| ब्लॉग प्रेषक: | सुधीर श्रीवास्तव |
| पद/पेशा: | निजी कार्य |
| प्रेषण दिनांक: | 18-07-2022 |
| उम्र: | 53 |
| पता: | गोण्डा उत्तर प्रदेश |
| मोबाइल नंबर: | 8118285921 |
अहसू
अहसास
*************************
जाने क्यों मुझे लगता ही नहीं
अहसास भी होता है
कि उसके मन के तारों के झंकृत होने में
कुछ तो विशेष है,
वरना लोग तो अपनों को भी
भूलते जा रहे हैं,
परंतु उसके भाव
मेरे मन मस्तिष्क पर छा रहे हैं।
एक नन्ही सी जान
हमेशा गुदगुदाती ही नहीं
बहुत रुलाती भी है,
पर उसके अहसास की खुश्बू
चाहकर भी नहीं जाती है।
जमाना ऐसा है कि लोग तो
आजकल भगवान को भी
सिर्फ स्वार्थवश याद करते हैं,
परंतु वो ऐसी है कि
सोने से पहले रुलाती है
फिर प्यार की थपकी देकर सुलाती है।
मगर जगने से पहले ही
अपने अहसासों की खुश्बू
मन के कोने में समा देती है,
आँख खुलते ही वो
बाल क्रीड़ा करती हुई
अपने होने के अहसास से
अचरज में डाल देती है,
वो कौन है ये तो मुझे पता नहीं
पर किसी जन्म के रिश्तों से जुड़ी
अथवा ईश्वरीय कृपा से मुझसे रोज मिलती है,
मगर अब मुझे भी फर्क नहीं पड़ता
क्योंकि मेरे लिए तो वो बस
नन्ही सी परी है।
सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश
८११५२८५९२१
© मौलिक स्वरचित
श्रेणी:
— आपको यह ब्लॉग पोस्ट भी प्रेरक लग सकता है।
नए ब्लॉग पोस्ट
02-12-2025
जलना ही तो चलना है।
आंखें धसती है धसने दे, दुनिया हंसती है हंसने दे। कर्तव्य पथ ना छोड़ देना, जीवन रथ ना मोड़ लेना। गति ऐसी हो आस न रहे, चाहत ऐसी हो प्यास न रहे। धुएं सी निंदा कितना ढंकेगी, जलेगी आग वो खुद छंटेगी। अंदर की लौ जब बाहर आए, धधक उठे फिर सबको हरषाए। अब .....
Read More27-10-2025
नेताओं की एक ही पुकार - हो हमारा विकसित बिहार।
बिहार चुनाव में वोटर और नेताओं की प्रजाति का मन जानने निकले थे हम। जी हां हम। एक तथाकथित व्यंग्यकार, जिसका गांव गर्दन का कुछ ठिकाना नहीं, अपने लिखते हैं, अपने पढ़ते हैं, और अपने ही, अपने लेख पर सकारात्मक टिप्पणी भी करते हैं। खैर अपनी प्रशंसा तो होते ही रह
Read More13-10-2025
कबीरा तेरे देश में ....।
हे ईश्वर, हे बऊरहवा बाबा, पीपर तर के बाबा तुमसे हाथ जोड़ कर बिनती है कि ई बार बिहार चुनाव में हमन लड़ोर सब के मान सम्मान रखना। 243 में बाकी जेकरा मन करे ओकरा जीतवा देना लेकिन हमन के पसंदीदा ई पांच उम्मीदवार के भारीमत से जीतवा कर मनोरंजन से लबरेज रखना।
Read More30-08-2025
राजनीति में गालीवाद का उदय...
राजनीति, जो कभी, समाज के पिछड़े, वंचितों के उत्थान, बिना भेदभाव के समाज की सेवा, समेकित विकास और न्याय की धुरी हुआ करती थी, आज विभिन्न प्रकार के 'वादों' की गिरफ्त में आ चुकी है। हमने राजनीति में जातिवाद देखा है, जहां जातीय पहचान को वोट बैंक के रूप में...
Read More20-08-2025
प्रेमग्रंथ -लव गुरु का ज्ञान।
🌺🌺 चटुकनाथ - अंतराष्ट्रीय लव गुरु।💐💐 "ये इश्क नहीं आसान, बस इतना समझ लीजिए फ़िनाइल की गोली है और चूसते जाना है"। हिंदी के प्रख्यात प्राध्यापक अंतराष्ट्रीय लव गुरु चटुकनाथ जी को प्रेम दिवस पर हमारे शहर में बुलाया गया, प्रेम पर व्याख्यान के लिए। उन्हों
Read More