कितना अजीब हैं ना

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ब्लॉग प्रेषक: स्नेहा सिंह
पद/पेशा: लेखक
प्रेषण दिनांक: 21-01-2023
उम्र: XX
पता: एल डी ए लखनऊ
मोबाइल नंबर: 9453749772

कितना अजीब हैं ना

।। कितना अजीब हैं ना ।।


सच

में कितना अजीब हैं ना

शब्दों का ना बनना ।।


सोच,विचार के दायरे का

थम सा जाना

जैसे,हर चलती धड़कन का रुक सा जाना ।।


कलम का धीरे से हाथों का पकड़ना

फिर,वापस जगह पर रखना

कागज़ की हकीकत को छूकर

महसूस करना ।।


पर

स्याही की छाप से 

हर पन्ने को  ना रंग पाना

सिर्फ़

बदले में मायूसी का हाथ लगना ।।


कितना अजीब हैं ना

शब्दों की माला का ना बनना

कितना अजीब ।।

❤️

स्नेहा की कलम से.............................................

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