प्रेरणादायक संदेश
रिश्ते बनाम स्वार्थ सच का
रिश्ते बनाम सच स्वार्थ का ।। किसी ने हैं सच कहा, ना ज़िगर काट के लहू बहाना किसी वास्ते कतरा कतरा करके । लहू के नाम संग जो नाते हैं जुड़ते जैसे,आहिस्ता आहिस्ता हो रग रग का जोक की तरह खून पीते ।। उम्र दराज बढ़ती पलती हैं ये वफ़ा रिश्ते की नाम क
Read Moreमाँ को नमन
उस माँ पर हम क्या लेख लिखें खुद ईस्वर जिनके लिए तरसे इक जननी बनने के खातिर न जाने कितने कष्ट सहे I तेरह वर्षों की अल्पायु, जीवन का कोई बोध नही I होते शारीरिक बदलाव, स्वीकार करे कैसे कोई I नौ माहों की गर्भा वस्था रक्त से अपने सींच सींच कर..
Read Moreमजदूर नहीं मजबूर
मज़दूर हूं साहब! कोई मजबूर नही,लाचार नही और ना ही बेबस । दो पल जून की रोटी चैन से कमाता हूं ।। और ऐशो आराम के साथ खुले आसमां की छत पर सुकून के साए तले पैर फ़ैला आराम से सोता भी ।। ईमान,खुद्दारी का जज़्बा ज़िंदा मुझमें भी है हुजूर,
Read Moreगरीब खुद शोषित या शोषण का शिकार
गरीब का शोषण क्यूं या,इसके लिए खुद गरीब हैं जिम्मेवार ।। # गरीबी कोई लाचारी नही और गरीब कोई गलीच नही फिर, अक्सर, क्यूं शोषण का शिकार होता हैं । सच्चा और सीधा इंसान । क्या,जिम्मेदार हैं उसकी परिस्थितियां या उसका खुद का खुद वास्ते! व्यवहार ।। ""
Read Moreदौलत की चमक के मारे रिश्ते बेचते
दौलत,शोहरत की चमक के मारे रिश्ते बेचारे ।। ।। वक्त की मार कहे या बुद्धिहीनता का शिकार दबे और कुचले जाते हैं । दिल के जज़्बात रिश्ते नातों की टूटती डोर से अमिट निशान दिल पर पड जाते हैं । यूं,मानो बतला रहे हो कोई सबक की कहानी ।। # ये, दिल के
Read Moreअहसान फरामोश इंसान
इस दुनियां, जहान के रंग मेल नहीं खाते, मेरे मन के रंग से ।। # खुदगर्ज इंसान,मतलबी जहान फिर, मैं ही क्यूं करूं इन सबकी परवाह । रंग बदलते,गिरगिट माफिक इंसान फिर, मैं ही क्यूं करूं हर दिल के जज़्बातों की परवाह । हाल वही हैं साहब ! जैसे,मुंह में रा
Read Moreलेखनी बनाम व्यापार
मेरी लेखनी हैं अनमोल मेरे भावों का कोई क्या लगाएगा मोल ।। # मैं! लिखता नही अपने मन के दस्तावेज़ बिकने वास्ते ! मेरे हर एक शब्द के मोती हैं । मेरे लख्ते ज़िगर ।। उनका व्यापार कर, मैं नहीं भरना चाहता लालच की गागर ।। ना ही कमाना चाहता उससे .......
Read Moreसंतोष ही उन्नति के मार्ग है।
एक राजा,अक्सर गांव-गांव जाकर प्रजा और लोगों की समस्याओं को सुनता था और उनमें सुधार की पूरी कोशिश करता था। उसकी कर्तव्यनिष्ठा के चर्चे दूर देशों तक फैले हुए थे। एक बार राजा प्रजा की समस्याओं को जानने निकले थे। उसी दौरान राजा के कुर्ते का एक बटन टूट....
Read Moreमूक रिश्ता
पशु पक्षियों में भी संवेदनाएं होती हैं। अब जब भी वह दिखती है अनायास ही बीता समय चलचित्र की तरह घूम जाता है।अभी अधिक समय बीता भी नहीं है।लेकिन ऐसा लगता है जैसे कल की ही बात हो।
Read Moreविश्व रंगमंच दिवस
जीवन है सर्वज्ञ मनुज का कुछ बेहतर कर जाओ । बल-वैभव, यश-कीर्ति मिले ऐसा किरदार निभाओ ।। रंगमंच यह विश्व जगत है
Read Moreचाहे जीवन की राहे हो या सफर की, दोनो में एक ही समानता...
यदि सफर की बात की जाए तो ये पूरी सृष्टि, अनंतकोटि ब्रह्मांड ही सफर कर रहा है। यहाँ कुछ स्थिर नहीं है सभी अपने-अपने गति के नियमानुसार गतिशील है। सूर्य, चंद्र, ग्रह एवं...
Read Moreग़रीबी से लडने का नाम लल्लू भगत
लल्लू भगत, एक ऐसा नाम जिसे शायद ही मेराल,डंडई एवं धुरकी प्रखंड के निवासी नहीं जानते होंगे । हाॅ वही लल्लू भगत जिनकी एक छोटी सी दुकान मेराल-डंडई पथ चौक पर थी ।
Read Moreमत के दान से व्यक्ति एवं लोकतंत्र दोनों मजबूत
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के मध्यनजर आजमगढ़ के ब्लॉक मिशन प्रबंधक अभिषेक कुमार ने कहा है कि मतदान की अगर संधिविच्छेद किया जाए तो मत+दान= मतदान...
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