शर्म ओ हयां

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: Lecturer
प्रेषण दिनांक: 20-06-2022
उम्र: 29
पता: लखनऊ
मोबाइल नंबर: 9453749772

शर्म ओ हयां

।। शर्म ओ हयां ।।

 

शर्म ओ हयाँ

गहना हैं चरित्र का

रक्षक सा हैं मान और मर्यादा का ।


संभालता हैं पीढ़ी दर पीढ़ी

रीति रिवाजों,परंपराओं और प्रतिष्ठा को ।।


शर्म ओ हयां

चार चांद भी लगाता हैं

खूबसूरती की हर दहलीज को 


बांध के रखता हैं

प्रीत के अनमोल धागे मन के

एक दूजे के संग ।


उम्र!

की हर पड़ाव पर भी

थाम के रखता हैं संतुलन के दामन को भी

ये,

आंचल भी रंगा हैं कही ना कही

शर्म ओ हयां

के रंगीन रंग में ही ।।


स्नेहा कृति

साहित्यकार, पर्यावरण प्रेमी और राष्टीय सह संयोजक

कानपुर उत्तर प्रदेश

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