
ब्लॉग प्रेषक: | दिव्यांजली वर्मा |
पद/पेशा: | लेखिका |
प्रेषण दिनांक: | 19-01-2023 |
उम्र: | 27 |
पता: | शिव नगर कॉलोनी (जगत हॉस्पिटल) अयोध्या, उत्तर प्रदेश, 224001 |
मोबाइल नंबर: | 8417935207 |
नृत्य ने मेरी जिन्दगी बदल दी
एक छोटे से गांव आलम पुर मे सिया नाम की एक प्यारी सी लड़की रहती थी। पांच बहनो और दो भाइयों मे सिया तीसरे नंबर पर थी। सिया को बचपन से ही dance करने का बहुत शौक था। जब वो छोटी थी तो वो ठुमक ठुमक कर नाचा करती थी। छोटी सी सिया के dance को देख के सब बहुत खुश होते थे। सभी उसकी बहुत तारीफ किया करते थे। जिससे सिया को बचपन से ही motivation मिलने लगा था। और वो हर बार और भी अच्छा dance करने की कोशिश करती।
धीरे धीरे सिया बड़ी होने लगी। स्कूल मे सहेलियों से उसे पता चला कि वो dance मे अपना कैरियर बना सकती है। और इससे उसे नाम ,काम और पैसा तीनों ही बड़ी आसानी से मिल जाएगा। और ये सब करना बहुत आसान है। बस मोबाइल पर कुछ dance vedio बना के सोशल नेटवर्क site पर डालना होगा। बाकी सब धीरे धीरे अपने आप हो जाएगा।
सिया को अपनी सहेली का सुझाया हुआ ये idea पसंद आया। क्योंकि वैसे भी वो दिन भर नाचा ही करती थी। तो अब बस उस dance का vedio बना के social मीडिया पर अपलोड करना होगा। लेकिन ये आसान ना था। क्योंकि सिया के घर मे सिर्फ दो ही मल्टी मीडिया मोबाइल थे। एक उसके पापा का और दूसरा उसकी बड़ी बहन का और दोनों ही बहुत स्ट्रिक्ट थे। तो सिया को तो फ़ोन मिलने से था।
लेकिन सिया ने भी ठान ली थी कि वो अपना करियर dance मे ही बनायेगी और एक सफल dancer बनके रहेगी। लेकिन ये इतना आसान ना था जितना सिया को लग रहा था। बहुत सोचने के बाद सिया को idea आया कि क्यों ना रात मे सबके सोने के बाद वीडियों बना के दीदी के फ़ोन से अपने Facebook पर अपलोड कर दूंगी और फिर logout कर दूंगी। तो दीदी को कुछ भी पता नहीं चलेगा।
सिया ने जो सोचा था वैसा ही किया। वो हर रोज सबके सोने के बाद उठती और अपना एक dance का वीडियों बना के Facebook पर अपलोड कर सो जाती। सिया के dance के जुनून ने उसे 1 महीने मे ही फेमस कर दिया। हर तरह सिया के dance के चर्चे होने लगे थे। सिया तो फूले नहीं समा रही थी।
एक दिन सिया के पापा से कोई कहता हैं कि अरे आपकी बिटिया तो काफी गुणी है। बहुत अच्छा नाचती है वो तो। आप उसे dance competetion मे participate कराए। मुझे यकीन हैं वो ही जीतेगी। ये सुन के सिया के पापा को बहुत गुस्सा आती है। लेकिन वो उस आदमी के सामने नॉर्मल ही रहते है।
सिया के पापा पुराने ख्यालो के इंसान थे। और उनके अनुसार लड़कियों का इस तरह नाच गाना करना सही नहीं था। उपर से समाज। सिया जिस गांव मे रहती थी वो अत्यंत पिछड़ा गांव था। जहां लड़कियों को अपना टैलेंट दिखाने की आजादी नहीं थी। उन्हें बस घर के काम करने वालीं ही समझा जाता था। एक लड़की का पैदा होना मतलब घर के काम सीखना है और बड़ी होने पर उसकी शादी करा दी जाएगी फिर वो ससुराल मे घर ,बच्चे और पति सम्भाले। इसके अलावा उसे कोई आजादी नहीं थी। फिर भी सिया के पापा ने अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेजा था। लेकिन जब उन्हें ये पता चला कि उनकी बेटी इस तरह नाच रही तो उनका गुस्से सातवे आसमान पर पहुच गया।
