तेरे घर की खिड़कियां

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ब्लॉग प्रेषक: डॉ आर सी यादव
पद/पेशा: शिक्षक/लेखक कवि/मोटीवेशन स्पीकर/फ्रीलांस जर्नलिस्ट
प्रेषण दिनांक: 11-12-2022
उम्र: 48
पता: डोभी, केराकत, जौनपुर, यूपी
मोबाइल नंबर: 9818488852

तेरे घर की खिड़कियां


अब नहीं दिखती मेरे छत से, तेरे घर की खिड़कियां।
जब से गली में ऊंचे-ऊंचे, मकान बन गए ।।

खुशबुओं से महक उठती थी, राहों की जो फिज़ा ।।
बहती वे हवाएं भी, तूफां में बदल गए ।।

मिलते थे जिस गली के, नुक्कड़ पर हम कभी 
हमने सुना है उस जगह, चाय की दुकान खुल गए ।।

आया था मैं भी लेने, चाय की चुस्कियां ।
पर तुम्हारी राह के, रुख ही बदल गए ।।

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