एहसासों के रंग कुदरत के संग

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: Lecturer
प्रेषण दिनांक: 13-06-2022
उम्र: 29
पता: लखनऊ
मोबाइल नंबर: 9453749772

एहसासों के रंग कुदरत के संग

।।  धरा की हैं यही पुकार

बढ़ते ताप से मुझे बचा लो बस,सब आप ।।


जंगल,वन और उपवन

हो रहे वीरान

निस्ते नाबूत हो रही इनकी पहचान

अस्तित्व के इनके हमें बचाना हैं

पेड़ों की संख्या ,हो रही जो कम

उसे,घटने से बचाना हैं ।।


अरे,हुजूर!

कुदरत को हरा भरा रख

गिनीज बुक में,अपने भारत देश का

नाम दर्ज कराना हैं ।।


उठो,जागो और आलस को दूर भगाओ

स्फूर्ति को भर रग रग में भर

फिर से,एक बार

प्रकृति की सेवा में मन लगाओ ।।


पृथ्वी को सूरज दादा की 

गरम तपिश से बचाना हैं

ग्लोबल वार्मिंग की चोट से भी धरा को

सुरक्षित करना हैं

धरती को हरियाली से सजाना हैं


इस,

वास्ते,कोने कोने में धरा के

पौधों को लगाना हैं ।।

❤️


स्नेहा कृति

साहित्यकार, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक

कानपुर उत्तर प्रदेश

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