घर जाके उन्होंने सारी बात घर मे बताई तो बाकी परिवार के लोग भी सिया को बोलने लगे। और सिया का सारा vedio और id delet कर दी । और उसका स्कूल जाना भी बंद करवा दिया। अब सिया की मदद करने वाला कोई नहीं था।
जब सिया की स्कूल टीचर को ये बात पता चलती है तो वो सिया के घर आती है। और सिया के घर वालों को समझाने की कोशिश करती है। पहले कोई भी उनकी बात नहीं मानता है। लेकिन बाद मे जब वो बहुत सी dancer लड़कियों की और बहुत सी सफल dancer की वीडियों दिखती हैं। और उन्हें नृत्य के इतिहास से परिचित कराती है कि नाचना एक कला है। मनुष्य अभिव्यक्ति का तरीका है। वेदों और पुराणों मे भी इसकी व्याख्या की गई है। लेखन, गायन, वादन की तरह ही ये भी एक उपहार है। आपको इसे समझना चाहिए।
तब जाके सिया के मम्मी पापा को यकीन होता है कि हा हम गलत थे। हमे अपनी सिया को समझना चाहिए था।
फिर सिया के पापा सिया को खुद ही एक फ़ोन लेके देते है। और सिया अपने dance वीडियों फिर से अपलोड करने लगती है। जल्दी ही उसे कुछ Institute से dance टीचर के ऑफर आने लगते है। कुछ म्यूजिक एल्बम वाले भी सिया को अपने एल्बम में डांस करने का ऑफर देते है। इस तरह सिया की जिंदगी बदल जाती है।
श्रेणी:
— आपको यह ब्लॉग पोस्ट भी प्रेरक लग सकता है।
नए ब्लॉग पोस्ट
26-06-2025
डिप्रेशन में जा रहे हैं।
डिप्रेशन में जा रहे हैं। पांच क्लास में पढ़ते थे, उसी समय हम दिल दे चुके सनम का पोस्टर देखा, अजय देवगन हाथ में बंदूक लेके दांत चिहारले था, मुंह खूने खून था, हम समझे बड़ी मार धाड़ वाला सनिमा होगा। स्कूल से भाग कॉपी पैंट में लुका के तुरंत सिनेमा हॉल भागे।
Read More05-06-2025
सनातन धर्म में कर्म आधारित जन्म जीवन का अतीत भविष्य।
अक्सर गाँव में मैंने अपने बाल्य काल में देखा है अनुभव किया है वास्तविकता का अंवेषण किया है जिसके परिणाम मैंने पाया कि ज़ब कोई जातक (बच्चा ) जन्म लेता है तो सबसे पहले माता को उसके स्वर सुनने कि जिज्ञासा होती है नवजात ज़ब रुदन करता है तो माँ के साथ परिजन..
Read More05-06-2025
सनातन धर्म में धर्म कर्म के आधर पर अतीत एवं भविष्य काया कर्म का ज्ञान।
सनातन धर्म के मूल सिद्धांतो में धर्म क़ो जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण मानते हुए मान दंड एवं नियमों क़ो ख्याखित करते हुए स्पष्ट किया गया है जिसके अनुसार...
Read More17-05-2025
हाय हाय बिजली
हाय हाय बिजली।। सर ई का है ? दिखाई नहीं दे रहा है, ई पसीना है, ई पसीना घबराहट में नहीं निकला है, न ही किसी के डर से निकला है, फौलाद वाला शरबत पीने से भी नहीं निकला है, ई निकला है गर्मी से, और अगर बिजली रहती तो ई देह में ही सुख जाता लेकिन पंद्रह से बीस
Read More11-05-2025
आदर्श व्यक्तित्व के धनी नरसिंह बहादुर चंद।
युग मे समाज समय काल कि गति के अनुसार चलती रहती है पीछे मुड़ कर नहीं देखती है और नित्य निरंतर चलती जाती है साथ ही साथ अपने अतीत के प्रमाण प्रसंग परिणाम क़ो व्यख्या निष्कर्ष एवं प्रेरणा हेतु छोड़ती जाती...
Read More23-04-2025
घटते जीवांश से खेतों को खतरा।
जैसे कि कृषि विकास दर में स्थिरता की खबरें आ रहीं हैं। यह चिन्ता का विषय है। तमाम आधुनिक तकनीक व उर्वरकों के प्रयोग के बावजूद यह स्थिरता विज्ञान जगत को नये सिरे से सोचने के लिए बाध्य कर रही है। अभी तक हमारी नीतियां तेज गति से बढ़ती जनसंख्या को भोजन देने..
Read More