शहीदे आजम: सरदार भगत सिंह

Image
ब्लॉग प्रेषक: आर सी यादव
पद/पेशा:
प्रेषण दिनांक: 23-03-2022
उम्र: 48
पता: जौनपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर: 9818488852

शहीदे आजम: सरदार भगत सिंह


सिंह गर्जना थी तुम में

साहस अदम्य, बल पौरुष था ।

मां भारती के अमर पुत्र

बुद्धि विवेक अपर बल था ।।


श्रेष्ठ विचारक, लेखक, चिंतक

वक्ता प्रखर , अद्भुत गुण था ।

मन था शांत , ज्वाला थी उर में

उच्च कोटि का सद्गुण था ।।


देश घिरा जब निर्मम - निर्दय

अंग्रेजी अत्याचारों से ।

भारत माता चीख उठी थी 

संगीनों के घातक वारों से ।।


गूंज उठा था आसमान भी 

इंकलाब के नारों से ।

सोई धरती जाग उठी थी

रणबांकुरों के हुंकारों से ।।


धधक उठी उर में ज्वाला जब 

देश घिरा अंधियारों से ।

बांध कफ़न मर मिटे वतन पर

डरे नहीं तलवारों से ।।


शूल सदृश बन चुभ रहा था

जलियांवाला बाग हृदय में ।

काकोरी के शूरवीर भी 

लीन हुए थे चिरनिंद्रा में ।।


राजगुरु, सुखदेव साथ मिल

साण्डर्स को उठा दिया ।

असेंबली में देकर संदेश

अपना पौरुष दिखा दिया ।।


राष्ट्रभक्त, सच्चे प्रहरी बन

क्रांति का सूत्रपात किया ।

अंग्रेजी शासन से नहीं डरेंगे 

युवकों को नव राह दिया ।।


मुखर हो उठी क्रान्ति देश में 

जनता में नवयौवन आया ।

नौजवान संगठन बनाकर

आजादी का बिगुल बजाया ।।


चिरनिंद्रा में शांत सो गए

अक्षय अचल यह नाम रहेगा ।

नमन तुम्हें हे !  क्रांतिवीर

तुम पर गौरव अभिमान रहेगा ।।


Share It:
शेयर
— आपको यह ब्लॉग पोस्ट भी प्रेरक लग सकता है।

नए ब्लॉग पोस्ट