कड़क नोटों की अजब कहानी

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: लेक्चरर
प्रेषण दिनांक: 09-10-2022
उम्र: XX
पता: लखनऊ
मोबाइल नंबर: 9453749772

कड़क नोटों की अजब कहानी

कड़क नोटों की अनोखी सी कहानी


हर चमक फीकी इन कड़कते नोटों के सामने

जैसे, पड़ गई हो कुहासा की धुंध 

हर रिश्ते के आगे 


ईमान,बनता हैं दागी होता मन बेमानी

ढेर करिजमें से भरी हैं साहब

ये, अजब नोटों की कहानी


भ्रष्टाचार की नींव रखता

मन को भी भीतर से  खोखला सा  करता

दिन का चैन और रात का सुकून

हैं छीनता

हो,जैसे ज़िंदगी जीना दुभर सा करता

आंखों के तेज़ को चकाचौंध की रोशनी

से मधम सा करता 

हर मानव को इंसानियत,प्यार और लगाव से प्रथक सा करता

ऐसा, विष सा हैं उगलता 

नोटों का दरिया जैसे, उफनाता हुआ  हो हर समंदर का पानी 


जलन,राग,द्वेष और दुश्मनी

की हर दहलीज को हैं पार करता

और अलगाव की ओर हैं रिश्तों को धकेलता

हैं इन नोटों में अकेले इतने सामर्थ्य

की कहानी 


गांव,शहर,देश क्या

क्या,विदेश 

हैं, सब की एकता में फूट डलवाता 

कुछ,ऐसी असीमित शक्तियों का हैं बाहुल्य 

कुछ ऐसी लगती हैं मुझे इन नोटों की कहानी

इन नोटों की कहानी ।।

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