा: शिक्षक/मोटिवेशनल स्पीकर/फ्रीलांस जर्नलिस्ट
प्रेषण दिनांक: 05-06-2022
उम्र: 42
पता: डोभी केराकत जौनपुर यूपी
मोबाइल नंबर: 9818488852

प्रकृति का दोहन

।। प्रकृति का दोहन..।।

  (पर्यावरण संरक्षण)


मानव के क्रियाकलापों से

बिखर रहा प्रकृति का संतुलन ।

बिंध रही धरती की छाती

मनुष्य कर रहा इसका दोहन ।।


चित्कार कर रही धरती

कुपित हो, मचा रही तांडव ।

दरक रहा पहाड़ों का सीना 

मिट रहा नदियों का उद्भव ।।


जल-जंगल-जमीन से हमारा

सदियों का बंधन है ।

प्रकृति का मोहक स्वरूप

हमारे जीवन का अवलंबन है ।।


हमारे ही कृत्यों से

कांप रही धरती ।

बिखर रही इसकी आभा

सिमट रही इसकी आकृति ।।


स्वार्थ के निमित्त हो

ना छेड़ो इसके स्वरूप को ।

विध्वंस हो जाएगा जन-जीवन 

सुरक्षित रख लो अपने वजूद को।।

               

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